लागोरी, जिसे लिंगोचा या पिट्ठू के नाम से भी जाना जाता है, एक पारंपरिक भारतीय आउटडोर खेल है जो सदियों से खेला जाता रहा है। यह एक टीम खेल है जिसमें चपलता, समन्वय और रणनीतिक सोच की आवश्यकता होती है। खेल एक छोटी गेंद और सपाट पत्थरों या लकड़ी के छोटे ब्लॉकों के ढेर के साथ खेला जाता है। पटना के डेस्टिनी इंटरनेशनल स्कूल में लगोरी खेल का प्रमोशन पटना जिला संयोजक रंजीत राज के नेतृत्व में किया गया।
इस अवसर पर एडिसनल डैरेक्टर अंकित कुमार, राहुल कुमार, शिवम कुमार, सुबुल कुमारी, जानकी कुमारी और सुजल कुमार के द्वारा विद्यालय के बच्चों को लगोरी खेल की बारीकियों से अवगत करवाया गया।
खिलाड़ियों को बताया गया है कि लागोरी का खेल आम तौर पर दो टीमों के बीच खेला जाता है, जिनमें से प्रत्येक में समान संख्या में खिलाड़ी होते हैं। खेल का उद्देश्य पत्थरों या ब्लॉकों के ढेर पर एक गेंद फेंक कर उन्हें नीचे गिराना है, जबकि विरोधी टीम ढेर का बचाव करने और फेंकने वाली टीम के खिलाड़ियों को खत्म करने की कोशिश करती है।