KRIDA NEWS

Rinku Singh पर कभी बीसीसीआई ने लगाया था बैन, अब गुजरात टाइटंस के खिलाफ लगातार पांच छक्का जड़कर रातों-रात बनें स्टार; जानें कैसा रहा है रिंकू सिंह का सफर

आईपीएल 2023 (IPL 2023) का आगाज हो चुका है। शुरुआत के कुछ मैच में ही आईपीएल का रोमांच अपने चरम पर पहुंच गया है। इस आईपीएल में एक ऐसे खिलाड़ी ने अपनी गाथा लिखी है, जिसकी चर्चो पूरे विश्व क्रिकेट में शुरू हो गई है। यह खिलाड़ी कोई और नहीं रिंकू सिंह (Rinku Singh) है। जिन्होंने पांच गेंदों पर पांच छक्के जड़कर कोलकाता नाइट राइडर्स को जीत दिला और रातों-रात हीरो बन गए। उत्तर प्रदेश का यह सितारा जो आईपीएल 2023 में अपनी चमक बिखेर रहा है।

रिंकू सिंह ने पांच छक्का लगाकर मैच को पूरी तरह से पलट दिया और गुजरात टाइटंस को हराकर मुकाबले को जीत लिया। पांच गेंदों पर पांच छक्कें जड़ने के बाद रिंकू ने अपना नाम क्रिकेट इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज करा लिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रिंकू सिंह ने जो मुकाम हासिल की वो काफी संघर्षों से भरा रहा है। उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में अपने आप को निखरा है और आज यह मुकाम हासिल कर पाए हैं। आइए जानते हैं कैसे रिंकू सिंह बने सिक्सर किंग।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ रिंकू सिंह का जन्म

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 12 अक्टूबर 1997 को जन्में रिंकू सिंह का पढ़ाई में कुछ खास लगाव नहीं था। रिंकू के पिता चंद्र सिंह एलपीजी सिलेंडर बांटने का काम करते है। सिलेंडर डिलीवरी का काम करने वाले चंद्र सिंह का घर दो कमरों तक ही सिमिट था। रिंकू को बचपन से पढ़ाई में मन नहीं लगता था। बल्कि इससे उल्टा रिंकू का मन खेल में हमेशा लगा रहता था। इसके बावजूद भी रिंकू के माता-पिता ने कभी भी रिंकू को स्कूल भेजना बंद नहीं किया।

Image

रिंकू सिंह ने 10 से 11 साल में क्रिकेट को अच्छी तरह से समझ लिया था। रिंकू अपना अधिक समय क्रिकेट को देने लगे थे। रिंकू सिंह अपने पांच भाई-बहनों के साथ गोदाम के परिसर में दो रूम के कमरें में रहते थे। रिंकू सिंह बचपन से गरीबी के माहौल मे पले बढ़े। पिता गैस डिलीवरी का काम करते थे तो वहीं सबसे बड़ा भाई ऑटो रिक्शा चलाता था। जबकि उनका एक बड़ा भाई एक कोचिंग सेंटर में काम करता था।

कठिनाइयों से परिवार का पेट पालने वाले पिता ने रिंकू के कौशल को नहीं पहचाना

कठिनाइयों से परिवार का पेट पालने वाले पिता में इतनी समझ नहीं थी कि अपने बच्चों के कौशल को पहचान कर उन्हें सही रास्ता दिखाए। पढ़ाई में कमजोर होने के कारण के रिंकू का मन खेल से मानों लग सा गया था। जिससे उनके पिता हमेशा नाराज ही रहते थे। रिंकू के क्रिकेटर बनने की बात पर पिता ने कई बार नाराज होकर उनकी पिटाई भी की ऐसा सिर्फ उन्होंने परेशानी में किया।

एक पिता का ख्वाब होता है कि बेटा किसी तरह कुछ करके कमाने लग जाए। इसके अलावा रिंकू कहते है कि क्रिकेट खेलने के लिए उनको समर्थन भी घरवालों से मिला। जिससे मुझे उस जगह तक पहुंचने में मदद मिली, आज मैं जहां भी हूं।

Rinku Singh With His Family

रिंकू के पिता घर परिवार देखकर चलने वाले आदमी थे, उन्हें पता था कि घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। इन सबके बावजूद रिंकू ने 2009 में क्रिकेट खेलने का मन बना लिया था। रिंकू के इसी लगन के कारण वो 2012 में यूपी के टीम में चुने गए। इसके बाद रिंकू सिंह का परिवार एक बार फिर तंगी से झूझने लगा। ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं होने के कारण रिंकू को झाड़ू पोछा लगाने का काम मिला। उन्हें नौकरी तो चाहिए थी लेकिन वह सफाई कर्मी बनने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने मन बना लिया कि अब क्रिकेट में ही कुछ करूंगा।

रिंकू कहते हैं मैं इतना पढ़ा लिखा नहीं हूं कि पढ़ाई के आधार पर काम कर सकूं मैं केवल क्रिकेट ही है जो मुझे आगे बढ़ा सकता है और क्रिकेट के अलावा कोई विकल्प ही नहीं था। क्योंकि परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का कोई और रास्ता ही नहीं था। बड़े भाई की तरह पिता भी हर महीने 6 से ₹7000 कमाते थे। क्रिकेट करियर में उनके परिवार को गरीबी के बोझ से बाहर निकालने में मदद की।

रिंकू सिंह का क्रिकेट करियर

2012 में यूपी के टीम से खेलने के बाद रिंकू सिंह का बेहतरीन प्रदर्शन लगातार जारी रहा। उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उत्तरप्रदेश के अंडर-19 और अंडर-23 टीम में जगह मिली। इसके अलावा उन्होंने अंडर-19 में सेंट्रल जोन का प्रतिनिधित्व भी किया। रिंकू सिंह ने महज 16 साल की उम्र में लिस्ट A  क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने पहले ही मैच में शानदार पारी में खेलते हुए 87 गेंदों में 84 रनों की पारी खेली।

सैय्यद मुस्ताक अली ट्रॉफी में 31 मार्च 2014 को विदर्भ के खिलाफ खेलते हुए अपने डेब्यू मैच में ही इन्होने 5 गेंदों पे तूफानी अंदाज़ में बल्लेबाजी करते हुए तीन चौकों और दो गगनचुम्बी छक्कों की मदद से 24 रन बना दिए और दूसरी पारी में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 3 ओवर में 46 रन देकर एक विकेट भी लिया। इसके बाद उन्होंने 5 नवंबर 2016 को 18 वर्ष की उम्र में 2016-17 की रणजी ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया।

Image

इनके अच्छे प्रदर्शन का फायदा इन्हें आईपीएल के 2017 के सीजन में मिला। जब किंग्स एलेवेन पंजाब ने रिंकू सिंह को 10 लाख के बेस प्राइस पर खरीदा। लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। इसके बाद 2018 के विजय हज़ारे ट्रॉफी के एक मैच में त्रिपुरा के विरूद्ध ताबड़तोड़ अंदाज़ में बल्लेबाजी करते हुए 44 गेंद में नाबाद 91 रन बनाये और इसकी मदद से उन्हें 2018 में कोलकाता नाईट राइडर्स की टीम ने उन्हें 80 लाख रुपये में खरीदा। 2018 में रिंकू का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था।

2018 में अपने ख़राब प्रदर्शन के बाद रिंकू सिंह ने कोलकाता के बैटिंग मेंटर अभिषेक नायर के साथ समय बिताया और इसका फायदा उन्हें 2018-2019 के रणजी सीजन में भी हुआ और उन्होंने 10 पारियों में 953 रन बनाकर टूर्नामेंट के तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे जिसमे उन्होंने चार शतक लगाए थे (163*, 149, 149 और 150)।  रणजी ट्रॉफी में रिंकू ने 40 मैचों की 59 परियों में 59.89 की उम्दा औसत से 2875 रन बनाये हैं। रणजी ट्रॉफी में रिंकू का उच्चतम स्कोर 163 रन है।

बीसीसीआई ने 2019 में लगाया था बैन

साल 2019 में बीसीसीआई ने रिंकू सिंह को तीन महीनों का प्रतिबंध लगा दिया था। इस दौरान उनके क्रिकेट के करियर पर ब्रेक लग गया था। रिंकू सिंह ने बिना बीसीसीआई को जानकारी दिए अबुधाबी में एक टी-20 लीग में हिस्सा लिया था। जब इसकी जानकारी बीसीसीआई को लगी तो उन्होंने कड़ा एक्शन लेते हुए तीन महीने का प्रतिबंध लगा दिया। इस घटना के बाद रिंकू सिंह ने ऐसा कभी नहीं करने की ठानी। उसके बाद फिर रिंकू ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

आईपीएल 2022 में रिंकू को मौके मिलने शुरू हो गए। पिछले साल रिंकू सिंह ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 15 गेंदों पर 40 रन बनाकर टीम को जीत के दहलीज पर पहुंचा दिए। लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम 2 रनों से हार गई। जिसके बाद केकेआर की तरफ से लगातार मौके मिलने शुरू हो गए। जिसके बाद रिंकू के प्रदर्शन में भी निखार आने लगा। आईपीएल 2023 में 5 गेंदों में पांच छक्के जड़कर अपनी एक अलग पहचान बना ली है। इसके साथ ही आईपीएल के इतिहास में पांच लगातार गेंदों में पांच छक्के लगाने वाले पांचवे खिलाड़ी बन गए।

 

Written By- उपासना कुमारी

Read More

स्व. राजू वाल्स ट्रॉफी के नाम से खेले जाएगी NDJL–2025, जर्सी का हुआ भव्य अनावरण

नालंदा, 6 दिसंबर 2025: नालंदा जिले में जूनियर खिलाड़ियों के लिए आयोजित होने वाली सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट प्रतियोगिता NDJL–2025 (नालंदा डिस्ट्रिक्ट जूनियर लीग) इस वर्ष एक विशेष पहचान के साथ आयोजित की जा रही है। जिला क्रिकेट के घरेलू सत्र 2025–26 की शुरुआत 7 दिसंबर से होने जा रही है और यह लीग इस बार “स्व. राजू वाल्स ट्रॉफी” के नाम से खेली जाएगी। इसी क्रम में आज लीग की जर्सी का अनावरण पूर्व रणजी खिलाड़ी सुनील वाल्स और वरिष्ठ अधिकारी मनोज सिंह द्वारा किया गया।

स्व. राजू वाल्स के सम्मान में लीग का नामकरण

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ नालंदा ने इस वर्ष लीग को स्व. राजू वाल्स की स्मृति को समर्पित करने का निर्णय लिया है। स्व. राजू वाल्स का इसी वर्ष निधन हुआ था। वह पूर्व रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी, पूर्व BCCI पिच क्यूरेटर, तथा बिहार क्रिकेट संघ के U-16 टीम के पूर्व कोच रह चुके थे। बिहार क्रिकेट में उनके योगदान और वर्षों की सेवाओं को सम्मान देते हुए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ नालंदा ने यह महत्वपूर्ण पहल की है।

7 से 14 दिसंबर तक होगा मुकाबला, कुल 8 टीमें होंगी शामिल

NDJL–2025 स्व. राजू वाल्स ट्रॉफी 7 दिसंबर 2025, रविवार से शुरू होकर 14 दिसंबर 2025 तक खेली जाएगी। टूर्नामेंट में कुल 8 टीमों को शामिल किया गया है, जिन्हें दो ग्रुपों में बांटा गया है। जिसमें ग्रुप ए में टीम A, टीम C, टीम E, टीम G को रखा गया है। वहीं ग्रुप बी में टीम B, टीम D, टीम F, टीम H को रखा गया है। प्रत्येक टीम अपने ग्रुप में तीन मैच खेलेगी। सभी मुकाबले टी-20 प्रारूप में होंगे, जिसमें खिलाड़ी रंगीन जर्सी में व्हाइट बॉल के साथ मैदान में उतरेंगे।

जूनियर खिलाड़ियों को मिलेगा बड़ा प्रतिस्पर्धी मंच

NDJL–2025 का उद्देश्य नालंदा जिले में उभरते प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को बड़ा मंच प्रदान करना है, जहां वे प्रतिस्पर्धी माहौल में अपने कौशल को निखार सकें। यह लीग नालंदा जिले के उन युवा प्रतिभाओं को सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जो भविष्य में जिला, राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर नालंदा और बिहार का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता रखते हैं।

जर्सी अनावरण ने बढ़ाया उत्साह

जर्सी अनावरण कार्यक्रम के दौरान खिलाड़ियों और आयोजकों में उत्साह देखने को मिला। सुनील वाल्स और मनोज सिंह ने लीग के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएँ दीं और युवा खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।

Read More

डीपीएस पटना ईस्ट में ‘एक्सेल्सियर 2025’ का भव्य समापन, 13 स्कूलों के 400 खिलाड़ियों ने दिखाया दमखम

पटना, 6 दिसंबर 2025: दिल्ली पब्लिक स्कूल, पटना ईस्ट में आयोजित तीन दिवसीय इंटर-स्कूल स्पोर्ट्स एक्स्ट्रावैगेंज़ा “एक्सेल्सियर 2025” का आज भव्य समापन समारोह संपन्न हुआ। पूरे समारोह में खेल, अनुशासन और उत्कृष्ट प्रदर्शन का उत्साह चरम पर रहा।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि बनीं खेल मंत्री श्रेयसी सिंह

समापन समारोह की शुरुआत सुबह अतिथियों के आगमन और पारंपरिक स्वागत के साथ हुई। कार्यक्रम में राज्य की खेल मंत्री सुश्री श्रेयसी सिंह, डीपीएस पटना ईस्ट के प्रो वाइस चेयरमैन श्री अमित प्रकाश, मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. मनीष कुमार, ट्रस्टी अनीश साहू, विद्यालय के प्राचार्य डॉ. राकेश अल्फ्रेड और डिप्टी हेड मोहम्मद अशफ़ाक़ इक़बाल सहित कई गणमान्य अधिकारी उपस्थित थे। अतिथियों का गरिमामय स्वागत 11:30 बजे किया गया, जिसके बाद मुख्य अतिथि का सम्मान और कार्यक्रम की मुख्य झलकियों का प्रस्तुतीकरण किया गया।

संगीत–नृत्य प्रस्तुतियों ने बांधा समा

मुख्य अतिथि सुश्री श्रेयसी सिंह ने विद्यार्थियों को खेल के माध्यम से अनुशासन, एकाग्रता और उत्कृष्टता की ओर अग्रसर होने का संदेश दिया। इसके बाद छात्रों द्वारा प्रस्तुत संगीत और नृत्य ने पूरे वातावरण को उत्साह और ऊर्जा से भर दिया। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. राकेश अल्फ़्रेड ने अपने संबोधन में कहा कि “एक्सेल्सियर 2025” जैसे आयोजन विद्यार्थियों में टीम वर्क, नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास को विकसित करते हैं।

13 विद्यालयों के 400 खिलाड़ी हुए शामिल

“एक्सेल्सियर 2025” का शुभारंभ 4 दिसंबर को हुआ था, जिसमें कुल 13 विद्यालयों के 400 से अधिक प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। तीन दिनों तक आयोजित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में बच्चों ने बेहतरीन खेल कौशल और अद्भुत खेल भावना का प्रदर्शन किया।

फाइनल मुकाबलों के नतीजे

फुटबॉल
ट्रिनिटी ग्लोबल ने डीपीएस पटना ईस्ट को 5–2 से हराकर चैंपियनशिप जीती।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: अशमित कुमार (ट्रिनिटी ग्लोबल)

कबड्डी
द त्रिभुवन ने डीपीएस पटना ईस्ट को 71–58 से मात देकर खिताब जीता।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: आदर्श कुमार (द त्रिभुवन)

वॉलीबॉल
मे फ्लावर स्कूल ने शिवम कॉन्वेंट को सीधे दो सेटों में हराकर खिताब अपने नाम किया।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: भरत कुमार (मे फ्लावर)

बास्केटबॉल – बालक वर्ग
ट्रिनिटी ग्लोबल ने डीपीएस पटना ईस्ट को 16–5 से हराकर विजेता बना।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: विराट वैभव (ट्रिनिटी ग्लोबल)

बास्केटबॉल – बालिका वर्ग
सेंट जोसेफ कॉन्वेंट, जेठुली ने डीपीएस पटना ईस्ट को 16–8 से हराते हुए चैंपियनशिप जीती।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी: एलिशा राज (सेंट जोसेफ कॉन्वेंट)

एथलेटिक्स
विजेता: डीपीएस पटना ईस्ट
उपविजेता: लिट्रा वैली

मेंटर्स और अधिकारियों का हुआ सम्मान

पुरस्कार वितरण के बाद मेंटर्स, प्रशिक्षकों और अधिकारियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का औपचारिक समापन मुख्य अतिथि सुश्री श्रेयसी सिंह द्वारा समारोह को संपन्न घोषित करते हुए किया गया। यह तीन दिवसीय आयोजन न सिर्फ छात्रों की प्रतिभा का भव्य प्रदर्शन रहा, बल्कि शिक्षा, खेल, कला और अनुशासन के संतुलित समावेश का भी उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है। डीपीएस पटना ईस्ट ने एक बार फिर यह साबित किया कि समग्र विकास ही शिक्षा का वास्तविक स्वरूप है।

Read More

बिहार रुरल लीग का ट्रायल 7 दिसंबर से शुरू, कई जिलों के लिए जारी हुआ शेड्यूल

पटना, 6 दिसंबर 2025: बिहार में प्रतिभाशाली ग्रामीण खिलाड़ियों को मंच देने के उद्देश्य से आयोजित होने वाली बिहार रुरल लीग के ट्रायल का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। विभिन्न जिलों में निर्धारित तिथियों पर ट्रायल आयोजित किए जाएंगे, जिनमें सैकड़ों क्रिकेटरों के भाग लेने की संभावना है। मीडिया प्रभारी रूपक कुमार ने बताया कि ट्रायल की शुरुआत 7 दिसंबर से होने जा रही है।

मोतिहारी में 7 दिसंबर से ट्रायल की शुरुआत

ट्रायल का पहला चरण गांधी मैदान, मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) में 7 दिसंबर से शुरू होगा। अभिषेक कुमार को जिला कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। गुलाब खान (मो.– 9955888412) और अभिषेक कुमार छोटू (मो.– 9546216704) संयोजक/सह-संयोजक के रूप में जिम्मेदारी संभालेंगे।

8 दिसंबर को इन जगहों पर होगा ट्रायल

बड़ा रमना मैदान, पश्चिमी चंपारण में 8 दिसंबर से ट्रायल होंगे। जिसमें विश्वजीत कुमार (मो.– 9709623199) को संयोजक बनाया गया है। ओम कुमार सिंह और सरफराज अहमद सहयोगी के रूप में उपस्थित रहेंगे।

गोपालगंज जिले में ट्रायल टुन्ना गिरी क्रिकेट अकादमी में 8 दिसंबर से शुरू होगा। यहां संतोष कुमार मिश्रा (मो.– 6201698268) और प्रिंस कुमार सिंह को संयोजक नियुक्त किया गया है।

सारण जिले में ट्रायल राजेंद्र स्टेडियम में आयोजित होगा।सुनील कुमार सिंह (मो.– 9334640879) को वरिष्ठ क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है। सारण जिला क्रिकेट संघ की अध्यक्ष इंदु कुमारी (मो.– 8709224120) पूरे ट्रायल प्रक्रिया की निगरानी और संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगी।

सिवान और पटना में ट्रायल 14 दिसंबर को

बिहार रुरल लीग का ट्रायल सिवान के सिवान स्टेडियम में आयोजित होगा। इसके लिए सोनू कुमार गुप्ता (मो.– 8804374327) को संयोजक की भूमिका दी गई है। वहीं पटना में ट्रायल शाखा मैदान में 14 दिसंबर से शुरू होगा। यहां वरिष्ठ खिलाड़ी रूपक कुमार (मो.– 9334450416) को कोऑर्डिनेटर तथा संतोष कुमार को कन्वेनर बनाया गया है।

ग्रामीण प्रतिभाओं को मिलेगा बड़ा मंच

बिहार रुरल लीग ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी क्रिकेट प्रतिभाओं को राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का अवसर देती है। ट्रायल प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए सभी जिलों में कोऑर्डिनेटर और संयोजकों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।

Read More

डीपीएस पटना ईस्ट में एक्सेलसियर 2025 का दूसरा दिन रोमांच से भरपूर, कई टीमों ने फाइनल में बनाई जगह

पटना, 5 दिसंबर 2025: दिल्ली पब्लिक स्कूल, पटना ईस्ट में आयोजित तीन दिवसीय इंटर-स्कूल स्पोर्ट्स एक्स्ट्रावैगेंज़ा ‘एक्सेलसियर 2025’ का दूसरा दिन रोमांच, ऊर्जा और उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन का गवाह बना। अंडर-16 (बालक एवं बालिका) वर्ग में खेले गए नॉकआउट और सेमीफाइनल मुकाबलों ने टूर्नामेंट को और अधिक रोचक बना दिया। खिलाड़ियों के जज्बे और खेल भावना ने मैदान में उपस्थित सभी लोगों को प्रभावित किया।

एथलेटिक्स से हुई रोमांचक दिन की शुरुआत

दूसरे दिन की शुरुआत एथलेटिक्स की विभिन्न ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं से हुई। 100 मीटर, 200 मीटर दौड़, रिले रेस, हाई जंप और अन्य इवेंट्स में खिलाड़ियों ने अपनी गति, तकनीक और स्टैमिना का बेहतरीन प्रदर्शन किया। एथलेटिक्स स्पर्धाओं में डीपीएस पटना ईस्ट, लिट्रा वैली और लीड्स एशियन स्कूल के खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिला।

फुटबॉल: सेमीफाइनल में दिखा कौशल और रणनीति

फुटबॉल के मैदान पर आज सेमीफाइनल मुकाबलों में जोरदार टक्कर देखने को मिली। पहले सेमीफाइनल में ट्रिनिटी ग्लोबल ने बेहतरीन आक्रमण और सटीक पासिंग के दम पर लिट्रा वैली को 8-1 से हराते हुए फाइनल में स्थान पक्का किया। दूसरे सेमीफाइनल में डीपीएस पटना ईस्ट ने त्रिभुवन को 3-1 से मात देकर फाइनल में जगह बनाई। टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 6 दिसंबर को प्रातः 9 बजे खेला जाएगा।

बास्केटबॉल में रोमांच चरम पर

बास्केटबॉल कोर्ट पर बालक और बालिका दोनों वर्ग में मुकाबले बेहद रोमांचक रहे। बालक वर्ग में डीपीएस पटना ईस्ट ने गोविंदा इंटरनेशनल को 35-12 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया, जहाँ उनका सामना ट्रिनिटी ग्लोबल से होगा। बालिका वर्ग में सेंट जोसेफ कॉन्वेंट, जेठुली ने डीपीएस पटना ईस्ट को 12-06 से हराते हुए चैंपियनशिप अपने नाम की।

कबड्डी में दांव-पेच का अद्भुत प्रदर्शन

कबड्डी के अखाड़े में खिलाड़ियों ने अपनी ताकत, तेज़ी और रणनीतिक समझ का शानदार प्रदर्शन किया। पहले मुकाबले में डीपीएस पटना ईस्ट ने लीड्स इंटरनेशनल को 71-68 से हराया। दूसरे मुकाबले में त्रिभुवन ने बिशप स्कॉट बॉयज़ को 61-37 से मात देकर अपनी क्षमता का परिचय दिया।

वॉलीबॉल में मे फ्लावर स्कूल बना चैंपियन

वॉलीबॉल कोर्ट पर आज खेले गए मुकाबले में मे फ्लावर स्कूल ने शिवम कॉन्वेंट को सीधे दो सेटों में पराजित कर चैंपियनशिप जीत ली। शानदार स्मैश और ब्लॉक ने दर्शकों का खूब उत्साह बढ़ाया।

प्रधानाचार्य का प्रेरणादायी संदेश

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. राकेश अल्फ्रेड ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा, “खेल सिर्फ हार-जीत का भाव नहीं, बल्कि अनुशासन, सहयोग और दृढ़ संकल्प का पाठ पढ़ाता है। आज बच्चों ने जिस स्तर की खेल भावना दिखाई है, वह सराहनीय है।”

कल होंगे सभी फाइनल मुकाबले

6 दिसंबर को टूर्नामेंट का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान सभी फाइनल मुकाबले खेले जाएंगे और उसके बाद दोपहर 12 बजे से पुरस्कार वितरण का आयोजन होगा। दूसरे दिन के ऊर्जावान और प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन ने अंतिम दिन के मुकाबलों को लेकर उत्सुकता और भी बढ़ा दी है।

Recent Articles

Subscribe Now
Do you want to subscribe to our newsletter?

Fill this form to get mails from us.