बिहार क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा कुछ दिन पहले जारी एक नोटिस में खिलाड़ियों को सलाह दी थी कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से बिना मान्यता प्राप्त अथवा अनिबंधित किसी भी गतिविधि में भाग लेना अनुशासन के विपरीत व संघ विरोधी कारवाई माना जाएगी। इसी को लेकर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ नालंदा (Cricket Association of Nalanda) ने कड़ा रुख अपनाया है। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ नालंदा के अध्यक्ष विजय कुमार ने 7 खिलाड़ियों को संघ विरोधी कार्य में शामिल होने अथवा निर्देश नहीं मानने पर दो साल का बैन लगाया है।
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ नालंदा के अध्यक्ष विजय कुमार ने क्रीडा न्यूज से बात करते हुए कहा कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष-सह क्रिकेट संचालक दिलीप सिंह ने 4 अप्रैल और 7 अप्रैल को बिहार क्रिकेट एसोसिएशन वेबसाइट पर निकाले गए निर्देश के बावजूद नालंदा जिला के खिलाड़ियों ने संघ के विरुद्ध कार्य करने के दोषी पाए जाने पर सात खिलाड़ियों पर दो सत्र के किसी भी मान्यता प्राप्त टूर्नामेंट या अन्य गतिविधियों में भाग लेने से रोक लगाया जाता है।
उन्होंने बताया कि नालंदा जिला तदर्थ समिति द्वारा इन 7 खिलाड़ियों को दोषी पाए जाने पर 2023-24 और 2024-25 तक के लिए संघ से मान्यता प्राप्त किसी भी गतिविधियों में शामिल होने से रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि इस लिस्ट में नालंदा जिला के जाने माने खिलाड़ी भी है।
इन सात खिलाड़ियों पर नालंदा क्रिकेट ने लगाया बैन
(1) निखिल आनंद
(2) अर्णव
(3) अर्णव किशोर
(4) अभिषेक कुमार
(5) मयंक कुमार
(6) सौरव कुमार
(7) मयंक रंजन
नालंदा जिला का मामला सामने आने के बाद बीसीए ने सभी को आगाह करते हुए कहा कि ऐसे किसी ट्रायल, टूर्नामेंट, फैंसी मैच अथवा किसी गैर निबंधित गतिविधि में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से संबंध किसी खिलाड़ी, मैच ऑफिसियल, अंपायर, स्कोरर, तथा हितधारकों को भाग लेने की सूचना प्राप्त होने पर बीसीए को अनुशासनिक कारवाई करनी पड़ेगी।