पटना 21 मई 2023 :- पटना के ज्ञान भवन में यूनिव स्पोर्टटेक कंपनी के पार्टनरशिप में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव 2.0 का आज शाम समापन हो गया । बिहार को खेल के एक उत्कृष्ट केंद्र के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से 19 और 20 मई को देश भर से आए 30 से ज्यादा खेल ,प्रशिक्षकों ,ओलंपियन खिलाड़ियों और प्रसिद्ध खेल प्रबंधकों ने 8 सत्र में खेल से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचार मंथन के बाद अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए ।
गौरतलब है कल 19 मई को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव 2.0 का विधिवत उद्घाटन किया था और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री श्री जितेंद्र कुमार राय विशिष्ट अतिथि थे । कल ही बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के नए लोगो , नए टैग लाइन ‘खेलो दिल से जीतो मिल के’ ,खेल का वार्षिक कैलंडर और खेल नियुक्ति के पोर्टल को उप मुख्यमंत्री द्वारा लॉन्च किया गया था ।
स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव के समापन के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक श्री रवीन्द्रण शंकरण ने कहा कि दो दिनों तक चलने वाले स्पोर्ट्स कान्क्लेव का सफलता पूर्वक आयोजन हुआ और इसमें देश भर से आए खेल विशेषज्ञों द्वारा कई महत्वपूर्ण सुझाव और प्रस्ताव बिहार में खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए दिए गए ।
बिहार में प्रशिक्षण और प्रशिक्षकों के स्तर में सुधार के लिए प्रसिद्ध राष्ट्रीय प्रशिक्षकों के सहयोग से कोच डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाया जाएगा जिसमें स्कूल के शारीरिक शिक्षकों को भी 3 महीने का कोर्स द्वारा प्रशिक्षित करके खेल प्रशिक्षक के रूप में तैयार किया जाएगा इससे बिहार में खेल प्रशिक्षकों की कमी भी दूर होगी और उनका स्तर भी बढ़ेगा।
उन्होंने बताया अबतक ज्यादा ध्यान पटना आधारित प्रतिभा खोज कार्यक्रमों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता था लेकिन अब हम ग्रामीण स्तर पर प्रतिभा को खोजेंगे तथा इसके लिए अब आरा ,बगहा , छपरा , सिवान , भागलपुर , बक्सर में भी खेल अकादेमी खोल कर विभिन्न सुदूर इलाकों से बुनियादी स्तर पर प्रतिभा खोजने और प्रशिक्षित करने का काम किया जाएगा ।
इस कॉन्क्लेव में सभी विशेषज्ञों की यह महत्वपूर्ण राय थी कि बिहार में खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार के साथ साथ निजी कंपनियों , कॉर्पोरेट सेक्टर , स्वयं सेवी संस्थाओं और विभिन्न एसोसिएशन को एक साथ मिल कर प्रयास करना पड़ेगा । इस कॉन्क्लेव में शामिल कई प्रसिद्ध कंपनियों और निजी संस्थाओं ने बिहार में खेल के क्षेत्र में अपना सहयोग और योगदान देने के लिए सामने आए हैं ।
ईज़ माई ट्रिप और शिखर धवन फाउंडेशन जैसे प्रसिद्ध संस्थाओं और कॉम्पनियों ने बिहार में बुनियादी स्तर पर प्रतिभा खोज में पूर्ण सहयोग देने का निर्णय लिया है , वहीं बिहार में खुलने वाले स्पोर्ट्स इनजूरी सेंटर के लिए देश के प्रसिद्ध श्री राम इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और डॉक्टर विभु कल्याण नायक ने इसकी स्थापना के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया है ।
प्रसिद्ध ओलंपियन शूटर पद्मश्री गगन नारंग और बास्केट बाल की पूर्व कप्तान सुश्री दिव्या सिंह ने बिहार में खेल अकादेमी खोलने में अपनी काफी रुचि दिखाई है ।
श्री शंकरण ने बताया कि इस कॉन्क्लेव में ई स्पोर्ट्स के बारे में भी विस्तार से चर्चा हुई , यह बहुत तेजी से विश्व में प्रचलित हो रहा है तथा बिहार में भी इसकी संभावनाओं पर समीक्षा हुई . बिहार में स्कूल कॉलेज लेवल पर इसकी गर्मियों की छुट्टी के बाद शुरुआत की जाएगी । खेल में टेक्नोलोजी के प्रयोग पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है , आईआईटी द्वारा खिलाड़ियों की प्रतिभा की पहचान और क्षमता के विकास के लिए सॉफ्टवेयर बनाया गया है जिसका इस्तेमाल बिहार के आईआईटी और एनाइटी में करके बिहार के कजीलाड़ियों को प्रशिक्षित किया जाएगा ।
स्पोर्ट्स कान्क्लेव में मुख्यतया राज्य में खेल का माहौल बेहतर बनाने , खेल के श्रेष्ठ खिलाड़ियों और दूसरे राज्यों के बेहतर कार्यक्रमों और प्रयासों से सीखने , खेल में महिलाओं की भागीदारी और बेहतर प्रदर्शन बढ़ाने , खिलाड़ियों के बेहतर प्रबंधन और उनका देख रेख , खेल के लिए कम लागत वाले बेहतर आधारभूत संरचनाओं के निर्माण , उनके प्रबंधन , खेल में टेक्नॉलजी के इस्तेमाल , पीपीपी मोड में सरकार और निजी संस्थाओं के साथ मिलकर खेल प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों के आयोजन तथा ई स्पोर्ट्स को प्रोत्साहित करने के उपायों पर विशेष रूप से चर्चा हुई।
संवाददाताओं से बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के अध्यक्ष सह सचिव श्री पंकज राज ने कहा कि भविष्य में ऐसे स्पोर्ट्स कान्क्लैव बिहार में आयोजित किए जाएंगे जिससे की बिहार के खिलाड़ियों का मनोबल और स्तर और बढ़ सके । सरकार विशेषज्ञों की सलाह और विचारों पर गंभीरता पूर्वक विचार करेगी और इसपर अमल करेगी ।
स्पोर्ट्स कान्क्लेव में बिहार के खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास और बिहार को खेल के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में स्थापित करने लिए खेल से जुड़े जिन प्रमुख हस्तियों ने अपने विचार रखे उनमें से कान्क्लेव में अपने विचार और सुझाव रखने वाले प्रमुख हस्तियों में पद्मभूषण और द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य प्रशिक्षक श्री पुलेला गोपीचन्द , पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित ओलंपियन और हॉकी इंडिया के अध्यक्ष श्री दिलीप तिर्की ,स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के महानिदेशक श्री संदीप प्रधान , पद्मश्री से सम्मानित इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्री गगन नारंग ,प्रसिद्ध खेल प्रबंधक और प्रस्तुतकर्ता तथा प्रो कबड्डी लीग के सह संस्थापक श्री चारु शर्मा , नेशनल राइफल एसोसिएशन के संयुक्त सचिव तथा गगन नारंग स्पोर्ट्स प्रमोशन फाउंडेशन के संस्थापक श्री पवन कुमार जे.सिंह, डॉ. बाबजी श्रीनिवासन ,खेल और युवा विभाग उड़ीसा के संयुक्त सचिव श्री रंजीत परीदा ,नैशनल सेंटर फॉर स्पोर्ट्स साइंस एण्ड रिसर्च के निदेशक ब्रिगेडियर डॉ.बिभू कल्याण नायक ,यूरोपियन बिजनेस एण्ड टेक्नॉलजी सेंटर के प्रबंध निदेशक श्री पॉल वी. जेनसेन , श्री रामचन्द्र सेंटर फॉर स्पोर्ट्स साइंस के निदेशक प्रो. अरुमुगम सिवारमण , स्टेयर्स फाउंडेशन के संस्थापक और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित श्री सिद्धार्थ उपाध्याय , यूनिव स्पोरटाटेक के निदेशक श्री अभिषेक ईसार , मशाल स्पोर्ट्स के प्रमुख श्री अनुपम गोस्वामी , लुमिकाई के निवेश सहायक श्री आदित्य देशपांडे , एफईएआई के संस्थापक सदस्य श्री वैभव डांगे, न्यू होराइजॉन्स अलाइअन्स के निदेशक श्री रणवीत गिल , ईजी माइ ट्रिप के मुख्य व्यवसाय प्रबंधक श्री नितेश गुप्ता , द वन ग्लोबल वेंचर्स के पार्टनर मोहम्मद सिराजुद्दीन, श्री मेघनाथ रेड्डी ,भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान श्री अभिषेक यादव , अर्जुन पुरस्कार प्राप्त भारतीय मुक्केबाज श्री अखिल कुमार ,भारतीय बास्केटबाल टीम की पूर्व कप्तान सुश्री दिव्या सिंह , भारतीय एथलीट सुश्री नमिता चंदेल , भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी सुश्री तृप्ति मुरगुंडे और एनडीटीवी की स्पोर्ट्स एडिटर सुश्री रिका रॉय आदि शामिल रहे ।