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BCA की नाकामी, अर्श से फर्श पर पहुंचा Bihar Cricket; रणजी ट्रॉफी में एलीट से प्लेट ग्रुप में हुई वापसी

Bihar Cricket: बीसीसीआई द्वारा आयोजित रणजी ट्रॉफी 2024-25 में बिहार का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। बिहार की टीम एलीट ग्रुप से फिर से प्लेट ग्रुप में पहुंच गई। बिहार को इस सीजन में एक भी जीत नहीं मिली। बिहार का यह हाल देखकर लग रहा है कि बिहार की टीम और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन अर्श से फर्श पर पहुंच गई है।

बिहार की टीम को इस सीजन में सात मैचों में एक भी जीत नसीब नहीं हुई, जबकि पांच बार पारी से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। बिहार जो पिछले सीजन तक एलीट ग्रुप में बना हुआ था। अब इस सीजन से प्लेट ग्रुप में लौटने को मजबूर हो गया है। यह नाकामी सिर्फ हार तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) की व्यवस्थागत खामियों को भी उजागर करती है। जिस राज्य ने एक समय कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी दिए, वहां अब क्रिकेट का स्तर लगातार गिर रहा है। क्रिकेट के लगातार गिरते स्तर को देखते हुए बिहार के वैभव सूर्यवंशी बिहार छोड़ने का मन बना चुके हैं। 

लचर व्यवस्था के कारण वैभव छोड़ सकते हैं बिहार

यह वही वैभव सूर्यवंशी हैं, जिसको बीसीए ने महज 13 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करवाकर मान-सम्मान और प्रसिद्धि दिलाई थी। अब यही खिलाड़ी राज्य छोड़ने का मन बना चुका है। आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में मिली नेम-फेम के बाद अब वो बिहार छोड़कर दूसरे राज्य से अवसर तलाश रहे हैं। बिहार में क्रिकेट के गिरते स्तर और लचर व्यवस्था को देखते हुए वैभव आने वाले सीजन में दूसरे राज्य से खेलते दिख सकते हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक वैभव अगले सीजन में तमिलनाडु से खेल सकते हैं। हालांकि यह अभी तक कन्फर्म नहीं हुआ है।

बिहार में गिरता क्रिकेट का स्तर

बिहार में क्रिकेट का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। इस साल बिहार की टीम सात मुकाबले में एक भी जीत दर्ज नहीं कर पाई। बिहार की टीम को घर से बाहर तो करारी शिकस्त झेलनी ही पड़ी लेकिन घर में भी हार का सामना करना पड़ा। अशुतोष अमन के संन्यास के बाद बिहार की गेंदबाजी में पैनापन नहीं दिखा, जिसके कारण विपक्षी टीमों ने रनों का अंबार लगा दिया। बड़े स्कोर के सामने बिहार के बल्लेबाज बौने साबित हुए, जिस कारण बिहार को पांच मैचों को पारियों से हार का सामना करना पड़ा।

रणजी ट्रॉफी 2024-25 में ऐसा रहा है बिहार का प्रदर्शन

2022-23 में प्लेट ग्रुप का फाइनल जीतकर बिहार की टीम पहुंची थी एलीट ग्रुप में

Ranji Trophy 2022-23 - How Bihar won the Ranji Plate title

बिहार की टीम ने 2022-23 में शानदार प्रदर्शन किया था। प्लेट ग्रुप के फाइनल में बिहार ने मणिपुर को 220 रनों से हराकर खिताब अपने नाम किया था। बता दें, यह मुकाबला पटना के मोइनउल हक स्टेडियम में खेला गया था। फाइनल जीतने के बाद बिहार की टीम प्लेट ग्रुप से एलीट ग्रुप में पहुंची थी। लेकिन दो सीजन में ही बिहार को बड़ी टीमों ने बता बिहार क्रिकेट का लेवल क्या है।

जहां से सफर शुरू हुआ था फिर से वहीं पहुंची बिहार की टीम

2018 में पूर्ण मान्यता मिलने के बाद बिहार की टीम को भी बीसीसीआई के घरेलू टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति मिल गई। इस सीजन में बिहार की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। विजय हजारे ट्रॉफी में बिहार की मुंबई से हारकर क्वार्टरफाइनल मुकाबले में बाहर हुई थी। वहीं रणजी ट्रॉफी के प्लेट ग्रुप में बिहार ने 5 मैचों में जीत हासिल की थी। उसके बाद बिहार क्रिकेट में थोड़ा सुधार देखने को मिला, लेकिन गुटबाजी, कोर्ट केस और तरह-तरह के मामले भी सामने आने लगे। जिसका नतीजा यह हुआ कि बिहार में क्रिकेट की गति पर फिर से ब्रेक लग गई।

Bihar Cricket Association Ready for 2024-25 Ranji Trophy Elite C Campaign

हालांकि बिहार की टीम ने 2022-23 में प्लेट ग्रुप में फाइनल मुकाबला जीतकर यह साबित कर दिया कि टीम अब बड़े मैचों के लिए तैयार हैं। लेकिन बड़े मैच मिलते ही टीम की पोल खुल गई। एक समय ऐसा लग रहा था कि बिहार क्रिकेट तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन उचित संसाधन नहीं होने के कारण टीम वहीं की वहीं रह गई। जिसका खामियाजा ये हुआ कि खिलाड़ी भी एकजुट नहीं रह पाए। खिलाड़ियों में यह डर बना रहता था कि उनको इस सीजन में मौका मिलेगा या नहीं। उसके अलावा खिलाड़ियों का कैंप भी मुकाबले से महज कुछ दिन पहले ही लगाया जाता है। ऐसे में खिलाड़ी का प्रदर्शन क्या होगा और बड़े मैचों में किस तरह परफॉर्म करेंगे। इसका आंकलन आप खुद भी कर सकते हैं।

BCA से आखिर गलती कहां हो रही है?

  1.  प्रशासनिक लचरता: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अंदर गुटबाजी और राजनीति हावी है। क्रिकेट मैदान में कम और कोर्ट में ज्यादा खेले जा रहे हैं। वहीं इसके अलावा पदों की लड़ाई चल रही है।
  2. सही रणनीति का अभाव: दूसरे राज्यों में रणजी की तैयारी पूरे साल चलती है, लेकिन बिहार में सीजन से ठीक पहले शिविर लगाकर खानापूर्ति कर दी जाती है।
  3. कोचिंग और ट्रेनिंग की कमी: बिहार में आज भी कोचिंग स्टाफ और सपोर्ट सिस्टम की हालत खराब है। खिलाड़ियों को अपने दम पर सुधार करना पड़ता है।
  4. घरेलू क्रिकेट का कमजोर ढांचा: बिहार में डोमेस्टिक टूर्नामेंट्स की संख्या कम है, जिससे खिलाड़ियों को अनुभव नहीं मिल पाता।

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) से कुछ सवाल?

  • 2018 में बिहार को पूर्ण मान्यता मिली, लेकिन तब से लेकर अबतक एसोसिएशन में क्रिकेट को लेकर कोई बड़ा बदलाव देखने को क्यों नहीं मिला?
  • लगातार गुटबाजी, भ्रष्टाचार के आरोप से कब बाहर निकलेगी बीसीए?
  • क्रिकेट में राजनीति का क्या काम?
  • बिहार के कोचिंग स्टाफ में अब तक कोई बड़ा नाम क्यों नहीं जुड़ा?
  • क्यों नहीं है बिहार में कोई मजबूत क्रिकेट एकेडमी? जबकि झारखंड में JSCA स्टेडियम और क्रिकेट सिस्टम काफी मजबूत है।

ऐसे सुधर सकता है बिहार क्रिकेट

  • BCA को आरोपों से बचते हुए क्रिकेट पर ध्यान देना होगा। क्रिकेट के हित में फैसले लेने होंगे।
  • घरेलू टूर्नामेंट और कोचिंग सिस्टम को मजबूत करना होगा।
  • युवा खिलाड़ियों को बेहतर मौके देने होंगे।
  • रणजी ट्रॉफी के लिए लंबी अवधि की योजना बनानी होगी।
  • बीसीए को एडमिनिस्ट्रेशन में भी सुधार करना होगा।

क्या खतरे में बिहार क्रिकेट का भविष्य?

बिहार क्रिकेट इस समय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। लगातार हार, खराब प्रबंधन और खिलाड़ियों के पलायन की समस्या क्रिकेट को पूरी तरह से कमजोर बना दिया है। अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो बिहार क्रिकेट का भविष्य गर्त में चला जाएगा। BCA को अब सिर्फ नाम के लिए नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के लिए काम करना होगा। नहीं तो आने वाले समय में बिहार से कोई क्रिकेटर नहीं निकल पाएंगा। भारतीय टीम में जगह बनाना तो दूर आईपीएल तक पहुंचना भी मुश्किल होगा। उम्मीद है कि इस सीजन के बाद बीसीए कोई ठोस उपाय करेगी और फिर से टीम को एलीट ग्रुप में पहुंचाने के लिए एकजुट करेगी।

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खुशी टारगेट क्रिकेट एकेडमी ने स्टार स्ट्राइकर्स को 3-0 से हराकर जीती सीरीज, अमन शर्मा बने प्लेयर ऑफ द सीरीज

पटना: खुशी टारगेट क्रिकेट एकेडमी (KTCA) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्टार स्ट्राइकर्स को तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। पूरे टूर्नामेंट में KTCA के खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और विकेटकीपिंग तीनों विभागों में शानदार तालमेल दिखाया, जिससे टीम को हर मुकाबले में जीत हासिल हुई।

पहले मुकाबले में अमन शर्मा का ऑलराउंड शो

श्रृंखला का पहला मैच KTCA के लिए एकतरफा साबित हुआ। पहले बल्लेबाजी करते हुए KTCA ने निर्धारित 40 ओवरों में 7 विकेट पर 295 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में स्टार स्ट्राइकर्स की पूरी टीम 195 रन पर सिमट गई। इस मैच में अमन शर्मा ने बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए 57 रन बनाए और 4 विकेट झटके, जिससे टीम को मजबूत जीत मिली।

दूसरा मुकाबला में प्रवीण सिन्हा की बेहतरीन गेंदबाज़ी

दूसरे मैच में स्टार स्ट्राइकर्स ने पहले बल्लेबाजी की लेकिन पूरी टीम 33.4 ओवरों में 145 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में KTCA ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 20.4 ओवर में 7 विकेट खोकर जीत दर्ज की। इस मैच के हीरो रहे प्रवीण कुमार सिन्हा, जिन्होंने 30 रन बनाए और 3 अहम विकेट अपने नाम किए। उनका अनुशासित गेंदबाजी प्रदर्शन स्टार स्ट्राइकर्स की पारी की रीढ़ तोड़ने वाला साबित हुआ।

तीसरे मुकाबले में भी KTCA विजयी

तीसरे और अंतिम मुकाबले में KTCA की बल्लेबाजी थोड़ी लड़खड़ाई और टीम 31 ओवरों में 136 रन पर सिमट गई। इसके जवाब में स्टार स्ट्राइकर्स की टीम भी 134 रन तक ही पहुंच सकी (34.3 ओवर) और रोमांचक मुकाबला 3 रन से KTCA के नाम हो गया। इस मैच में स्टार स्ट्राइकर्स के गेंदबाज़ निर्भय कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 विकेट चटकाए, लेकिन उनकी मेहनत टीम को जीत नहीं दिला सकी। हालांकि, इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।

पुरस्कार विजेता (Series Awards)

  • मैन ऑफ द सीरीज: अमन शर्मा (कुल 100 रन और 6 विकेट)
  • सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़: आकाश कुमार (कुल 101 रन)
  • सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़: प्रवीण कुमार सिन्हा (कुल 9 विकेट)
  • सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर: शुभम कुमार (8 कैच और 4 स्टंपिंग)

KTCA के कोच और आयोजकों ने टीम की जीत पर खुशी जाहिर की और कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और दबाव में खेलने की सीख देती हैं। KTCA के खिलाड़ी न सिर्फ शारीरिक रूप से मजबूत दिखे, बल्कि मानसिक रूप से भी मैदान पर पूरी तरह तैयार नज़र आए।

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Bihar Divyang A टीम ने जीता दिव्यांग टी20 कप का खिताब, सिवान को रोमांचक मुकाबले में हराया

पटना: सिवान ने राजेंद्र प्रसाद स्टेडियम में खेले गए दिव्यांग टी20 कप के फाइनल में बिहार दिव्यांग ए टीम ने सिवान को 7 विकेट से हराकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। बिहार दिव्यांग क्रिकेट डेवलपमेंट एसोसिएशन की ए टीम ने जीत हासिल की। सिवान की टीम ने भी बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी।

बिहार दिव्यांग ए टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। सिवान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सभी विकेट खोकर 124 रन बनाए। सिवान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। शैलेश कुमार बिना खाता खोले ही आउट हो गए। उसके बाद दीपक कुमार 7 रन बनाकर चलते बने। अखिलेश कुमार ने 29 और धर्मेंद्र शाह ने 41 रनों की पारी खेली। बाकी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके। वहीं अतिरिक्त के रूप में 34 रन बने। बिहार ए टीम के लिए अमन कुमार ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 15 रन देकर 3 विकेट चटकाए। उसके अलावा अमित कुमार ने 2, अजय ने 1, रंजन ने 1 और चंदन ने 1 विकेट चटकाए।

जवाब में 125 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बिहार दिव्ंयाग ए की टीम ने 3 विकेट खोकर मुकाबले को जीत लिया। हालांकि बिहार ए टीम की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही थी। धर्मेंद्र कुमार 3 रन बनाकर आउट हो गए। संतोष ने एक छोर संभाले रखा। उशके बाद रंजन भी तुरंत ही 1 रन बनाकर आउट हो गए। दो विकेट जल्दी गिरने के बाद अजय और संतोष के बीच 61 रनों की साझेदारी हुई। संतोष 29 रन बनाकर आउट हुए। वहीं अजय कुमार ने नाबाद 38 रन बनाकर टीम को जीत दिला दी। अंत में चंदन ने अजय का साथ दिया और 14 गेंदों में 24 रन बनाकर खिताब को अपने नाम किया। सिवान के लिए धर्मेंद्र शाह ने 1, संजूर ने 1 और संदीप ने एक विकेट चटकाए।

एसोसिएशन के सचिव ने क्या कहा?

मैच के समापन के बाद बिहार दिव्यांग क्रिकेट डेवलपमेंट एसोसिएशन के सचिव उज्ज्वल कुमार सिन्हा ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि दिव्यांग खिलाड़ियों के आत्मविश्वास, मेहनत और जुनून का प्रतीक है। हमारी कोशिश है कि दिव्यांग खिलाड़ियों को न सिर्फ राज्य स्तर पर, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाया जाए। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उन्हें वे सभी सुविधाएं मिले, जिनके वे वास्तविक हकदार हैं।

हम आने वाले समय में एक बड़े राज्य स्तरीय और फिर राष्ट्रीय स्तर के दिव्यांग टूर्नामेंट की योजना बना रहे हैं, जिसमें बिहार के खिलाड़ी भाग ले सकें। हम लगातार जिलों में जाकर प्रतिभा की पहचान कर रहे हैं और उन्हें प्रशिक्षित कर रहे हैं। सिवान की टीम ने इस टूर्नामेंट में जो समर्पण और खेल भावना दिखाई, वह सराहनीय है। इस जिले ने बिहार दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन के विस्तार में अहम भूमिका निभाई है।

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आर्मी पब्लिक स्कूल ने पटना जिला स्तरीय अंडर-15 सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल टूर्नामेंट में जीता खिताब

पटना: खेल विभाग, बिहार एवं बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में जिला प्रशासन, पटना द्वारा आयोजित पटना जिला स्तरीय सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता के अंडर-15 बालक वर्ग के फाइनल मुकाबले में आर्मी पब्लिक स्कूल, पटना ने डॉन बॉस्को एकेडमी को 3-1 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ आर्मी पब्लिक स्कूल, पटना की टीम 4 से 8 अगस्त तक नालंदा में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय अंडर-15 सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता में पटना जिले का प्रतिनिधित्व करेगी।

यह मुकाबला पाटलिपुत्र खेल परिसर, कंकड़बाग में खेला गया। फाइनल में लाल जर्सी में उतरी आर्मी पब्लिक स्कूल की टीम ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया और विपक्षी गोल पोस्ट पर लगातार दबाव बनाए रखा। मैच के 11वें मिनट में आर्मी पब्लिक स्कूल के आशुतोष ने शानदार गोल करते हुए टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई।

इसके बाद, 30वें मिनट में एक बार फिर आशुतोष ने विपक्षी डिफेंस को छकाते हुए अपना दूसरा और टीम के लिए महत्वपूर्ण गोल किया। वहीं, मुहम्मद आबिद ने सुजीत के पास पर तीसरा गोल कर स्कोर को 3-0 कर दिया। डॉन बॉस्को एकेडमी की ओर से एकमात्र गोल देव आर्यन वत्स ने 43वें मिनट में किया, जिससे मुकाबला 3-1 के स्कोर पर समाप्त हुआ।

इससे पूर्व खेले गए सेमीफाइनल में डॉन बॉस्को एकेडमी ने लिट्रा वैली स्कूल को टाई ब्रेकर में 4-3 से हराया था, जबकि आर्मी पब्लिक स्कूल ने डॉन बॉस्को एकेडमी को 3-1 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया।

उद्घाटन एवं सम्मान समारोह

प्रतियोगिता का उद्घाटन जिला खेल पदाधिकारी, पटना श्री ओम प्रकाश ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया और विजेता टीम को पुरस्कृत भी किया। इस अवसर पर श्री किरण कुमार झा, धीरेन्द्र पासवान, दीपक कुमार, मो. अफजल, मो. अमीरउद्दीन समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।फाइनल मैच में निर्णायक की भूमिका शशि कुमार सुमन, सूरज कुमार, अभिमन्यु कुमार एवं सुधांशु रंजन ने निभाई।

अंडर-17 वर्ग की भागीदारी

प्रतियोगिता के बालक अंडर-17 वर्ग में माउंट लिट्रा जी स्कूल, बाढ़ तथा बालिका अंडर-17 वर्ग में आर्मी पब्लिक स्कूल, पटना की टीमों ने भाग लिया। दोनों ही टीमें 4 से 9 अगस्त तक बेगूसराय में आयोजित राज्य स्तरीय अंडर-17 सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता में पटना जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी।

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पटना जिला जूनियर डिवीजन क्रिकेट लीग में अक्षित दोहरे शतक से चूके, पॉयनियर सीसी, लक्ष्य इंजीटेक, वाईएसी राजेंद्रनगर और एवरग्रीन विजयी

पटना: पॉयनियर सीसी के अक्षित सिंह तोमर पटना जिला जूनियर डिवीजन क्रिकेट लीग में दोहरा शतक बनाने से चूक गए। अक्षित सिंह तोमर के शानदार 195 रन की पारी की बदौलत पॉयनियर सीसी ने पीरमुहानी सीसी पर 8 विकेट की जीत दर्ज की। अन्य मुकाबलों में लक्ष्य इंजीटेक, वाईएसी राजेंद्रनगर और एवरग्रीन सीसी ने जीत हासिल की। लक्ष्य इंजीटेक ने ट्रैम्फेंट सीसी को नौ विकेट, वाईएसी राजेंद्रनगर ने हरक्यूलस सीसी को 155 रन और एवरग्रीन सीसी ने सिविल ऑडिट को 65 रन से पराजित किया।

सिग्मा क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए मैच में टॉस जीत कर पहले बैटिंग करते हुए पीरमुहानी सीसी ने 35 ओवर में 6 विकेट पर 297 रन बनाये। तेजस कुमार गौतम ने 30, अनुज कुमार ने 32, रौनक कुमार ने 38, अमित कुमार ने नाबाद 31 रन बनाये। अतिरिक्त के सहारे 82 रन बने। जवाब में पॉयनियर सीसी ने अक्षित सिंह तोमर की धांसू बैटिंग की बदौलत 33.5 ओवर में दो विकेट पर 303 रन बना कर मैच अपने नाम कर लिया। अक्षित ने 129 गेंद में 28 चौका व 11 छक्का के सहारे नाबाद 195 रन की पारी खेली। अक्षित सिंह तोमर को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।

संक्षिप्त स्कोर– पीरमुहानी सीसी : 35 ओवर में 6 विकेट पर 297 रन, तेजस कुमार गौतम 30, अनूज कुमार 32, रौनक कुमार 38, सुधाकर कोहली 24, सन्नी सिंह 28, आरुष पटेल नाबाद 26, अमित नाबाद 31, हर्ष राज 2/32, अक्षित सिंए तोमर 1/41, प्रांजल 1/72। पॉयनियर सीसी : 33.5 ओवर में दो विकेट पर 303 रन, अनिकेत मिश्रा 25, अक्षित सिंह तोमर नाबाद 195, अर्णव 43, अतिरिक्त 34, सत्यजीत 1/48

मंगलतालाब ग्राउंड पर खेले गए मैच में टॉस हार कर पहले बैटिंग करते हुए एवरग्रीन सीसी ने 29.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 180 रन बनाये। पृथ्वी ने 91 रन की पारी खेली। जवाब में सिविल ऑडिट की टीम 21.5 ओवर में 115 रन पर ऑल आउट हो गई। विजेता टीम के कृष कश्यप (5 रन, 5 विकेट) को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।

संक्षिप्त स्कोर– एवरग्रीन सीसी : 29.5 ओवर में 180 रन पर ऑल आउट, पृथ्वी 91, जसप्रीत सिंह 15, आदित्य नाबाद 29, अतिरिक्त 20, आदर्श 1/24, महरुफ 1/22, हिमांशु कुमार 1/21, अमीष शाश्वत 1/28, आर्यन राज 5/30। सिविल ऑडिट : 21.5 ओवर में 115 रन पर ऑल आउट, श्रेयांश कुमार 24, अमीस शाश्वत 12, आर्यन राज नाबाद 22, आदर्श 21, अतिरिक्त 23, शहनवाज 3/29, कृष कश्यप 5/13, प्रिंस कुमार 1/15, पृथ्वी 1/15

कृष्णा क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए मैच में वाईएसी राजेंद्रनगर ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग करते हुए 28 ओवर में 7 विकेट पर 194 रन बनाये। जवाब में हरक्यूलस सीसी की टीम 12.5 ओवर में 8 विकेट पर 39 रन ही बना सकी। विजेता टीम के प्रतीक सिन्हा (19 रन, 3 विकेट) को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।

संक्षिप्त स्कोर– वाईएसी राजेंद्रनगर : 28 ओवर में 7 विकेट पर 194 रन, प्रिंस कुमार 24, आदित्य राज 51, युवराज 29, अभिषेक यादव 23,प्रतीक सिन्हा नाबाद 19, अतिरिक्त 36, आयुष 1/24, संकु कुमार 2/40, अमृत राज 1/36, ओसामा 1/32। हरक्यूलस सीसी : 12.5 ओवर में 8 विकेट पर 39 रन, ओसामा 23, अभिषेक राज 1/16, पुष्कर 2/10, ओम प्रकाश 2/5, प्रतीक सिन्हा 3/7

जेनेक्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए मैच में लक्ष्य इंजीटेक ने टॉस जीता और ट्रैम्फेंट सीसी को बैटिंग का न्योता दिया। ट्रैम्फेंट सीसी की टीम 26.4 ओवर में 57 रन पर ऑल आउट हो गई। जवाब में लक्ष्य इंजीटेक ने 10.5 ओवर में 1 विकेट पर 59 रन बना कर मैच अपने नाम कर लिया। मनीष मणि (2 विकेट) को प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया।

संक्षिप्त स्कोर– ट्रैम्फैंट सीसी- 26.4 ओवर में 57 रन पर ऑल आउट, श्रेयसकांत सिंह 13, रिशु 11, अतिरिक्त 14, प्रिंस कुमार 2/17, शुभम प्रजापति 2/12, प्रियांशु 2/7, मनीष मणि 2/16, विवेक कुशवाहा 1/3। लक्ष्य इंजीटेक : 10.5 ओवर में 1 विकेट पर 59 रन, शशांक 18, मोहम्मद शाहिद नाबाद 19, मयंक 1/12

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