बीसीसीआई द्वारा आयोजित देवधर ट्रॉफी (Deodhar Trophy) में रियान पराग (Riyan Parag) धमाल मचा रहे हैं। एमर्जिंग एशिया कप में बल्ले से नाकाम रहने वाले रियान पराग ने देवधर ट्रॉफी में सारी कसर पूरी कर दी। रियान पराग ने महज 5 दिनों के भीतर ही दूसरा शतक जड़कर अपनी टीम ईस्ट जोन को 157 रनों से जीत दिला दी। ईस्ट जोन ने वेस्ट जोन को 157 रनों से करारी शिकस्त दी।
ईस्ट जोन के कप्तान सौरभ तिवारी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। सलामी बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन ने 38 और उत्कर्ष सिंह ने 50 रनों की पारी खेली। दोनों के आउट होते ही मध्यक्रम एकबार फिर से बिखर गया। ईस्ट जोन की टीम एक समय 157 रनों पर 5 विकेट गंवा चुकी थी। उसके बाद रियान पराग और कुमार कुशाग्र ने पारी को संभाला और रन बनाने शुरू किए।
Deodhar Trophy में मयंक मारकंडे के चौके से नॉर्थ जोन ने नॉर्थ ईस्ट जोन को 9 विकेट से करारी शिकस्त दी
रियान पराग ने 68 गेंदों पर 6 चौके और 5 छक्के से 102 रनों की नाबाद पारी खेली। पराग ने पांच दिनों के अंदर ही देवधर ट्रॉफी में दूसरा शतक जड़ा। पराग के अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार कुशाग्र ने 47 गेंदों में 4 छक्के से 53 रन बनाए। इन दोनों की बल्लेबाजी से ईस्ट जोन ने वेस्ट जोन के सामने 50 ओवरों में 7 विकेट पर 319 रन बनाए। वेस्ट जोन के लिए सबसे अधिक तीन विकेट शम्स मुलानी ने लिए।
इस बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्ट जोन की टीम के सलामी बल्लेबाज हार्विक देसाई ने अकेले ही पिच पर टिके रहे और रन बनाते रहे। हार्विक ने 92 गेंदों में 13 चौके और दो छक्के से 92 रन बनाए। वहीं उनके बाद सबसे अधिक 18 रन अतीत सेठ ही बना सके। वेस्ट जोन की पूरी टीम 162 रनों पर सिमट गई। मणिशंकर मुरासिंह ने पांच बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। वहीं उत्कर्ष सिंह ने 2 विकेट लेकर मुकाबले को 157 रनों से जीत लिया। 


बिहार की दूसरी पारी में बिहार को 247 रन का लक्ष्य मिला जिसे टीम ने 27.4 ओवर में तेजी से हासिल कर लिया। बल्लेबाजों ने रनगति बनाए रखी और साझेदारियों ने टीम की जीत को मजबूत आधार दिया। मंगल महरौर और कप्तान एस गनी की ओपनिंग साझेदारी प्रभावी रही। दोनों ने पहले विकेट के लिए 128 रन जोड़े। आयुष लोहारुका ने अंत तक तेज खेलते हुए 33 गेंदों पर नाबाद 54 रन बनाए। विकेटकीपर बिपिन सौरभ ने 22 गेंदों पर 47 रन बनाकर टीम की स्थिति मजबूत कर दी।


