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Rinku Singh पर कभी बीसीसीआई ने लगाया था बैन, अब गुजरात टाइटंस के खिलाफ लगातार पांच छक्का जड़कर रातों-रात बनें स्टार; जानें कैसा रहा है रिंकू सिंह का सफर

आईपीएल 2023 (IPL 2023) का आगाज हो चुका है। शुरुआत के कुछ मैच में ही आईपीएल का रोमांच अपने चरम पर पहुंच गया है। इस आईपीएल में एक ऐसे खिलाड़ी ने अपनी गाथा लिखी है, जिसकी चर्चो पूरे विश्व क्रिकेट में शुरू हो गई है। यह खिलाड़ी कोई और नहीं रिंकू सिंह (Rinku Singh) है। जिन्होंने पांच गेंदों पर पांच छक्के जड़कर कोलकाता नाइट राइडर्स को जीत दिला और रातों-रात हीरो बन गए। उत्तर प्रदेश का यह सितारा जो आईपीएल 2023 में अपनी चमक बिखेर रहा है।

रिंकू सिंह ने पांच छक्का लगाकर मैच को पूरी तरह से पलट दिया और गुजरात टाइटंस को हराकर मुकाबले को जीत लिया। पांच गेंदों पर पांच छक्कें जड़ने के बाद रिंकू ने अपना नाम क्रिकेट इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज करा लिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रिंकू सिंह ने जो मुकाम हासिल की वो काफी संघर्षों से भरा रहा है। उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में अपने आप को निखरा है और आज यह मुकाम हासिल कर पाए हैं। आइए जानते हैं कैसे रिंकू सिंह बने सिक्सर किंग।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ रिंकू सिंह का जन्म

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 12 अक्टूबर 1997 को जन्में रिंकू सिंह का पढ़ाई में कुछ खास लगाव नहीं था। रिंकू के पिता चंद्र सिंह एलपीजी सिलेंडर बांटने का काम करते है। सिलेंडर डिलीवरी का काम करने वाले चंद्र सिंह का घर दो कमरों तक ही सिमिट था। रिंकू को बचपन से पढ़ाई में मन नहीं लगता था। बल्कि इससे उल्टा रिंकू का मन खेल में हमेशा लगा रहता था। इसके बावजूद भी रिंकू के माता-पिता ने कभी भी रिंकू को स्कूल भेजना बंद नहीं किया।

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रिंकू सिंह ने 10 से 11 साल में क्रिकेट को अच्छी तरह से समझ लिया था। रिंकू अपना अधिक समय क्रिकेट को देने लगे थे। रिंकू सिंह अपने पांच भाई-बहनों के साथ गोदाम के परिसर में दो रूम के कमरें में रहते थे। रिंकू सिंह बचपन से गरीबी के माहौल मे पले बढ़े। पिता गैस डिलीवरी का काम करते थे तो वहीं सबसे बड़ा भाई ऑटो रिक्शा चलाता था। जबकि उनका एक बड़ा भाई एक कोचिंग सेंटर में काम करता था।

कठिनाइयों से परिवार का पेट पालने वाले पिता ने रिंकू के कौशल को नहीं पहचाना

कठिनाइयों से परिवार का पेट पालने वाले पिता में इतनी समझ नहीं थी कि अपने बच्चों के कौशल को पहचान कर उन्हें सही रास्ता दिखाए। पढ़ाई में कमजोर होने के कारण के रिंकू का मन खेल से मानों लग सा गया था। जिससे उनके पिता हमेशा नाराज ही रहते थे। रिंकू के क्रिकेटर बनने की बात पर पिता ने कई बार नाराज होकर उनकी पिटाई भी की ऐसा सिर्फ उन्होंने परेशानी में किया।

एक पिता का ख्वाब होता है कि बेटा किसी तरह कुछ करके कमाने लग जाए। इसके अलावा रिंकू कहते है कि क्रिकेट खेलने के लिए उनको समर्थन भी घरवालों से मिला। जिससे मुझे उस जगह तक पहुंचने में मदद मिली, आज मैं जहां भी हूं।

Rinku Singh With His Family

रिंकू के पिता घर परिवार देखकर चलने वाले आदमी थे, उन्हें पता था कि घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। इन सबके बावजूद रिंकू ने 2009 में क्रिकेट खेलने का मन बना लिया था। रिंकू के इसी लगन के कारण वो 2012 में यूपी के टीम में चुने गए। इसके बाद रिंकू सिंह का परिवार एक बार फिर तंगी से झूझने लगा। ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं होने के कारण रिंकू को झाड़ू पोछा लगाने का काम मिला। उन्हें नौकरी तो चाहिए थी लेकिन वह सफाई कर्मी बनने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने मन बना लिया कि अब क्रिकेट में ही कुछ करूंगा।

रिंकू कहते हैं मैं इतना पढ़ा लिखा नहीं हूं कि पढ़ाई के आधार पर काम कर सकूं मैं केवल क्रिकेट ही है जो मुझे आगे बढ़ा सकता है और क्रिकेट के अलावा कोई विकल्प ही नहीं था। क्योंकि परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का कोई और रास्ता ही नहीं था। बड़े भाई की तरह पिता भी हर महीने 6 से ₹7000 कमाते थे। क्रिकेट करियर में उनके परिवार को गरीबी के बोझ से बाहर निकालने में मदद की।

रिंकू सिंह का क्रिकेट करियर

2012 में यूपी के टीम से खेलने के बाद रिंकू सिंह का बेहतरीन प्रदर्शन लगातार जारी रहा। उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उत्तरप्रदेश के अंडर-19 और अंडर-23 टीम में जगह मिली। इसके अलावा उन्होंने अंडर-19 में सेंट्रल जोन का प्रतिनिधित्व भी किया। रिंकू सिंह ने महज 16 साल की उम्र में लिस्ट A  क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने पहले ही मैच में शानदार पारी में खेलते हुए 87 गेंदों में 84 रनों की पारी खेली।

सैय्यद मुस्ताक अली ट्रॉफी में 31 मार्च 2014 को विदर्भ के खिलाफ खेलते हुए अपने डेब्यू मैच में ही इन्होने 5 गेंदों पे तूफानी अंदाज़ में बल्लेबाजी करते हुए तीन चौकों और दो गगनचुम्बी छक्कों की मदद से 24 रन बना दिए और दूसरी पारी में गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 3 ओवर में 46 रन देकर एक विकेट भी लिया। इसके बाद उन्होंने 5 नवंबर 2016 को 18 वर्ष की उम्र में 2016-17 की रणजी ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया।

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इनके अच्छे प्रदर्शन का फायदा इन्हें आईपीएल के 2017 के सीजन में मिला। जब किंग्स एलेवेन पंजाब ने रिंकू सिंह को 10 लाख के बेस प्राइस पर खरीदा। लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। इसके बाद 2018 के विजय हज़ारे ट्रॉफी के एक मैच में त्रिपुरा के विरूद्ध ताबड़तोड़ अंदाज़ में बल्लेबाजी करते हुए 44 गेंद में नाबाद 91 रन बनाये और इसकी मदद से उन्हें 2018 में कोलकाता नाईट राइडर्स की टीम ने उन्हें 80 लाख रुपये में खरीदा। 2018 में रिंकू का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था।

2018 में अपने ख़राब प्रदर्शन के बाद रिंकू सिंह ने कोलकाता के बैटिंग मेंटर अभिषेक नायर के साथ समय बिताया और इसका फायदा उन्हें 2018-2019 के रणजी सीजन में भी हुआ और उन्होंने 10 पारियों में 953 रन बनाकर टूर्नामेंट के तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे जिसमे उन्होंने चार शतक लगाए थे (163*, 149, 149 और 150)।  रणजी ट्रॉफी में रिंकू ने 40 मैचों की 59 परियों में 59.89 की उम्दा औसत से 2875 रन बनाये हैं। रणजी ट्रॉफी में रिंकू का उच्चतम स्कोर 163 रन है।

बीसीसीआई ने 2019 में लगाया था बैन

साल 2019 में बीसीसीआई ने रिंकू सिंह को तीन महीनों का प्रतिबंध लगा दिया था। इस दौरान उनके क्रिकेट के करियर पर ब्रेक लग गया था। रिंकू सिंह ने बिना बीसीसीआई को जानकारी दिए अबुधाबी में एक टी-20 लीग में हिस्सा लिया था। जब इसकी जानकारी बीसीसीआई को लगी तो उन्होंने कड़ा एक्शन लेते हुए तीन महीने का प्रतिबंध लगा दिया। इस घटना के बाद रिंकू सिंह ने ऐसा कभी नहीं करने की ठानी। उसके बाद फिर रिंकू ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

आईपीएल 2022 में रिंकू को मौके मिलने शुरू हो गए। पिछले साल रिंकू सिंह ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ 15 गेंदों पर 40 रन बनाकर टीम को जीत के दहलीज पर पहुंचा दिए। लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम 2 रनों से हार गई। जिसके बाद केकेआर की तरफ से लगातार मौके मिलने शुरू हो गए। जिसके बाद रिंकू के प्रदर्शन में भी निखार आने लगा। आईपीएल 2023 में 5 गेंदों में पांच छक्के जड़कर अपनी एक अलग पहचान बना ली है। इसके साथ ही आईपीएल के इतिहास में पांच लगातार गेंदों में पांच छक्के लगाने वाले पांचवे खिलाड़ी बन गए।

 

Written By- उपासना कुमारी

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डीपीएस पटना ईस्ट में एक्सेलसियर 2025 का दूसरा दिन रोमांच से भरपूर, कई टीमों ने फाइनल में बनाई जगह

पटना, 5 दिसंबर 2025: दिल्ली पब्लिक स्कूल, पटना ईस्ट में आयोजित तीन दिवसीय इंटर-स्कूल स्पोर्ट्स एक्स्ट्रावैगेंज़ा ‘एक्सेलसियर 2025’ का दूसरा दिन रोमांच, ऊर्जा और उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन का गवाह बना। अंडर-16 (बालक एवं बालिका) वर्ग में खेले गए नॉकआउट और सेमीफाइनल मुकाबलों ने टूर्नामेंट को और अधिक रोचक बना दिया। खिलाड़ियों के जज्बे और खेल भावना ने मैदान में उपस्थित सभी लोगों को प्रभावित किया।

एथलेटिक्स से हुई रोमांचक दिन की शुरुआत

दूसरे दिन की शुरुआत एथलेटिक्स की विभिन्न ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं से हुई। 100 मीटर, 200 मीटर दौड़, रिले रेस, हाई जंप और अन्य इवेंट्स में खिलाड़ियों ने अपनी गति, तकनीक और स्टैमिना का बेहतरीन प्रदर्शन किया। एथलेटिक्स स्पर्धाओं में डीपीएस पटना ईस्ट, लिट्रा वैली और लीड्स एशियन स्कूल के खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिला।

फुटबॉल: सेमीफाइनल में दिखा कौशल और रणनीति

फुटबॉल के मैदान पर आज सेमीफाइनल मुकाबलों में जोरदार टक्कर देखने को मिली। पहले सेमीफाइनल में ट्रिनिटी ग्लोबल ने बेहतरीन आक्रमण और सटीक पासिंग के दम पर लिट्रा वैली को 8-1 से हराते हुए फाइनल में स्थान पक्का किया। दूसरे सेमीफाइनल में डीपीएस पटना ईस्ट ने त्रिभुवन को 3-1 से मात देकर फाइनल में जगह बनाई। टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 6 दिसंबर को प्रातः 9 बजे खेला जाएगा।

बास्केटबॉल में रोमांच चरम पर

बास्केटबॉल कोर्ट पर बालक और बालिका दोनों वर्ग में मुकाबले बेहद रोमांचक रहे। बालक वर्ग में डीपीएस पटना ईस्ट ने गोविंदा इंटरनेशनल को 35-12 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया, जहाँ उनका सामना ट्रिनिटी ग्लोबल से होगा। बालिका वर्ग में सेंट जोसेफ कॉन्वेंट, जेठुली ने डीपीएस पटना ईस्ट को 12-06 से हराते हुए चैंपियनशिप अपने नाम की।

कबड्डी में दांव-पेच का अद्भुत प्रदर्शन

कबड्डी के अखाड़े में खिलाड़ियों ने अपनी ताकत, तेज़ी और रणनीतिक समझ का शानदार प्रदर्शन किया। पहले मुकाबले में डीपीएस पटना ईस्ट ने लीड्स इंटरनेशनल को 71-68 से हराया। दूसरे मुकाबले में त्रिभुवन ने बिशप स्कॉट बॉयज़ को 61-37 से मात देकर अपनी क्षमता का परिचय दिया।

वॉलीबॉल में मे फ्लावर स्कूल बना चैंपियन

वॉलीबॉल कोर्ट पर आज खेले गए मुकाबले में मे फ्लावर स्कूल ने शिवम कॉन्वेंट को सीधे दो सेटों में पराजित कर चैंपियनशिप जीत ली। शानदार स्मैश और ब्लॉक ने दर्शकों का खूब उत्साह बढ़ाया।

प्रधानाचार्य का प्रेरणादायी संदेश

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. राकेश अल्फ्रेड ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा, “खेल सिर्फ हार-जीत का भाव नहीं, बल्कि अनुशासन, सहयोग और दृढ़ संकल्प का पाठ पढ़ाता है। आज बच्चों ने जिस स्तर की खेल भावना दिखाई है, वह सराहनीय है।”

कल होंगे सभी फाइनल मुकाबले

6 दिसंबर को टूर्नामेंट का समापन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान सभी फाइनल मुकाबले खेले जाएंगे और उसके बाद दोपहर 12 बजे से पुरस्कार वितरण का आयोजन होगा। दूसरे दिन के ऊर्जावान और प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन ने अंतिम दिन के मुकाबलों को लेकर उत्सुकता और भी बढ़ा दी है।

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परमेश्वर राय मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट: लर्निंग स्कूल ऑफ क्रिकेट क्वार्टर फाइनल में, लक्ष्य इंजीटेक ने प्री क्वार्टर में पहुंची

पटना, 5 दिसंबर: लर्निंग स्कूल आफ क्रिकेट ने परमेश्वर राय मेमोरियल अंडर-15 इंटर स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। वहीं लक्ष्य इंजीटेक क्रिकेट एकेडमी ने भी प्री अपना मैच जीतकर प्री क्वार्टर मुकाबले में जगह बना ली। लर्निंग स्कूल आफ क्रिकेट ने जहां हैप्पी हाईस्कूल को 77 रन से पराजित किया। वहीं लक्ष्य इंजीटेक क्रिकेट एकेडमी ने सीएबी पर 81 रन से जीत दर्ज की। मुकाबला जीएसए ग्राउंड पर खेला जा रहा है।

लर्निंग स्कूल आफ क्रिकेट और हैप्पी हाईस्कूल के बीच खेले गए लीग के पहले प्री क्वार्टरफाइनल मुकाबले में लर्निंग स्कूल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 21 ओवर में दो विकेट खोकर 205 रन बनाए। लर्निंग की ओर से अमन ने 82 और रजनिश ने नाबाद 55 रन बनाए। विकेटकीपर बल्लेबाज रवि ने 27 रन का योगदान दिया। जवाब में हैप्पी हाईस्कूल के बल्लेबाज निर्धारित 21 ओवर में नौ विकेट खोकर 128 रन ही बना सके। हैप्पी की ओर से सर्वाधिक 50 रन रोहन सिंह ने बनाए। विजेता टीम के विनय कुमार को प्लेयर आफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।

संक्षिप्त स्कोर
लर्निंग स्कूल आफ क्रिकेट: 21 ओवर में 2 विकेट पर 205 रन, अमन 82,रजनिश 66 नाबाद, रवि कुमार 27, अतिरिक्त 23, रोहित राज रोहित राज 1/41, हिमांशु कुमार 1/37।
हैप्पी हाईस्कूल: 21 ओवर में 9 विकेट पर 128 रन, रोहन सिंह 50, अनुज कुमार 29, हिमांशु कुमार 14, अतिरिक्त 20, विनय कुमार 4/11, हरि ओम 4/43।

लक्ष्य इंजीटेक क्रिकेट एकेडमी ने जीता मुकाबला

दिन के दूसरे सुपर नॉकआउट मुकाबले में सीएबी ने टॉस जीतकर लक्ष्य इंजीटेक क्रिकेट एकेडमी को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए लक्ष्य इंजीटेक क्रिकेट एकेडमी ने अनमोल रतन के 63, तंजिल मल्लिक के 28, वशील रमहम के 28 व पीयूष भारती के 23 रन की बदौलत 21 ओवर में आठ विकेट पर 185 रन बनाए। जवाब में सीएबी की पूरी टीम 13।2 ओवर में 104 रन पर सिमट गयी। इस तरह लक्ष्य इंजीटेक क्रिकेट क्रिकेट एकेडमी ने 81 रन से मैच अपने नाम कर प्री क्वार्टर फाइनल में जगह सुनिश्चित कर ली। विजेता टीम के अनमोल को शाहपुर विधायक राकेश ओझा ने प्लेयर आफ द मैच का पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

संक्षिप्त स्कोर
लक्ष्य इंजीटेक क्रिकेट एकेडमी : 21 ओवर में 8 विकेट खोकर 185 रन: अनमोल रत्न 63, तंजिल मल्लिक 28, पीयूष भारती 23, वशील रमहेम 28, अतिरिक्त 29, योर्कर कुमार 3/33 उज्ज्वल राणा 2/24, राजकुमार 1/24, गौरव 1/35, आयुष कुमार 1/22।
सीएबी: 13।2 ओवर 104 रन पर आलआउट, आयुष कुमार 53, गौरव 10, अतिरिक्त 27, मो अयान 4/29, अनमोल रत्न 3/19, वशील रमहेम 2/19।

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डीपीएस पटना ईस्ट में ‘एक्सेल्सियर 2025’ का भव्य आगाज, 13 स्कूलों के 400 से अधिक खिलाड़ी शामिल

पटना, 4 दिसंबर 2025: दिल्ली पब्लिक स्कूल, पटना ईस्ट में इंटर-स्कूल स्पोर्ट्स एक्स्ट्रावैगेंज़ा “एक्सेल्सियर 2025” का भव्य शुभारंभ उत्साह और उमंग के साथ किया गया। 4 से 6 दिसंबर तक चलने वाला यह तीन दिवसीय खेल महोत्सव विद्यार्थियों में खेल कौशल, टीम भावना और अनुशासन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। उद्घाटन कार्यक्रम विद्यालय के मुख्य खेल मैदान में शानदार वातावरण में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9:15 बजे मुख्य अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों के आगमन और स्वागत से हुई। इसके बाद 9:30 बजे औपचारिक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि लिट्रा वैली पब्लिक स्कूल, पटना के प्राचार्य डेसमंड जूड डी मोंटे, डीपीएस पटना ईस्ट के प्रो वाइस चेयरमैन श्री अमित प्रकाश, प्राचार्य डॉ. राकेश अल्फ्रेड तथा डिप्टी हेड मोहम्मद अशफ़ाक़ इक़बाल द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि डेसमंड जूड डी मोंटे और प्राचार्य डॉ. राकेश अल्फ्रेड ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को उत्कृष्टता, अनुशासन और निरंतर प्रयास की प्रेरणा दी।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समा

उद्घाटन समारोह को यादगार बनाने के लिए विद्यार्थियों ने नृत्य, संगीत और योग की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दीं। इसके बाद प्रतिभागी विद्यालयों द्वारा आयोजित मार्च-पास्ट परेड ने अनुशासन, एकता और ऊर्जावान टीम स्पिरिट का शानदार प्रदर्शन किया। इसके साथ ही शपथ ग्रहण समारोह और टॉर्च रिले ने खेलों की भावना को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया।

सुबह 10 बजे कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन किया गया, जिसके बाद सभी खेल प्रतियोगिताओं की शुरुआत हुई। इस दौरान 400 से अधिक खिलाड़ी और 13 विद्यालय ने भाग लिया। “एक्सेल्सियर 2025” में इस वर्ष फ़ुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी और एथलेटिक्स सहित कई प्रमुख खेलों का आयोजन किया जा रहा है। तेरह स्कूलों के चार सौ से अधिक खिलाड़ी प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रहे हैं। 400 मीटर, 1500 मीटर, हाई जंप, शॉटपुट और डिस्कस थ्रो की विभिन्न हिट्स का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस दौरान विद्यालय प्रबंधन ने सभी अभिभावकों, प्रतिभागियों और अतिथियों के सहयोग के लिए धन्यवाद व्यक्त किया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों के समग्र विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराई।

पहले दिन के मुकाबलों के परिणाम

  • कबड्डी
    लीड्स इंटरनेशनल ने क्राइस्ट चर्च स्कूल को 68-58 से पराजित किया।
    त्रिभुवन ने शिवम कॉन्वेंट को रोमांचक मुकाबले में 57-56 से मात दी।
  • वॉलीबॉल
    मे फ्लावर स्कूल ने ट्रिनिटी ग्लोबल को हराया।
    त्रिभुवन ने बिशप स्कॉट बॉयज़ स्कूल को पराजित किया।
    मे फ्लावर ने डीपीएस पटना ईस्ट पर जीत दर्ज की।
  • बास्केटबॉल (बालक वर्ग)
    गोविंदा इंटरनेशनल ने लिट्रा वैली को हराया।
    ट्रिनिटी ग्लोबल ने बिशप स्कॉट बॉयज़ स्कूल को मात दी।
  • बास्केटबॉल (बालिका वर्ग)
    लोयला ने लिट्रा वैली को हराया।
    सेंट जोसेफ जेठुली ने गोविंदा इंटरनेशनल को मात दी।
  • फ़ुटबॉल
    ट्रिनिटी ग्लोबल ने बिशप स्कॉट बॉयज़ स्कूल को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हराया।
    त्रिभुवन ने क्राइस्ट चर्च को 5-0 से पराजित कर अगले दौर में जगह बनाई।

 

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परमेश्वर राय मेमोरियल U-15 इंटर स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट: जीसीए ने वाईसीसी को 135 रनों से हराया

पटना, 4 दिसंबर: स्थानीय स्थानीय संजय गांधी स्टेडियम (जीएसी ग्राउंड) पर चल रहे परमेश्वर राय मेमोरियल U-15 इंटर स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट के तीसरे दिन यानी गुरुवार को जीसीए बनाम वाईसीसी के बीच सुपर नॉकआउट मुकाबला खेला गया, जिसमें जीसीए ने शानदार 135 रनों से जीत दर्ज की।

टॉस जीतकर वाईसीसी ने क्षेत्ररक्षण चुनते हुए जीसीए को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए जीसीए ने कप्तान नीतीश (नाबाद 56) के अर्धशतक, प्रिंस के 35 व समीर पांडे के 26 रन की बदौलत निर्धारित 30 ओवर में नौ विकेट खोकर 239 रन बनाकर वाईसीसी को 240 रन का लक्ष्य दिया।जवाब में खेलने उतरी वाईसीसी के बल्लेबाज जीसीए के गेंदबाजों का सामना नहीं कर सके. पूरी टीम 17.1 ओवर में महज 104 रन ही सिमट गई। जीसीए के लिए अरशलान खान ने 5, कप्तान नीतीश ने 3 और पीयूष ने 2 विकेट चटकाएं। विजेता टीम के अरशलान खान (18 रन, 4.1 ओवर में 13 रन देकर दो विकेट) को प्लेयर आफ द मैच चुना गया।

संक्षिप्त स्कोर
जीसीए: 30 ओवर में 9 विकेट पर 239 रन, शहरयार नफीस 14, समीर पांडे 26, प्रिंस 35, अरशलान खान 18, नीतीश नाबाद 56, अतिरिक्त 57, आनंद राज 5/43
वाईसीसी: 17.1 ओवर में 104 रन पर आलआउट, यूवी 20, आशीष 13, सार्थक राज 39, अतिरिक्त 20, अरशलान खान 5/13, नीतीश 3/45, पीयूष 2/28.

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