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Exclusive Interview with Vaibhav’s Coach: कैसे बिहार के छोटे शहर से IPL तक पहुंचे Vaibhav Suryavanshi, कोच मनीष ओझा ने सुनाए अनकहे किस्से

Exclusive Interview with Vaibhav's Coach: कैसे बिहार के छोटे शहर से IPL तक चमके Vaibhav Suryavanshi, कोच मनीष ओझा ने सुनाई अनकही कहानी

Exclusive Interview: बिहार का नन्हा सितारा वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi) आज पूरे देश का स्टार बन गया है। आईपीएल डेब्यू में वैभव ने बता दिया कि वो क्या कर सकता है। राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए उन्होंने अपने पहले ही मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ निडर अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की और पहली ही गेंद पर शार्दुल ठाकुर जैसे अनुभवी ऑलराउंडर को छक्का जड़ दिया। सिर्फ 20 गेंदों में 2 चौके और 2 छक्कों की मदद से 34 रन बनाने वाले वैभव IPL के इतिहास में खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए।

लोग 14 साल की उम्र में सोच भी नहीं सकते थे जहां पहुंचने का, वहां वैभव ने जाकर अपना परचम लहराया। पहले मैच में शानदार पारी खेलने के बाद दूसरे मैच में भी वैभव ने भुवनेश्वर कुमार को छक्का लगाकर सभी को खासा प्रभावित किया, लेकिन वो इस मैच में केवल 16 रन बनाकर ही आउट हो गए। हालांकि वैभव के जल्दी आउट हो जाने पर उनके बचपन के कोच ज्यादा मनीष ओझा ज्यादा परेशान नहीं है।

मनीष ने क्रीडा न्यूज से बात करते हुए बताया कि वो इससे खुश हैं कि वैभव अपना स्वाभाविक खेल नहीं छोड़ा है। वो इसी तरह से सफल हुआ और आगे भी जरूर सफल होगा। वैभव के बचपन के कोच ने इस स्टार खिलाड़ी के हुनर, क्रिकेटिंग जर्नी और संघर्ष के दिलचस्प किस्सों को शेयर किया। पेश है बातचीत का मुख्य अंश:

वैभव सूर्यवंशी कब आपके पास आया था?
वैभव मेरे पास 8-9 साल की उम्र में आया था। वो समस्तीपुर से अपने पापा के साथ ट्रेनिंग लेने आया था। पहली ही मुलाकात में वो कुछ अलग सा लगा।

पहली नजर में क्या खास देखा?
पहली ही बार देखकर समझ में आ गया कि ये लड़का खास है। उसकी बल्लेबाज़ी में एक अलग तरह की समझ थी। उम्र के हिसाब से काफी आगे खेलता था। तकनीक, टाइमिंग, सब कुछ कमाल का था। तभी लगा था कि मेहनत सही दिशा में होती रही, तो ये बच्चा बहुत आगे जाएगा।

कब लगा कि वैभव बड़े स्तर पर खेल सकता है?
करीब दो साल पहले हमें एहसास हुआ कि अब वैभव में कुछ एक्स्ट्रा है। 11-12 की उम्र में ही स्ट्रोक प्ले की मैच्योरिटी आने लगी थी। वो गेंदबाजों पर हावी रहता, अपने शॉट्स बिना डरे खेलता। अपने एज ग्रुप में वो सबसे आगे था। बाद में सीनियर लेवल पर भी उसी आत्मविश्वास के साथ खेलता रहा।

किस टूर्नामेंट ने बदल दी तस्वीर?
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की हेमन ट्रॉफी में उसकी परफॉर्मेंस ने सबका ध्यान खींचा। वीर प्रताप, साकिब हुसैन, अनुनय नारायण सिंह जैसे बेहतरीन गेंदबाज़ों के सामने उसने खुलकर बल्लेबाज़ी की और लगातार रन बनाए। उस टूर्नामेंट ने बता दिया कि ये बच्चा अब सीनियर क्रिकेट के लिए भी तैयार है।

वैभव को बाकियों से अलग क्या बनाता है?
उसकी तकनीक, गेम सेंस और आत्मविश्वास। सबसे बड़ी बात ये है कि वो किसी भी परिस्थिति में अपने स्वभाव को नहीं बदलता। आक्रामक अप्रोच, नई चीज़ें सीखने की ललक और हमेशा पॉजिटिव माइंडसेट यही उसे दूसरों से अलग बनाते हैं।

IPL डेब्यू से पहले क्या बात हुई थी?
मैच से पहले उसने कॉल कर बताया कि उसे मैच इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में खेलने का मौका मिलेगा। उसके बाद मैंने सिर्फ इतना कहा कि जैसे अब तक खेलते आए हो, वैसे ही खेलो। ना क्राउड से डरना, ना माहौल से। क्रिकेट को क्रिकेट की तरह खेलो और उसने वही किया।

जब बल्लेबाज़ी करने उतरा, तब मन में क्या चल रहा था?
सच कहूं तो दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था। नर्वसनेस थी, दिमाग ब्लैंक था। सिर्फ यही दुआ कर रहे थे कि बच्चा अच्छा खेले। जब पहली गेंद पर छक्का मारा, तब जाकर थोड़ी राहत मिली और एक अलग सी खुशी हो रही है। उस समय मैं थोड़ा भावुक भी हो गया था।

उम्र को लेकर उठे सवालों पर क्या कहेंगे?

ये बात तो तय है कि वैभव 14 साल का ही है। उम्र को लेकर जो बातें हो रही हैं, वो निराधार हैं। बीसीसीआई के बोन टेस्ट ने यह बात पहले भी साबित हो चुका है। उसने अपनी उम्र का प्रमाण आईपीएल मैच में दे दिया। जब वो आउट होकर पवेलियन जा रहा था, तब उसके आंखों में आंसू थे। ये बच्चा तो अपना इमोशन छुपाना भी नहीं जानता है। वैसे भी भारत में 150 करोड़ लोग हैं, हर किसी को बोलने का हक है। लेकिन जो सच है वो सच है।

जल्द ही इंडिया के लिए भी खेलेगा

वैभव सूर्यवंशी, जिस तरह से आगे बढ़कर वो जल्द ही टीम इंडिया के लिए खेलेगा। वो भारतीय टीम के लिए टी20, वनडे और टेस्ट में महत्वपूर्ण खिलाड़ी साबित हो सकता है। उसमें वो जज्बा है जो उसे टीम इंडिया तक जरूर पहुंचाएगी।

कोच के तौर पर ये सफर आपके लिए क्या मायने रखता है?

मेरे लिए ये भावुक पल है। जब आप किसी बच्चे को 8 साल की उम्र से ट्रेनिंग देना शुरू करते हैं और वो IPL जैसी लीग में खेलता है तो इससे बड़ी खुशी और कुछ नहीं हो सकती। मुझे खुशी है कि वैभव इतना आगे तक पहुंचा और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उम्मीद है कि वो इस प्रदर्शन को बरकरार रखे और देश का नाम रोशन करे।

12 साल की उम्र में रणजी डेब्यू करते हुए रचा था इतिहास

वैभव सूर्यवंशी का जन्म 27 मार्च 2011 को समस्तीपुर में हुआ था। जिसके बाद वो बहुत कम उम्र में ही क्रिकेट की बारीकियों से रूबरू हो गए। महज 12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करते हुए इतिहास रच दिया था। वैभव ने बिहार के लिए खेलते हुए यह कारनामा किया। उसके बाद तो वैभव का यश बढ़ता ही चला गया। वैभव ने अब तक पांच प्रथम श्रेणी, छह लिस्ट ए और दो टी20 मैच खेला है। वहीं उसके अलावा दो आईपीएल का मैच भी खेल चुका है।

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खुशी टारगेट क्रिकेट एकेडमी ने स्टार स्ट्राइकर्स को 3-0 से हराकर जीती सीरीज, अमन शर्मा बने प्लेयर ऑफ द सीरीज

पटना: खुशी टारगेट क्रिकेट एकेडमी (KTCA) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्टार स्ट्राइकर्स को तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। पूरे टूर्नामेंट में KTCA के खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और विकेटकीपिंग तीनों विभागों में शानदार तालमेल दिखाया, जिससे टीम को हर मुकाबले में जीत हासिल हुई।

पहले मुकाबले में अमन शर्मा का ऑलराउंड शो

श्रृंखला का पहला मैच KTCA के लिए एकतरफा साबित हुआ। पहले बल्लेबाजी करते हुए KTCA ने निर्धारित 40 ओवरों में 7 विकेट पर 295 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में स्टार स्ट्राइकर्स की पूरी टीम 195 रन पर सिमट गई। इस मैच में अमन शर्मा ने बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए 57 रन बनाए और 4 विकेट झटके, जिससे टीम को मजबूत जीत मिली।

दूसरा मुकाबला में प्रवीण सिन्हा की बेहतरीन गेंदबाज़ी

दूसरे मैच में स्टार स्ट्राइकर्स ने पहले बल्लेबाजी की लेकिन पूरी टीम 33.4 ओवरों में 145 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में KTCA ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 20.4 ओवर में 7 विकेट खोकर जीत दर्ज की। इस मैच के हीरो रहे प्रवीण कुमार सिन्हा, जिन्होंने 30 रन बनाए और 3 अहम विकेट अपने नाम किए। उनका अनुशासित गेंदबाजी प्रदर्शन स्टार स्ट्राइकर्स की पारी की रीढ़ तोड़ने वाला साबित हुआ।

तीसरे मुकाबले में भी KTCA विजयी

तीसरे और अंतिम मुकाबले में KTCA की बल्लेबाजी थोड़ी लड़खड़ाई और टीम 31 ओवरों में 136 रन पर सिमट गई। इसके जवाब में स्टार स्ट्राइकर्स की टीम भी 134 रन तक ही पहुंच सकी (34.3 ओवर) और रोमांचक मुकाबला 3 रन से KTCA के नाम हो गया। इस मैच में स्टार स्ट्राइकर्स के गेंदबाज़ निर्भय कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 विकेट चटकाए, लेकिन उनकी मेहनत टीम को जीत नहीं दिला सकी। हालांकि, इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।

पुरस्कार विजेता (Series Awards)

  • मैन ऑफ द सीरीज: अमन शर्मा (कुल 100 रन और 6 विकेट)
  • सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़: आकाश कुमार (कुल 101 रन)
  • सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़: प्रवीण कुमार सिन्हा (कुल 9 विकेट)
  • सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर: शुभम कुमार (8 कैच और 4 स्टंपिंग)

KTCA के कोच और आयोजकों ने टीम की जीत पर खुशी जाहिर की और कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और दबाव में खेलने की सीख देती हैं। KTCA के खिलाड़ी न सिर्फ शारीरिक रूप से मजबूत दिखे, बल्कि मानसिक रूप से भी मैदान पर पूरी तरह तैयार नज़र आए।

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Bihar Divyang A टीम ने जीता दिव्यांग टी20 कप का खिताब, सिवान को रोमांचक मुकाबले में हराया

पटना: सिवान ने राजेंद्र प्रसाद स्टेडियम में खेले गए दिव्यांग टी20 कप के फाइनल में बिहार दिव्यांग ए टीम ने सिवान को 7 विकेट से हराकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। बिहार दिव्यांग क्रिकेट डेवलपमेंट एसोसिएशन की ए टीम ने जीत हासिल की। सिवान की टीम ने भी बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी।

बिहार दिव्यांग ए टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। सिवान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सभी विकेट खोकर 124 रन बनाए। सिवान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। शैलेश कुमार बिना खाता खोले ही आउट हो गए। उसके बाद दीपक कुमार 7 रन बनाकर चलते बने। अखिलेश कुमार ने 29 और धर्मेंद्र शाह ने 41 रनों की पारी खेली। बाकी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके। वहीं अतिरिक्त के रूप में 34 रन बने। बिहार ए टीम के लिए अमन कुमार ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 15 रन देकर 3 विकेट चटकाए। उसके अलावा अमित कुमार ने 2, अजय ने 1, रंजन ने 1 और चंदन ने 1 विकेट चटकाए।

जवाब में 125 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बिहार दिव्ंयाग ए की टीम ने 3 विकेट खोकर मुकाबले को जीत लिया। हालांकि बिहार ए टीम की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही थी। धर्मेंद्र कुमार 3 रन बनाकर आउट हो गए। संतोष ने एक छोर संभाले रखा। उशके बाद रंजन भी तुरंत ही 1 रन बनाकर आउट हो गए। दो विकेट जल्दी गिरने के बाद अजय और संतोष के बीच 61 रनों की साझेदारी हुई। संतोष 29 रन बनाकर आउट हुए। वहीं अजय कुमार ने नाबाद 38 रन बनाकर टीम को जीत दिला दी। अंत में चंदन ने अजय का साथ दिया और 14 गेंदों में 24 रन बनाकर खिताब को अपने नाम किया। सिवान के लिए धर्मेंद्र शाह ने 1, संजूर ने 1 और संदीप ने एक विकेट चटकाए।

एसोसिएशन के सचिव ने क्या कहा?

मैच के समापन के बाद बिहार दिव्यांग क्रिकेट डेवलपमेंट एसोसिएशन के सचिव उज्ज्वल कुमार सिन्हा ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि दिव्यांग खिलाड़ियों के आत्मविश्वास, मेहनत और जुनून का प्रतीक है। हमारी कोशिश है कि दिव्यांग खिलाड़ियों को न सिर्फ राज्य स्तर पर, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाया जाए। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उन्हें वे सभी सुविधाएं मिले, जिनके वे वास्तविक हकदार हैं।

हम आने वाले समय में एक बड़े राज्य स्तरीय और फिर राष्ट्रीय स्तर के दिव्यांग टूर्नामेंट की योजना बना रहे हैं, जिसमें बिहार के खिलाड़ी भाग ले सकें। हम लगातार जिलों में जाकर प्रतिभा की पहचान कर रहे हैं और उन्हें प्रशिक्षित कर रहे हैं। सिवान की टीम ने इस टूर्नामेंट में जो समर्पण और खेल भावना दिखाई, वह सराहनीय है। इस जिले ने बिहार दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के विस्तार में अहम भूमिका निभाई है।

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आर्मी पब्लिक स्कूल ने पटना जिला स्तरीय अंडर-15 सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल टूर्नामेंट में जीता खिताब

पटना: खेल विभाग, बिहार एवं बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में जिला प्रशासन, पटना द्वारा आयोजित पटना जिला स्तरीय सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता के अंडर-15 बालक वर्ग के फाइनल मुकाबले में आर्मी पब्लिक स्कूल, पटना ने डॉन बॉस्को एकेडमी को 3-1 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ आर्मी पब्लिक स्कूल, पटना की टीम 4 से 8 अगस्त तक नालंदा में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय अंडर-15 सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता में पटना जिले का प्रतिनिधित्व करेगी।

यह मुकाबला पाटलिपुत्र खेल परिसर, कंकड़बाग में खेला गया। फाइनल में लाल जर्सी में उतरी आर्मी पब्लिक स्कूल की टीम ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया और विपक्षी गोल पोस्ट पर लगातार दबाव बनाए रखा। मैच के 11वें मिनट में आर्मी पब्लिक स्कूल के आशुतोष ने शानदार गोल करते हुए टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई।

इसके बाद, 30वें मिनट में एक बार फिर आशुतोष ने विपक्षी डिफेंस को छकाते हुए अपना दूसरा और टीम के लिए महत्वपूर्ण गोल किया। वहीं, मुहम्मद आबिद ने सुजीत के पास पर तीसरा गोल कर स्कोर को 3-0 कर दिया। डॉन बॉस्को एकेडमी की ओर से एकमात्र गोल देव आर्यन वत्स ने 43वें मिनट में किया, जिससे मुकाबला 3-1 के स्कोर पर समाप्त हुआ।

इससे पूर्व खेले गए सेमीफाइनल में डॉन बॉस्को एकेडमी ने लिट्रा वैली स्कूल को टाई ब्रेकर में 4-3 से हराया था, जबकि आर्मी पब्लिक स्कूल ने डॉन बॉस्को एकेडमी को 3-1 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया।

उद्घाटन एवं सम्मान समारोह

प्रतियोगिता का उद्घाटन जिला खेल पदाधिकारी, पटना श्री ओम प्रकाश ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया और विजेता टीम को पुरस्कृत भी किया। इस अवसर पर श्री किरण कुमार झा, धीरेन्द्र पासवान, दीपक कुमार, मो. अफजल, मो. अमीरउद्दीन समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।फाइनल मैच में निर्णायक की भूमिका शशि कुमार सुमन, सूरज कुमार, अभिमन्यु कुमार एवं सुधांशु रंजन ने निभाई।

अंडर-17 वर्ग की भागीदारी

प्रतियोगिता के बालक अंडर-17 वर्ग में माउंट लिट्रा जी स्कूल, बाढ़ तथा बालिका अंडर-17 वर्ग में आर्मी पब्लिक स्कूल, पटना की टीमों ने भाग लिया। दोनों ही टीमें 4 से 9 अगस्त तक बेगूसराय में आयोजित राज्य स्तरीय अंडर-17 सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता में पटना जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी।

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पटना जिला जूनियर डिवीजन क्रिकेट लीग में अक्षित दोहरे शतक से चूके, पॉयनियर सीसी, लक्ष्य इंजीटेक, वाईएसी राजेंद्रनगर और एवरग्रीन विजयी

पटना: पॉयनियर सीसी के अक्षित सिंह तोमर पटना जिला जूनियर डिवीजन क्रिकेट लीग में दोहरा शतक बनाने से चूक गए। अक्षित सिंह तोमर के शानदार 195 रन की पारी की बदौलत पॉयनियर सीसी ने पीरमुहानी सीसी पर 8 विकेट की जीत दर्ज की। अन्य मुकाबलों में लक्ष्य इंजीटेक, वाईएसी राजेंद्रनगर और एवरग्रीन सीसी ने जीत हासिल की। लक्ष्य इंजीटेक ने ट्रैम्फेंट सीसी को नौ विकेट, वाईएसी राजेंद्रनगर ने हरक्यूलस सीसी को 155 रन और एवरग्रीन सीसी ने सिविल ऑडिट को 65 रन से पराजित किया।

सिग्मा क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए मैच में टॉस जीत कर पहले बैटिंग करते हुए पीरमुहानी सीसी ने 35 ओवर में 6 विकेट पर 297 रन बनाये। तेजस कुमार गौतम ने 30, अनुज कुमार ने 32, रौनक कुमार ने 38, अमित कुमार ने नाबाद 31 रन बनाये। अतिरिक्त के सहारे 82 रन बने। जवाब में पॉयनियर सीसी ने अक्षित सिंह तोमर की धांसू बैटिंग की बदौलत 33.5 ओवर में दो विकेट पर 303 रन बना कर मैच अपने नाम कर लिया। अक्षित ने 129 गेंद में 28 चौका व 11 छक्का के सहारे नाबाद 195 रन की पारी खेली। अक्षित सिंह तोमर को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।

संक्षिप्त स्कोर– पीरमुहानी सीसी : 35 ओवर में 6 विकेट पर 297 रन, तेजस कुमार गौतम 30, अनूज कुमार 32, रौनक कुमार 38, सुधाकर कोहली 24, सन्नी सिंह 28, आरुष पटेल नाबाद 26, अमित नाबाद 31, हर्ष राज 2/32, अक्षित सिंए तोमर 1/41, प्रांजल 1/72। पॉयनियर सीसी : 33.5 ओवर में दो विकेट पर 303 रन, अनिकेत मिश्रा 25, अक्षित सिंह तोमर नाबाद 195, अर्णव 43, अतिरिक्त 34, सत्यजीत 1/48

मंगलतालाब ग्राउंड पर खेले गए मैच में टॉस हार कर पहले बैटिंग करते हुए एवरग्रीन सीसी ने 29.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 180 रन बनाये। पृथ्वी ने 91 रन की पारी खेली। जवाब में सिविल ऑडिट की टीम 21.5 ओवर में 115 रन पर ऑल आउट हो गई। विजेता टीम के कृष कश्यप (5 रन, 5 विकेट) को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।

संक्षिप्त स्कोर– एवरग्रीन सीसी : 29.5 ओवर में 180 रन पर ऑल आउट, पृथ्वी 91, जसप्रीत सिंह 15, आदित्य नाबाद 29, अतिरिक्त 20, आदर्श 1/24, महरुफ 1/22, हिमांशु कुमार 1/21, अमीष शाश्वत 1/28, आर्यन राज 5/30। सिविल ऑडिट : 21.5 ओवर में 115 रन पर ऑल आउट, श्रेयांश कुमार 24, अमीस शाश्वत 12, आर्यन राज नाबाद 22, आदर्श 21, अतिरिक्त 23, शहनवाज 3/29, कृष कश्यप 5/13, प्रिंस कुमार 1/15, पृथ्वी 1/15

कृष्णा क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए मैच में वाईएसी राजेंद्रनगर ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग करते हुए 28 ओवर में 7 विकेट पर 194 रन बनाये। जवाब में हरक्यूलस सीसी की टीम 12.5 ओवर में 8 विकेट पर 39 रन ही बना सकी। विजेता टीम के प्रतीक सिन्हा (19 रन, 3 विकेट) को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।

संक्षिप्त स्कोर– वाईएसी राजेंद्रनगर : 28 ओवर में 7 विकेट पर 194 रन, प्रिंस कुमार 24, आदित्य राज 51, युवराज 29, अभिषेक यादव 23,प्रतीक सिन्हा नाबाद 19, अतिरिक्त 36, आयुष 1/24, संकु कुमार 2/40, अमृत राज 1/36, ओसामा 1/32। हरक्यूलस सीसी : 12.5 ओवर में 8 विकेट पर 39 रन, ओसामा 23, अभिषेक राज 1/16, पुष्कर 2/10, ओम प्रकाश 2/5, प्रतीक सिन्हा 3/7

जेनेक्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए मैच में लक्ष्य इंजीटेक ने टॉस जीता और ट्रैम्फेंट सीसी को बैटिंग का न्योता दिया। ट्रैम्फेंट सीसी की टीम 26.4 ओवर में 57 रन पर ऑल आउट हो गई। जवाब में लक्ष्य इंजीटेक ने 10.5 ओवर में 1 विकेट पर 59 रन बना कर मैच अपने नाम कर लिया। मनीष मणि (2 विकेट) को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।

संक्षिप्त स्कोर– ट्रैम्फैंट सीसी- 26.4 ओवर में 57 रन पर ऑल आउट, श्रेयसकांत सिंह 13, रिशु 11, अतिरिक्त 14, प्रिंस कुमार 2/17, शुभम प्रजापति 2/12, प्रियांशु 2/7, मनीष मणि 2/16, विवेक कुशवाहा 1/3। लक्ष्य इंजीटेक : 10.5 ओवर में 1 विकेट पर 59 रन, शशांक 18, मोहम्मद शाहिद नाबाद 19, मयंक 1/12

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