नालंदा जिला क्रिकेट संघ लगातार किसी न किसी कारण से सुर्खियों में रहा है। कुछ दिनों पहले हुए चुनाव को क्रिकेट से जुड़े कुछ लोगों ने इस अवैध तक बताया। इसके बाद एक नई विवाद सामने आई है। विवाद यह है कि अब नालंदा जिला क्रिकेट संघ में क्लब और खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन साल में 3 बार किया जा रहा है। नई कमिटी भी रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक बार फिर अवैध वसूली कर रही है।
नालंदा जिला क्रिकेट संघ के एक पंजीकृत क्लब ने बताया कि इस सत्र में पहला रजिस्ट्रेशन पूर्व सचिव अजय कुमार के द्वारा 2 फरवरी से 12 फरवरी 2023 के बीच किया गया। पुनः रजिस्ट्रेशन के नाम पर क्लबों से 5000 से लेकर 10,000 तक लिए गए। सभी क्लबों ने रजिस्ट्रेशन करवाया लेकिन खिलाड़ियों को एक भी मैच नहीं मिला।
उसके बाद दूसरा रजिस्ट्रेशन एडहॉक कमिटी के चेयरमैन विजय कुमार के द्वारा पुनः रजिस्ट्रेशन करवाया गया। यह रजिस्ट्रेशन 23 मई से 3 जून 2023 तक किया गया। 2 जुलाई तक सभी क्लबों का रजिस्ट्रेशन किया गया लेकिन जिला में क्रिकेट लीग का कोई मैच भी नहीं खेला गया।
नई कमिटी गठन होने के बाद सचिव द्वारा प्रत्येक खिलाड़ी से 1000 रुपए रजिस्ट्रेशन के नाम पर लिए जा रहे हैं। नए कमिटी में क्लबों का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाकर खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन पर जोर दिया जा रहा है। ताकि अपने करीबियों के क्लब में खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन करवा सके। इस प्रकार से वो लोग क्लब रजिस्ट्रेशन करवाकर वोटिंग राइट्स ले सके। हैरानी के बात यह कि पूर्व सचिव तीनों कमिटी में किसी ना किसी रूप से जुड़े ही रहे है फिर वो यह नहीं बता पाएं कि एक सत्र में एक बार ही रजिस्ट्रेशन होता है।