बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पर शुक्रवार को विधानसभा में जदयू विधायक डॉ. संजीव ने कई तरह के आरोप लगाए। जिसपर विधानसभा के स्पीकर ने कहा कि वो खुद इस मामले को देखेंगे। इस मामले पर आवाज उठाने के लिए भागलपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव जुल्फी शम्स ने जदयू विधायक का धन्यावाद किया हैं।
उन्होंने कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है आज बिहार का क्रिकेट बाजार बन गया है। बस सबसे ज़्यादा बोली लगाओ टीम मे स्थान पाओ, ये है बिहार क्रिकेट संघ के भर्ष्टाचार का काला सच जिसे बिहार विधानसभा मे जदयू के विधायक डॉ. संजीव ने पूरी ईमानदारी से उठाया है और पूर्व में भी इनके द्वारा बिहार क्रिकेट के भ्रष्टाचार और भर्ष्टाचारियों के खिलाफ आवाज उठाने का काम करते आए हैं। मैं पुरे बिहार के क्रिकेटर तथा क्रिकेट प्रेमि्यों की ओर से डॉ संजीव जी का धन्यवाद करना चाहता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा रहबर अब्दीन और बीसीए प्रवक्ता संजीव मिश्रा उर्फ़ गीता वाले बाबा (जो कभी गंगा जल से बीसीए को शुद्ध करने निकले थे) जैसे क्रिकेट के अज्ञानी तथा भ्रष्टाचारियों का चापलूसी और समर्थन करने वालों से मात्र एक सवाल है कि आप बिहार के लोगों को बस इतना बताने का कष्ट करें कि ऐसी क्या बात है जो बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष कभी आपकी नज़र मे बिहार क्रिकेट के सबसे बड़े भ्रष्टाचारी तो कभी आज्ञाकारी पुरुष बन जाते हैं। ये सब अपने स्वार्थ के लिए ऐसे लोगों का समर्थन करके इनको बढ़ावा दे रहे हैं।
जुल्फी शम्स ने कहा कि मेरे पास इन दोनों के ऐसे बहुत सारे फेसबुक पोस्ट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दिए बयान का सबूत है। जिसमे रहबर अब्दीन तथा संजीव मिश्रा द्वारा बिहार क्रिकेट संघ की अध्यक्ष राकेश तिवारी को हिटलर, दलाल और भ्रष्ट बताया गया है। परन्तु आज फिर से बीसीए अध्यक्ष इनकी नज़र मे अच्छे व्यक्ति हो गए है। इसका तो सिर्फ एक ही कारण हो सकता है क्योंकि इसमें इनका निजी स्वार्थ जो है।
रहबीर अब्दीन जिनका क्रिकेट और PDCA से दूर दूर तक कोई नाता नही था । लेकिन फिर वो PDCA के मालिक बने बैठे हैंऔर भविष्य मे PDCA के अध्यक्ष का मुंगेरीलाल का सपना पाले हुए हैं, जो सपना बीसीए अध्यक्ष द्वारा दिखाया गया है। वहीं अगर बात बीसीए प्रवक्ता सजीव मिश्रा की बात की जाए तो वो एक मीडिया जीवी है जिनकों मीडिया में रहने की बीमारी सी लग गई है। बीसीए में यही सब करके वो बिहार टीम में अपने 2-4 खिलाड़ियों का टीम में चयन करवा देते हैं। बिहार क्रिकेट मे चापलूसी करके अपना स्थान बनाने वाले ऐसे ऐसे छोटे दलालों को मैं साफ कर दूं कि जल्द से जल्द अपना बोरिया बिस्तर बिहार क्रिकेट से बांध ले अन्यथा वो समय बहुत जल्द आने वाला है और सभी भ्रष्टाचारी बिहार के किसी ना किसी जेल में नजर आएंगे।