KRIDA NEWS

दो दिवसीय स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव 2.0 का ज्ञान भवन में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने किया उद्घाटन

पटना ,19 मई 2023 :- बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा आयोजित दो दिवसीय स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव 2.0 का आज बिहार के उप मुख्यमंत्री श्री तेजस्वी यादव ने ज्ञान भवन में विधिवत उद्घाटन किया । कला, संस्कृति और युवा विभाग के मंत्री श्री जितेंद्र कुमार राय विशिष्ट अतिथि के रूप में रहे । 19 और 20 मई दो दिनों तक चलने वाले इस स्पोर्ट्स कान्क्लेव में देश भर से खेल विशेषज्ञ , प्रसिद्ध ओलंपियन खिलाड़ी, प्रशिक्षक और खेल प्रबंधक बिहार में खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए परिचर्चा और मंथन करेंगे ।

उद्घाटन के बाद उपस्थित लोगों का अभिवादन करते हुए अपने सम्बोधन में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि वह खुद भी एक खिलाड़ी रह चुके हैं इसलिए बिहार में खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए वे विशेष रूप से प्रयासरत रहते हैं । पिछले स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव में विशेषज्ञों की सलाह से बिहार में खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए एक रोड मैप बनाया गया था । उस रोड मैप पर अमल करते हुए सरकार के पूर्ण सहयोग से बिहार राज्य खेल प्राधिकरण और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा बिहार में बुनियादी स्तर पर ही खिलाड़ियों के चयन , प्रशिक्षण तथा खेल प्रतियोगिताओं के कई कार्यक्रम और योजनाएं सफलता पूर्वक लागू की गईं । इसके परिणामस्वरूप आज देश की कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के विभिन्न खेलों में बिहार के लड़के लड़कियों ने पदक जीत कर बिहार को गौरवान्वित किया है ।

यह बिहार के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है । अब इस दूसरे स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव में बिहार को देश के एक उत्कृष्ट और प्रमुख खेल के केंद्र के रूप में स्थापित करने पर आमंत्रित विशेषज्ञों द्वारा विचार मंथन होगा और इस दिशा में सरकार सबके सहयोग से निरंतर प्रयासरत रहेगी । मुझे पूरा भरोसा है बिहार के खिलाड़ी भविष्य में भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने में जरूर सफल होंगे ।

तेजस्वी यादव ने कहा कि खेल के दौरान जब कोई खिलाड़ी चोटिल या घायल हो जाता है तो उसका इलाज बाहर काफी महंगा होता है जिससे बिहार के कई गरीब खिलाड़ी प्रतिभा होते हुए भी गरीबी के कारण इलाज और खेल से वंचित हो जाते हैं । इसलिए बिहार सरकार ने यह निर्णय लिया है कि ऐसे खिलाड़ियों के समुचित इलाज के लिए पटना के एलएनजेपी अस्पताल में एक विशेष ‘स्पोर्ट्स इंजूरी सेंटर’ बनेगा और बिहार के खिलाड़ियों का समुचित इलाज सरकार द्वारा यहीं करवाया जाएगा ताकि इसके लिए उनको बाहर नहीं जाना पड़े , सारी व्यवस्था यहीं की जाएगी ।

सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि अब पंचायत स्तर तक खेल के मैदान निर्माण और खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा ताकि गाँव स्तर के भी प्रतिभावान खिलाड़ी सामने या सकें । अभी प्रखण्ड स्तर तक खेल के मैदान और स्टेडियम का निर्माण हो रहा था और प्रतियोगिताएं भी प्रखण्ड स्तर तक की थीं । राजगीर में विश्व स्तरीय स्टेडियम और खेल विश्वविद्यालय के साथ साथ पटना के मॉइनउल हक स्टेडियम को भी विश्व स्तर का स्टेडियम बनाया जा रहा है तथा हॉकी के लिए ऐस्ट्रो टर्फ मैदान का भी निर्माण हो रहा है । उन्होंने कहा कि बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है बस उन्हें बेहतर मार्गदर्शन , प्रशिक्षण और सहयोग की जरूरत है फिर ये किसी भी स्तर के खेल में पदक जीतने के काबिल हैं । नई खेल नीति के अंतर्गत नई खेल नियुक्ति नीति सरकार लाई है जिसमें मेडल लाओ नौकरी पाओ के अंतर्गत बिहार के प्रतिभावान पदक विजेता खिलाड़ी सीधे सरकारी नौकरी में योग्यता के हिसाब से बहाल हो जाएंगे ।

उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि कला , संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री श्री जितेंद्र कुमार राय ने अपने सम्बोधन में कहा कि बिहार सरकार राज्य में खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए हर संभव सहयोग कर रही है । इसतरह के स्पोर्ट्स कान्क्लैव से बिहार के खेल और खिलाड़ियों को बहुत फायदा होता है और उनके स्तर और प्रदर्शन मे काफी सुधार होता है ।

उद्घाटन समारोह में अपने स्वागत सम्बोधन में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव श्रीमती बन्दना प्रेयषी ने खेल के विकास के क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार द्वारा खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए कई कल्याणकारी और प्रभावी नीतियाँ चलाई जा रही हैं जिसका सकारात्मक परिणाम आज खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन के रूप में सामने या रहा है । कला, संस्कृति एवं युवा विभाग तथा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण मिल कर सरकार की बेहतर नीतियों को सफलीभूत करने में निरंतर हर संभव प्रयास कर रहा है। सरकार की मेडल लाओ नौकरी पाओ नीति से बिहारी काफी उत्साहित हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए जी जान से कोशिश कर रहे हैं ।

बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक श्री रवीन्द्रण शंकरण ने पिछले एक साल में बिहार के खिलाड़ियों की उपलब्धियों और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के प्रयासों पर विस्तार से एक पीपीटी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि बिहार राज्य खेल प्राधिकरण 1986 से ही काम कर रहा है लेकिन यह अब तक एक रजिस्टर्ड संस्था नहीं थी जिसकी वजह से किसी भी संस्था के साथ पार्ट्नर्शिप में कोई आयोजन या करार करने पर कानूनी दिक्कत आती थी ।

2023 में सरकार द्वारा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण को कानूनी रूप से से एक स्वायत्त संस्था के रूप में मान्यता दी गई है यह बिहार के खिलाड़ियों के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अब निजी संस्थाओं द्वारा भी पीपीपी मोड में किसी प्रतियोगिता या प्रयोजन का आयोजन प्राधिकरण कर सकता है जिससे खेल के क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी । आज के इस स्पोर्ट्स कान्क्लैव का आयोजन भी दिल्ली की एक कंपनी यूनिव स्पोर्टटेक के पार्टनरशिप में करवाया जा रहा है । श्री शंकरण ने आगे कहा कि खिलाड़ियों को सरकार द्वारा नगद पुरस्कार की घोषणा भी काफी प्रभावशाली नीति है और यह खिलाड़ियों को काफी प्रोत्साहित कर रहा है ।

आज समारोह में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के नए लोगो और खेल नियुक्ति पोर्टल के साथ साथ बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के नए टैग लाइन ‘ दिल से खेलो मिल के जीतो ‘ का भी अनावरण उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने किए । सभी के समक्ष बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा निर्मित एक वृत्तचित्र का भी प्रदर्शन किया गया जिसमें खेल के क्षेत्र मे बिहार की उपलब्धियों को तथा खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार द्वारा किए प्रयासों दिखाया गया है । ई स्पोर्ट्स को बिहार में बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शी के तौर पर एक गेमिंग जोन भी आयोजन सतह पर बनाया गया था । वाल ऑफ फ़ेम के नाम से बिहार के प्रतिभावान विजेता खिलाड़ियों की एक चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई थी ।

उद्घाटन समारोह में आए सभी लोगों का धन्यवाद और आभार प्रकट करते हुए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के निदेशक सह सचिव श्री पंकज राज ने कहा कि इस तरह के आयोजन से ना सिर्फ बिहार के खिलाड़ियों का हौसला और स्तर बढ़ता है बल्कि हमें भी और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है और इसका परिणाम निश्चित रूप से सकारात्मक ही होता है । बिहार में खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए हम भविष्य में भी ऐसे आयोजनों और सहयोग की अपेक्षा रखते हैं ।

उद्घाटन समारोह के बाद स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव में आए खेल विशेषज्ञों , प्रशिक्षकों ,खेल प्रबंधकों और ओलंपियन खिलाड़ियों के विचार विमर्श और मंथन का नियमित सत्र शुरू हुआ । दो दिनों तक 8 सत्रों में करीब 30 पैनलिस्ट विभिन्न विषयों पर अपने विचार और सुझाव रखेंगे ।

Read More

राजीव गांधी डिसेबिलिटी टी20 चैंपियनशिप 2025 का खिताब इंडिया ग्रीन ने किया अपने नाम, रोमांचक मुकाबले में रेड को हराया

हैदराबाद: हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में मंगलवार को खेले गए राजीव गांधी डिसेबिलिटी टी20 चैंपियनशिप 2025 के मेगा फाइनल में इंडिया ग्रीन ने रोमांचक मुकाबले में इंडिया रेड को 2 रन से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। आखिरी ओवर तक चले इस मुकाबले ने दर्शकों को रोमांच से भर दिया।

पहले बल्लेबाजी करते हुए इंडिया ग्रीन ने निर्धारित 15 ओवर में 129 रन बनाए। टीम के स्टार बल्लेबाज अजय बिद्दू ने 42 गेंदों पर 63 रनों की धुआंधार पारी खेली, जबकि रजत बिस्वास ने 38 रनों का योगदान दिया। गेंदबाजी में इंडिया रेड के श्रीदीप लाला ने 3 ओवर में 23 रन देकर 2 विकेट चटकाए।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंडिया रेड की शुरुआत अच्छी रही, लेकिन बीच के ओवरों में टीम लड़खड़ा गई। श्रीदीप लाला ने बल्ले से भी दम दिखाते हुए 36 गेंदों पर 43 रन बनाए, मगर वे अपनी टीम को जीत की मंजिल तक नहीं पहुंचा सके। आखिरी ओवर में इंडिया रेड को जीत के लिए 10 रन चाहिए थे, लेकिन कसी हुई गेंदबाजी के दम पर इंडिया ग्रीन ने मैच 2 रन से जीत लिया।

इंडिया ग्रीन की ओर से गेंदबाज अजय कुमार यादव सबसे सफल रहे। उन्होंने 3 ओवर में 21 रन देकर 3 विकेट झटके। वहीं विनोद और अजय बिद्दू ने 1-1 विकेट हासिल किया। इस जीत के साथ इंडिया ग्रीन ने शानदार अंदाज में राजीव गांधी डिसेबिलिटी टी20 चैंपियनशिप 2025 की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। मैच के अंत में खिलाड़ियों के जज़्बे और संघर्ष को सभी ने सलाम किया।

Read More

बिहार की सॉफ्टबॉल टीमों ने रचा इतिहास, BSSA के डीजी ने पुरुष और महिला टीम को किया सम्मानित

पटना: बिहार की सॉफ्टबॉल टीमों ने 15वीं पूर्वी क्षेत्र सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य को गर्व का अवसर दिया है। जमशेदपुर के प्रतिष्ठित रीगल मैदान में आयोजित इस प्रतियोगिता में बिहार की पुरुष टीम ने उपविजेता और महिला टीम ने कांस्य पदक जीतकर अपने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया।

राज्य की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद दोनों टीमों ने सोमवार को बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्र शंकरण से भेंट की। शंकरण ने खिलाड़ियों को इस सफलता के लिए बधाई दी और कहा कि यह सिर्फ एक शुरुआत है। लक्ष्य सिर्फ राज्य स्तर नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनानी है।

सॉफ्टबॉल ओलंपिक खेलों का हिस्सा है और मेरी यह प्रबल इच्छा है कि बिहार के खिलाड़ी आने वाले वर्षों में ओलंपिक पदक जीतें। इस अवसर पर डीजी शंकरण ने खिलाड़ियों को प्रशंसा स्वरूप स्मृति-चिह्न और उपहार भेंट किए, जिससे सभी खिलाड़ियों में उत्साह और गर्व की भावना स्पष्ट रूप से देखने को मिली।

शंकरण ने विशेष रूप से संघ की सचिव प्राची शर्मा के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उनके सक्रिय नेतृत्व और निरंतर कार्यों की बदौलत ही बिहार की सॉफ्टबॉल टीम ने वर्षों बाद यह महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।

6 वर्षों बाद ट्रॉफी बिहार की झोली में

गौरतलब है कि यह पिछले छह वर्षों में बिहार की पहली बड़ी सॉफ्टबॉल ट्रॉफी है, जो राज्य में इस खेल के पुनरुत्थान का संकेत देती है। प्रतियोगिता के दौरान सॉफ्टबॉल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सचिव प्रवीण अनौकर भी उपस्थित रहे। उन्होंने बिहार की टीमों की सराहना करते हुए कहा कि बिहार के खिलाड़ी शानदार ऊर्जा और समर्पण के साथ खेले। यदि यह मेहनत और जोश बरकरार रहा, तो जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर भी बिहार का दबदबा देखने को मिलेगा।

इस स्वागत समारोह में सॉफ्टबॉल एसोसिएशन ऑफ बिहार के कोषाध्यक्ष पवन कुमार, वरिष्ठ पदाधिकारी मधु शर्मा, दोनों टीमों के खिलाड़ी एवं कोचिंग स्टाफ सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने इस उपलब्धि को मिलकर मनाया और खिलाड़ियों को आगामी प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं दीं।

Read More

पूर्वी क्षेत्र सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में बिहार पुरुष उपविजेता, महिला टीम तीसरे स्थान पर रही

पटना: जमशेदपुर के प्रतिष्ठित रीगल मैदान में आयोजित 15वीं पूर्वी क्षेत्र सॉफ्टबॉल प्रतियोगिता में बिहार की पुरुष टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उपविजेता (रनर-अप) का खिताब अपने नाम किया, वहीं बिहार की महिला टीम ने भी दमदार खेल दिखाते हुए तीसरा स्थान प्राप्त किया। दोनों वर्गों में ओडिशा की टीमें विजेता बनीं।

फाइनल मुकाबला पूल की दो शीर्ष टीमों बिहार और ओडिशा के बीच खेला गया। बिहार के कप्तान सौरभ ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया। ओडिशा की टीम सेमीफाइनल में बंगाल के खिलाफ लगातार 4 होम रन और एक गोल्डन होम रन लगा चुकी थी, इस मुकाबले में बिहार के गेंदबाजों और फील्डरों के आगे बेबस नजर आई।

बिहार के सुजल ने पिचिंग में शानदार शुरुआत करते हुए विपक्षी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। कैचर अंकित और बाकी फील्डरों ने भी बेहतरीन क्षेत्ररक्षण किया, जिससे ओडिशा की टीम पहली पारी में बिना रन बनाए सिमट गई। हालांकि बल्लेबाज़ी में बिहार की टीम भी संघर्ष करती दिखी और शुरुआती पारी में रन नहीं बना सकी।

दूसरी पारी में ओडिशा ने 1 रन, और तीसरी पारी में एक और रन जोड़ते हुए कुल स्कोर 2-0 तक पहुँचाया। बिहार की टीम अंतिम पलों तक संघर्ष करती रही लेकिन तीसरे बेस तक पहुँचने के बावजूद रन पूरा नहीं कर सकी, और अंततः ओडिशा ने 2-0 से फाइनल जीत लिया। यह ट्रॉफी बिहार पुरुष टीम के लिए पिछले छह वर्षों में पहली बड़ी उपलब्धि है।

महिला टीम ने हासिल किया तीसरा स्थान

बिहार की महिला टीम ने भी टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। सेमीफाइनल मुकाबले में टीम 6-1 से आगे चल रही थी, लेकिन अचानक हुई बारिश ने खेल की दिशा बदल दी। फील्डिंग और पिचिंग में आई बाधाओं की वजह से टीम अपना नियंत्रण खो बैठी और एक लगभग जीता हुआ मुकाबला हाथ से निकल गया। इसके बावजूद टीम ने तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में बेहतरीन खेल दिखाते हुए कांस्य पदक हासिल किया।

इस शानदार प्रदर्शन पर ऑल इंडिया सॉफ्टबॉल फेडरेशन के सचिव प्रवीण अनौकर ने खिलाड़ियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की और उन्हें भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर भी इसी तरह के प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं। टीम के कोच विजय कुमार, बिपिन कुमार, राजेश कुमार और अभिषेक आनंद पूरे टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के साथ पूरी ऊर्जा और समर्पण के साथ डटे रहे। बिहार सॉफ्टबॉल संघ के अध्यक्ष गौतम कनोड़िया और कोषाध्यक्ष पवन कुमार ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और उनके प्रदर्शन पर गर्व जताया।

संघ की सचिव ने क्या कहा?

संघ की सचिव प्राची शर्मा के लिए यह एक भावुक और गर्व का क्षण रहा। उन्होंने पिछले तीन महीनों से चल रहे लगातार अभ्यास सत्रों में खिलाड़ियों के समर्पण और मेहनत को इस सफलता का आधार बताया। संघ की वरिष्ठ पदाधिकारी मधु शर्मा और अजय शर्मा ने भी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि अब पीछे मुड़कर नहीं देखना है, बिहार सॉफ्टबॉल को ऊँचाइयों तक ले जाना है।

Read More

बिहार के खेल संघों का सरकार पर गंभीर आरोप, खिलाड़ियों की उपेक्षा और वित्तीय अनियमितता पर उठाए सवाल

पटना: पटना में बिहार के विभिन्न खेल संघों की एक संयुक्त प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें राज्य में खेल विकास, खिलाड़ियों की नियुक्ति, वित्तीय अनियमितता और खेल संघों की उपेक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया। इस संवाददाता सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य बिहार सरकार को खेल क्षेत्र से जुड़ी वास्तविक चुनौतियों और खिलाड़ियों की उपेक्षा की ओर ध्यान आकर्षित करना था।

जूनियर खिलाड़ियों की नियुक्ति पर रोक को बताया साजिश

खेल संघों ने राज्य सरकार द्वारा हाल ही में लागू की गई “उत्कृष्ट खिलाड़ी नियुक्ति नियमावली 2025” में जूनियर आयु वर्ग के विजेता खिलाड़ियों की नियुक्ति पर रोक को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। वक्ताओं ने इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया और कहा कि यह बिना हितधारकों से विमर्श किए लागू किया गया फैसला है, जो बिहार के खेल विकास को बाधित करता है। संघों ने ऐसे निर्णय के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

खेल विभाग की निष्क्रियता और प्राधिकरण की अनियमितताएं उजागर

खेल संघों ने आरोप लगाया कि राज्य खेल विभाग की निष्क्रियता के चलते बिहार राज्य खेल प्राधिकरण (BSKA) द्वारा करोड़ों रुपये की राशि का अनुचित तरीके से दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण ने फेडरेशन के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन की राइट खरीदकर सरकारी राशि का भारी अपव्यय किया है, जबकि विगत चार वर्षों से खेल संघों को अनुदान तक नहीं मिला है।

खेल संघों ने कहा कि BSKA का असली उद्देश्य राज्य में खेलों का विकास करना है, लेकिन वर्तमान में उसकी प्राथमिकता केवल “आयोजन कराओ, पैसा कमाओ” बन गई है। संघों ने इसे संविधान और वित्तीय नियमों का उल्लंघन बताते हुए सरकार से कड़ी जांच और कार्रवाई की मांग की।

राज्य के खिलाड़ियों को किया जा रहा नजरअंदाज़

संघों ने यह भी बताया कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पदक जीतने वाले बिहार के खिलाड़ियों को आज तक कोई प्रोत्साहन राशि नहीं दी गई, जबकि हाल ही में हुए हीरो एशिया कप, जिसमें बिहार का एक भी खिलाड़ी शामिल नहीं था, उस पर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए।

इसके अलावा, बिना सरकारी अनुमति एक प्राइवेट संस्था को करोड़ों की राशि आवंटित की गई और एक ही परिवार की चार कंपनियों को ब्रांडिंग के नाम पर भुगतान कर भारी वित्तीय अनियमितताएं की गईं। Renaissance नामक कंपनी को बिना नियमानुसार टेंडर दिए ही अनुबंध दिया गया, जो गंभीर भ्रष्टाचार को दर्शाता है।

खेल संघों की मुख्यमंत्री से प्रमुख मांगें

  • उत्कृष्ट खिलाड़ी नियुक्ति नियमावली 2025 में तत्काल सुधार किया जाए।
  • खिलाड़ियों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से दी जाए।
  • 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 के अनुदान की राशि अविलंब जारी की जाए।
  • खेल संघों को ACTC (Annual Calendar for Training and Competition) के अनुसार अनुदान मिले।
  • खेल संघों को खेल मैदान और प्रशिक्षक उपलब्ध कराए जाएं।
  • पाटलिपुत्र खेल परिसर में आवंटित कार्यालय तत्काल खेल संघों को हस्तांतरित किया जाए।
  • जिला खेल पदाधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया में संशोधन किया जाए।
  • राज्य विद्यालय खेल एवं मसाल खेलों का आयोजन शिक्षा विभाग को सौंपा जाए।
  • मुख्यमंत्री खेल विकास योजना के अंतर्गत एकलव्य प्रशिक्षण केंद्रों को तुरंत शुरू किया जाए।

संघों का स्पष्ट संदेश

खेल संघों ने साफ कहा कि यदि राज्य में खेल का वास्तविक विकास करना है तो सरकार को संघों की भूमिका को स्वीकार करना होगा, उनके साथ समन्वय स्थापित करना होगा और प्राधिकरण की कार्यशैली में पारदर्शिता लानी होगी। बिना जवाबदेही के आयोजन कर करोड़ों खर्च करना, खिलाड़ियों के भविष्य से खिलवाड़ है।

Recent Articles

Subscribe Now
Do you want to subscribe to our newsletter?

Fill this form to get mails from us.