बीसीसीआई के द्वारा आयोजित होने वाली वीनू मांकड अंडर-19 प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु बिहार अंडर-19 टीम के जोनल ट्रायल मैच में शाहबाद जोन के उपकप्तान अंकित राज अपना जन्म तिथि बढ़ाकर कर खेल रहे है।
जबकि बीसीए ने अपने आधिकारिक साइट पर अंडर-19 टूर्नामेंट में भाग लेने वाले खिलाड़ी का कट ऑफ डेट 1 सितंबर 2001 के ऊपर होने जरूरी है। अंकित राज का जन्म एसजीएफआई स्टेट क्रिकेट टूर्नामेंट के कागजात के तहत 15 जुलाई 2001 है। बीसीए के कट ऑफ डेट के मुताबिक भी देखा जाए तो अंकित राज का उम्र 2 महीने ज्यादा है।
आपको बता दे कि अंकित राज बिहार राज्य से 61वें स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग ले चुके है। जहाँ पर उन्होंने अपना जन्म 15 जुलाई 2001 दर्शाया था।
अब सवाल यह उठता है कि क्या बीसीए कागजों की जांच ढंग से नही करता है? क्या कट ऑफ डेट से ज्यादा उम्र वाले खिलाड़ियों को बिहार टीम के जोनल मैच लिए चयनित किया जाता है? क्यों बिहार में बार-बार खिलाड़ी जन्म प्रमाणपत्र बदल के खेलते है?
बीसीसीआई ने जन्म प्रमाणपत्र से छेड़छाड़ में के आरोप में कई खिलाड़ियों को 3 साल के लिए निलंबित भी कर दिया है। इसमें बिहार के कई खिलाड़ी शामिल है। फिर भी बिहार के खिलाड़ी लगातार जन्म प्रमाणपत्र में छेड़छाड़ कर रहे है।