इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान ‘बायो-बबल’ से उल्लंघन पर खिलाड़ी को टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ सकता है और उनकी टीमों के एक करोड़ रूपये का भारी जुर्माना भरने के अलावा तालिका में अंक भी काटे जा सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने भाग लेने वाली सभी आठ फ्रेंचाइजी टीमों को अधिसूचना दी कि ‘बायो-बबल’ से ‘अनधिकृत रूप से बाहर’ जाने के लिये खिलाड़ी को छह दिन के पृथकवास में जाना होगा।
अगर ऐसा दूसरी बार होता है तो एक मैच का निलंबन लगाया जायेगा और तीसरे उल्लघंन पर उसे टूर्नामेंट से बाहर कर दिया जायेगा और उसकी जगह टीम को कोई और खिलाड़ी भी नहीं मिलेगा।
खिलाड़ियों को दैनिक स्वास्थ्य पासपोर्ट पूरा नहीं करने, जीपीएस ट्रैकर नहीं पहनने और निर्धारित कोविड-19 जांच समय पर नहीं करवाने के लिये 60,000 रूपये के करीब का जुर्माना देना पड़ सकता है। यही नियम परिवार के सदस्यों और टीम अधिकारियों के लिये भी हैं।
संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे टूर्नामेंट के हर पांचवें दिन सभी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की कोविड-19 जांच की जा रही है।
टीम अधिकारियों को भी यह सुनिश्चित करने में काफी सतर्क होने की जरूरत है कि सख्त ‘बायो-बबल’ का उल्लघंन नहीं हो।
अगर कोई फ्रेंचाइजी ‘किसी व्यक्ति को बबल में खिलाड़ी/सहयोगी स्टाफ से बातचीत करने की अनुमति देती है’ तो उसे पहले उल्लंघन पर एक करोड़ रूपये का जुर्माना भरना होगा, दूसरी बार ऐसा करने पर एक अंक काट लिया जायेगा और तीसरे उल्लंघन के लिये दो अंक (एक जीत के बराबर) काट लिये जायेंगे।

Vijay Hazare Trophy: मणिपुर के खिलाफ सकीबुल गनी का ऑलराउंड शो, बिहार की लगातार दूसरी जीत
BCA पटना, 26 दिसंबर 2025: विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) प्लेट के तहत जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स, रांची में खेले गए लिस्ट ए मुकाबले में बिहार ने मणिपुर को 15 रनों से पराजित करते हुए महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। इस मुकाबले में बिहार ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 284 रन बनाए, जिसके जवाब में मणिपुर की टीम 50 ओवर में 9 विकेट पर 269 रन ही बना सकी।
बिहार की ओर से पारी की शुरुआत करते हुए महरौर ने 83 गेंदों पर 65 रन की प्रभावी पारी खेली, जिसमें 5 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। पियूष कुमार सिंह ने 42 गेंदों पर 24 रन बनाए। मध्यक्रम में आकाश राज ने 71 गेंदों पर 75 रन की उपयोगी पारी खेलते हुए पारी को मजबूती दी।
विकेटकीपर आयुष लोहारुका ने 27 गेंदों पर 29 रन जोड़े, जबकि कप्तान एस गनी ने 30 गेंदों पर 31 रन का योगदान दिया। अंतिम ओवरों में बिपिन सौरभ ने 16 गेंदों पर 28 रन बनाकर रन गति को प्रभावी बनाए। निर्धारित 50 ओवर में बिहार ने 11 अतिरिक्त रनों की मदद से 284 रन का स्कोर खड़ा किया। मणिपुर की ओर से गेंदबाजी में बिश्वोरजीत और जोटिन फेरोइजाम ने 3-3 विकेट हासिल किए। किशन सिंघा और अजय सिंह को 1-1 विकेट मिला।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी मणिपुर टीम की शुरुआत संभली हुई रही। कर्नाजीत वाई ने 76 गेंदों पर 45 रन बनाए, जबकि उलेन्याई ख्वाइराकपम ने 78 गेंदों पर 60 रन की पारी खेली। इसके बाद जॉनसन ने 51 गेंदों पर 48 रन और प्रियोजीत के ने 31 गेंदों पर 44 रन बनाकर मुकाबले को रोचक बनाए रखा। हालांकि बिहार के गेंदबाजों ने मध्य और अंतिम ओवरों में प्रभावी नियंत्रण रखते हुए रनगति पर अंकुश लगाया।
बिहार की गेंदबाजी में हिमांशु तिवारी और कप्तान एस गनी सबसे प्रभावी साबित हुए। हिमांशु तिवारी ने 10 ओवर में 45 रन देकर 4 विकेट झटके, जबकि एस गनी ने 9 ओवर में 55 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। सुरज कश्यप को 1 विकेट मिला। निर्धारित 50 ओवर में मणिपुर की टीम 9 विकेट पर 269 रन ही बना सकी।
इस तरह बिहार ने 15 रन से मुकाबला अपने नाम किया। इस जीत के साथ बिहार टीम का सामूहिक प्रदर्शन प्रभावी रहा, जिसमें बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में संतुलन देखने को मिला। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने टीम के इस प्रदर्शन की सराहना करते हुए खिलाड़ियों को आगे के मुकाबलों के लिए शुभकामनाएं दी हैं।






