Ranji Trophy 2024- पूर्ण मान्यता के बाद बिहार में पहली बार एलीट ग्रुप का मैच खेला जा रहा है। बिहार का पहला मुकाबला मुंबई के खिलाफ खेला जा रहा है। इस मैच से पहले मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने बिहार के दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया। रहाणे को देखकर बिहार के दर्शक खुशी से झूम उठे और रहाणे-रहाणे का शोर स्टेडियम में सुनाई देने लगा।
मुंबई के लिए खेल रहे कई इंटरनेशनल खिलाड़ी को देखने के लिए पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में भीड़ जमा हो गया। अजिंक्य रहाणे को देखने के लिए दर्शक बार-बार मुंबई के पवेलियन में की नजरें लगाए बैठे थे। अंत में आयोजकों ने चायकाल के दौरान अजिंक्य रहाणे को सुरक्षा घेरे के अंदर लेकर मैदान में घूमा कर दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान अजिंक्य रहाणे ने ऑटोग्राफ भी दिए। इस दौरान मुंबई टीम के लोकर मैनेजर रुपक कुमार भी उनके साथ दिखे।
पटना के मोइनुल हक स्टेडियम की जर्जर स्थिति को देखते हुए कई जगह प्रवेश वाधित किया गया। उसमें साफ लिखा हुआ था कि प्रवेश निषेध है यहां खतरा हो सकता है। इसके बावजूद फैंस की उत्साह में कोई कमी देखने को नहीं मिला। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने लोगों से अपील की थी कि वे मैच देखने के लिए अपने रिस्क पर आएं क्योंकि स्टेडियम की हालत काफी जर्जर है। इसके चलते स्टेडियम के चारों तरफ डेंजर जोन के छोटे-छोटे पोस्टर भी लगाए गए थे, फिर भी प्रशंसक नहीं माने और बिहार टीम की हौसला आफजाई करने और स्टार प्लेयरों को खेलते देखने के लिए पवेलियन पहुंच गए।
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मोइनुल हक स्टेडियम का इतिहास बहुत पुराना है। यहां इंटरनेशनल के कई मैच एवं वर्ल्ड कप के मैच भी खेले जा चुके हैं। पहला इंटरनेशनल मैच साल 1993 में जिंबाब्वे और श्रीलंका के बीच खेला गया था, जिसमें श्रीलंकाई टीम 55 रनों से जीती थी। 1996 के वर्ल्ड कप में 26 फरवरी को केन्या बनाम जिंबाब्वे का मैच खेला गया, जिसका कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद 27 फरवरी 1996 को केन्या और जिम्बाब्वे के बीच फिर मैच खेला गया, जिसमें जिम्बाब्वे ने 5 विकेट से जीत हासिल की।