पटना :- पटना के ज्ञान भवन में 6 से 10 फरवरी तक आयोजित 12वीं नेशनल स्कूल चेस चैम्पियनशिप (12th National School Chess Championship) 2024 के तीसरे दिन आज अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित देश के प्रसिद्ध चेस ग्रैंडमास्टर श्री दिव्येंदु बरुआ ने देश भर से आए प्रतिभागियों के बीच उपस्थित होकर उनका हौसला बढ़ाया। ज्ञात हो कि कल 7 फरवरी को पटना के आयुक्त श्री कुमार रवि और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रवीन्द्रण शंकरण खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए उनके बीच उपस्थित थे ।
दिव्येंदु बरुआ ने कहा कि इतने बड़े स्तर के टूर्नामेंट को बिहार ने सबसे बेहतर ढंग से आयोजित किया है। यह मैं दावे के साथ कह सकता हूँ। बिहार सरकार, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण और बिहार चेस एसोसिएशन को मैं विशेष रूप से इसके लिए बधाई और धन्यावाद देता हूं। यहां भविष्य में और भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट आयोजित किए जायेंगे क्योंकि बिहार इसको आयोजित करने के लिए पूरी तरह सक्षम है।
उन्होंने कहा कि हमारे समय में चेस खेलने और प्रशिक्षण की बहुत कम सुविधा थी मगर आज काफी सहूलियत हो गयी है जिससे काफी बच्चे प्रोत्साहित होकर आगे बढ़ रहे हैं। बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है ,बेहतर प्रशिक्षण की सुविधा से यहां के खिलाड़ी भी ग्रैंडमास्टर बनने में सक्षम हैं और मुझे पूरा यकीन है इन्हीं बच्चों में से बिहार का कोई खिलाड़ी भी जरूर ग्रैंडमास्टर भी बनेगा। अच्छे खिलाड़ियों के चयन और विकास के लिए इस तरह के टूर्नामेंट निरंतर आयोजित करना बहुत जरूरी है। बिहार में इसके विकास के लिए मैं व्यक्तिगत तौर पर हर तरह का सहयोग करने को तैयार हूं। भारत में ही चेस खेल की शुरुआत हुई थी और हमें पूरा यकीन है हमारा देश फिर इस खेल में नंबर वन बनेगा और बिहार से भी ग्रैंडमास्टर निकलेंगे
रवीन्द्रण शंकरण ने कहा कि बिहार में पहली बार चेस का इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से बिहार के 250 सहित 1000 से ज्यादा खिलाड़ी शामिल हुए हैं । अंडर 7, अंडर 9, अंडर 11, अंडर 13, अंडर 15 एवं अंडर 17 आयुवर्ग के बालक एवं बालिकाओं दोनों वर्गों समेत कुल 12 श्रेणियों में हो मुकाबले हो रहे हैं जो बिहार के लिए बहुत गर्व की बात है। हर वर्ग के विजेता खिलाड़ी को नकद पुरस्कार सहित मेडल और ट्रॉफी दिए जाएंगे तथा सभी प्रतिभागियों को डिजिटल सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे। कुल 5 लाख रुपये से ज्यादा के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।
इस टूर्नामेंट में जीतने वाले प्रथम 12 खिलाड़ियों को थाइलैंड में 15 से 24 दिसंबर 2024 होने वाले एशियन स्कूल चैम्पियनशिप में सरकारी खर्च पर भाग लेने का अवसर मिलेगा तथा बाकी 50 चयनित खिलाड़ियों को भी अपने खर्च पर इसमें शामिल होने का मौका मिलेगा।
आगे श्री शंकरण ने श्री बरूआ का अभिनंदन करते हुए बताया कि देश के सबसे कम उम्र में नेशनल चैम्पियन बनने वाले बरूआ जी ही हैं, 12 वर्ष की उम्र में ही नेशनल चैम्पियन बन गए थे और विश्वनाथन आनंद के बाद देश से दूसरे ग्रैंडमास्टर भी यही बने थे। अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच आज ही नीदरलैंड से यहां सिर्फ इस प्रतियोगिता के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हमारे बीच आए हैं और आज ही वापस चले जाएंगे। बिहार में चेस के विकास के लिए हर स्तर पर अपना पूरा सहयोग देने का आश्वासन इन्होंने दिया है जो बिहार के खिलाड़ियों के लिए काफी खुशी और गर्व की बात है।
संवाददाता सम्मेलन के बाद श्री दिव्येंदु बरुआ ने बिहार से इस प्रतियोगिता में भाग लेने आए 250 खिलाड़ियों के साथ ग्रुप फोटो खिंचवा कर उन्हें प्रोत्साहित किया। इसके बाद इस प्रतियोगिता में विजेताओं को दी जानेवाली ट्रॉफी का अनावरण भी किया। खिलाड़ियों के साथ चेस बोर्ड पर चाल चल कर आज के खेल की शुरुआत भी किया।
इस दौरान दिव्येंदु बरूआ, शंकरण के अलावा ऑल बिहार चेस एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलजीत खन्ना, सचिव धर्मेन्द्र कुमार, मेघालय शतरंज एसोसिएशन के के एम वरजारी, अक्षत खमापरिया,अन्तर्राष्ट्रीय मास्टर, राजेन्द्र कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एबीसीए भी उपस्थित रहे।