पेरिस ओलंपिक में ऐतिहासिक रजत पदक जीतने के दो हफ्ते बाद स्टार भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) गुरुवार को लुसाने डाइमंड लीग मीट में फिर भाग लेंगे और अगले महीने सत्रांत डाइमंड लीग ट्रॉफी को फिर से हासिल करने की कोशिश करेंगे।
लंबे समय से ग्रोइन की चोट से जूझ रहे नीरज ने आठ अगस्त को पेरिस ओलंपिक में 89.45 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता था। उन्होंने तीन साल पहले तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता 26 साल के नीरज ने शनिवार को लुसाने में डायमंड लीग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की पुष्टि की थी जिसके कारण अब उनकी सर्जरी पर फैसला सत्र की समाप्ति के बाद होगा। नीरज 2022 में डाइमंड लीग चैंपियन थे और पिछले साल अमेरिका के यूजीन में ‘विनर-टेक-ऑल’ डाइमंड लीग फाइनल में चेक गणराज्य के याकूब वाडलेच के बाद दूसरे स्थान पर रहे थे।
मौजूदा सत्र का डाइमंड लीग फाइनल 14 सितंबर को ब्रुसेल्स में होगा। फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए उन्हें डाइमंड लीग मीटिंग सीरीज तालिका में शीर्ष छह में रहना होगा। पांच सितंबर को ज्यूरिख में एक और डाइमंड लीग प्रतियोगिता होनी है जिसमें पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा भी शामिल है। दस मई को दोहा डाइमंड लीग में वाडलेच के बाद दूसरे स्थान पर रहने से वह सात अंक के साथ चौथे स्थान पर हैं।
आठ अगस्त को ओलंपिक फाइनल के बाद नीरज ने स्विट्जरलैंड में प्रशिक्षण शुरू कर दिया और चोट की समस्या के बावजूद इस सत्र को शानदार तरीके से समाप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। नीरज ने पिछले सप्ताह कहा था, ‘‘मैं डाइमंड लीग से पहले प्रशिक्षण के लिए स्विट्जरलैंड आया। सौभाग्य से मेरी चोट गंभीर नहीं हुई क्योंकि मैंने उसका अतिरिक्त ध्यान रखा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अधिकतर अन्य एथलीटों की तरह अपना सत्र जारी रखने के बारे में सोचा। सत्र समाप्त होने में अभी एक महीना बाकी है। मैं अपने खाली समय में डॉक्टरों के पास जाऊंगा।’’ नीरज का मुकाबला लुसाने में शीर्ष खिलाड़ियों से होगा जिसमें पेरिस ओलंपिक फाइनल में शीर्ष छह में जगह बनाने वाले पांच खिलाड़ी भी शामिल हैं। केवल पाकिस्तान के अरशद नदीम ही इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले रहे जिन्होंने 92.97 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतकर एथलेटिक्स जगत को चौंका दिया था।
नदीम सात जुलाई को पेरिस डाइमंड लीग में 84.21 मीटर के थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहे थे। यह एकमात्र डाइमंड लीग प्रतियोगिता और साथ ही ओलंपिक के अलावा एकमात्र टूर्नामेंट था जिसमें नदीम ने इस सत्र में हिस्सा लिया था। वह तालिका में पांच अंक के साथ छठे स्थान पर हैं। तोक्यो में रजत पदक जीतने के बाद पेरिस में 88.50 मीटर के थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहने वाले वाडलेच डाइमंड लीग खिताब को बचाने के लिए बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे।
दो बार के विश्व चैंपियन ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने पिछले सत्र के खराब प्रदर्शन के बाद अच्छा प्रदर्शन किया है और वह लंबे थ्रो करने में सक्षम हैं। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में 88.54 मीटर के साथ कांस्य पदक जीता था और वह अपने करियर में पहले ही 90 मीटर का आंकड़ा पार कर चुके हैं।



महिला वर्ग: श्रेया रमेश (कप्तान), नेहा यादव (उपकप्तान), श्रुति प्रिया (मुजफ्फरपुर), जूही (मुजफ्फरपुर), दिव्या (पटना), स्नेहा (पटना), सोनाल्या राज (नालंदा), आराध्या नारायण (पटना), पीहू सिंह (पटना), ईशा नंदिनी (पटना), ज्योति कुमारी सिंह (पटना), प्रिया वर्मा (पटना), बीबीयाना बेक (भोजपुर), नीलू कुमारी (पटना), नंदिनी (पटना), श्रेया कुमारी (पटना)। सुरक्षित खिलाड़ी: सारा अंजलि (पटना), ईशा कुमारी (पटना), अनम मेहता (पटना), अनन्या (पटना)। कोच: राजेश कुमार और मैनेजर: तनु प्रिया।

