KRIDA NEWS

Search
Close this search box.

KRIDA NEWS

हार्दिक पांड्या का पारी बेकार, आरोन फिंच और स्टीव स्मिथ के शतकीय पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 66 रनों से हराया

ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सिडनी में खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में मेजबानों ने भारतीय टीम को 66 रनों से हराया। यह सीरीज आईसीसी वर्ल्ड कप सुपर लीग के अंतर्गत खेली जा रही है। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 374/6 का विशाल स्कोर बनाया, जिसके जवाब में भारतीय टीम 308/8 का स्कोर ही बना सकी। स्टीव स्मिथ को 105 रनों की धुआंधार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच ने डेविड वॉर्नर के साथ मिलकर टीम को शानदार शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 156 रनों की बेहतरीन साझेदारी निभाई और टीम को मजबूत स्कोर की तरफ अग्रसर किया। आरोन फिंच ने 69 और डेविड वॉर्नर ने 54 गेंदों में अपना-अपना अर्धशतक पूरा किया। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 19वें ओवर में 100 और 28वें ओवर में 150 का आंकड़ा पार किया।  

28वें ओवर में भारतीय टीम को पहली सफलता मिली और मोहम्मद शमी ने डेविड वॉर्नर (76 गेंद 69, 6 चौके) को आउट किया। हालाँकि इसके बाद आरोन फिंच ने दूसरे विकेट के लिए स्टीव स्मिथ के साथ 108 रनों की एक और बढ़िया साझेदारी निभाई एवं टीम को 250 के पार पहुंचाया। आरोन फिंच ने 117 गेंदों में अपना 17वां वनडे शतक लगाया और साथ ही 5000 रन भी पूरे किये। स्मिथ ने भी सिर्फ 36 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया।

ऑस्ट्रेलिया ने 34वें ओवर में 200 और 39वें ओवर में 250 का आंकड़ा पार किया। फिंच ने 124 गेंदों में 9 चौके एवं 2 छक्कों की मदद से 114 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेली और 40वें ओवर में 264 के स्कोर पर बुमराह ने उन्हें आउट करके टीम को दूसरी सफलता दिलाई। 41वें ओवर में 271 के स्कोर पर मार्कस स्टोइनिस खाता खोले बिना पहली ही गेंद पर चहल का शिकार बने और ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका लगा। 

स्टीव स्मिथ ने ग्लेन मैक्सवेल के साथ मिलकर टीम को 43वें ओवर में 300 के पार पहुंचाया और चौथे विकेट के लिए 57 रनों की धुआंधार साझेदारी निभाई। मैक्सवेल ने 19 गेंदों में 5 चौके और 3 छक्कों की मदद से 45 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। 45वें ओवर में 328 के स्कोर पर शमी ने उन्हें आउट किया। 46वें ओवर में 331 के स्कोर पर नवदीप सैनी ने मार्नस लैबुशेन (2) को भी आउट किया।

स्टीव स्मिथ ने सिर्फ 62 गेंदों में अपना 10वां वनडे शतक पूरा किया और टीम को 370 के पार पहुंचाया। स्मिथ ने 66 गेंदों में 11 चौके और 4 छक्कों की मदद से 105 रन बनाये। एलेक्स कैरी 13 गेंदों में 17 और पैट कमिंस 1 रन बनाकर नाबाद रहे। आखिरी 10 ओवरों में ऑस्ट्रेलिया ने 110 रन बनाये। भारत की तरफ से मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। उनके अलावा बुमराह, चहल और सैनी ने एक-एक विकेट लिया। 374/6 का स्कोर भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा वनडे स्कोर है।

बड़े लक्ष्य के जवाब में भारत को शिखर धवन और मयंक अग्रवाल ने तेज शुरुआत दी, लेकिन छठे ओवर में 53 के स्कोर पर जोश हेज़लवुड ने मयंक (18 गेंद 22) को आउट करके टीम को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद दसवें ओवर में 78 के स्कोर पर हेज़लवुड ने विराट कोहली (21 गेंद 21) और 80 के स्कोर पर श्रेयस अय्यर (2) को आउट करके भारतीय टीम को जबरदस्त झटके दिए। भारत ने 14वें ओवर में 100 का आंकड़ा पार किया, लेकिन उसी ओवर में 101 के स्कोर पर एडम ज़म्पा ने केएल राहुल (15 गेंद 12) को आउट करके टीम को जबरदस्त सफलता दिलाई।

यहाँ से शिखर धवन ने हार्दिक पांड्या के साथ पांचवें विकेट के लिए 128 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को संभाला। शिखर धवन ने 55 और हार्दिक पांड्या ने सिर्फ 31 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और भारत ने 29वें ओवर में 200 का आंकड़ा पार किया। हालाँकि 35वें ओवर में 229 के स्कोर पर ज़म्पा ने शिखर धवन (86 गेंद 74) को आउट किया और भारत को बहुत बड़ा झटका लगा। आखिरी 15 ओवर में भारतीय टीम को जीत के लिए 144 रनों की जरूरत थी।

हार्दिक पांड्या ने 76 गेंदों में 7 चौके और 4 छक्कों की मदद से 90 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन 39वें ओवर में 248 के स्कोर पर ज़म्पा की गेंद पर उनके आउट होने से भारत की रही सही उम्मीद भी खत्म हो गई। 46वें ओवर में ज़म्पा ने 281 के स्कोर पर रविंद्र जडेजा (37 गेंद 25) को भी चलता किया। नवदीप सैनी (35 गेंद 29*) और मोहम्मद शमी (10 गेंद 13) ने टीम को 300 के पार पहुंचाया, लेकिन टीम को एकतरफा हार से नहीं बचा सके। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से एडम ज़म्पा ने सबसे ज्यादा चार और जोश हेज़लवुड ने तीन विकेट लिए। इनके अलावा मिचेल स्टार्क ने एक विकेट लिया।


Read More

सुमित्रा दयाल वनडे फाइनल वीमेंस क्रिकेट टूर्नामेंट 7 मई को

पटना, 4 मई। क्रिकेट एकेडमी ऑफ बिहार (सीएबी) के तत्वाववधान में आगामी 7 मई को एकेडमी के ग्राउंड पर सुमित्रा दयाल वनडे फाइनल महिला क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जायेगा। यह जानकारी क्रिकेट एकेडमी ऑफ बिहार के निदेशक सह भारतीय युवा क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अमिकर दयाल ने दी।

उन्होंने बताया कि इस मैच में दो टीमें खेलेंगी। टीम के प्लेयरों का चयन स्ट्रेट ड्राइव वीमेंस क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मैच के विजेता व उपविजेता टीमों को चमचमाती ट्रॉफी के अलावा खिलाड़ियों को व्यक्तिगत पुरस्कार भी दिये जायेंगे। साथ ही बेस्ट बॉलर, बेस्ट बैट्समैन, बेस्ट फील्डर, बेस्ट विकेटकीपर समेत कई अन्य पुरस्कार दिये जायेंगे।

उन्होंने कहा कि पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान पटना व बिहार की क्रिकेट हस्तियों के अलावा कई गणमान्य लोग पधार कर खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करेंगे। उन्होंने बताया कि सरदार पटेल स्पोट्र्स फाउंडेशन के संतोष तिवारी की देखरेख में टूर्नामेंट की तैयारी चल रही है।

Read More

बिहार मॉडर्न पेंटाथॉलन द्वारा 8वीं MPFI नेशनल लेजर रन चैंपियनशिप 2024 में 3 स्वर्ण 1 रजत और 5 कांस्य पदक जीतने पर भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ ने दी शुभकामनाएं

पटना – बिहार मॉडर्न पेंटाथांलन टीम अमरावती महाराष्ट्र में मॉडर्न पेंटाथांलन फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा दिनांक 26 अप्रैल से 29 अप्रैल तक आयोजित आठवीं MPFI लेजर रन नेशनल चैम्पियशिप में बिहार मॉडर्न पेंटाथॉलन की टीम द्वारा 3 स्वर्ण 1 रजत और 5 कांस्य पदक जीतने पर भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सतीश राजू जी ने एवं बिहार मॉडर्न पेंटाथलान एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग कुमार, सचिव कनक कुमार, कोषाध्यक्ष सिद्धन जी, चेयरमैन डॉ सोनू शंकर जी, बिहार लाठी संघ के अध्यक्ष राजीव रंजन यादव, भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ प्रदेश सह संयोजक मुकेश पासवान, अंकुर वर्मा ने बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान किया।

उक्त अवसर पर भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सतीश राजू जी ने कहा कि सभी खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ठ खेल का प्रदर्शन किया और मेडल जीत कर बिहार का नाम रौशन किया। साथ ही साथ राजू ने सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा की भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ सदैव प्रतिभावान खिलाड़ियों का सम्मान करती है और उनके खेल को और बेहतर करने के लिए हर संभव सहयोग करती है।

Read More

Hamida Banu: भारत की पहली महिला पहलवान जिसे कोई पुरुष कभी नहीं हरा पाया, जानें क्यों गूगल ने डूडल बनाकर किया याद

भारत में कुश्ती का खेल हमेशा के लोकप्रिय रहा है। कुश्ती में भारत ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। कुश्ती का यह खेल जिसे सिर्फ पुरुषों का खेल ही माना जाता है। महिलाएं कुश्ती नहीं करती है। ऐसे समय में हमीदा बानो (Hamida Banu) ने कुश्ती में अपना नाम बनाया। हमीदा बानो भारत की पहली महिला पहलवान बनी जो कुश्ती में किसी को भी हराने में सक्षम थी। हमीदा बानो भारत की एकमात्र ऐसी महिला पहलवान है जिसे कोई पुरुष कभी भी नहीं हारा पाया।

दंगल में हारने वाले से करुंगी शादी
हमीदा बानो ने 1940 और 1950 के दशक में पुरुषों की चुनौती देते हुए कहा था जो मुझे दंगल में हरा देगा मैं उससे शादी कर लूंगी। इस वाकया के बाद हमीदा की एक अलग पहचान बनी। 1937 में लाहौर के फिरोज खान ने हमीदा बानो की चुनौती को स्वीकार किया। हमीदा ने उस मैच में फिरोज को चित कर दिया। इसके बाद हमीदा काफी फेमस हो गईं। फिर उन्होंने एक सिख और कोलकाता के एक अन्य पहलवान खड़ग सिंह को हराया। इन दोनों को हमीदा से शादी करने के लिए चुनौती दी थी।

देश के साथ विदेश में भी नाम कमाया
आज ही के दिन 1954 में आयोजित एक कुश्ती मैच में केवल 1 मिनट और 34 सेकेंड में जीत दर्ज करने के बाद हमीदा बानो को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। जिससे उनका नाम देश के साथ-साथ विदेश में गुंजने लगा। इसके अलावा उन्होंने प्रसिद्ध पहलवान बाबा पहलवान को हराया। हार के बाद बाबा पहलवान ने कुश्ती से संन्यास ले लिया।

उनका जन्म 1900 के दशक की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पहलवानों के एक परिवार में हुआ था। वह कुश्ती की कला का अभ्यास करते हुए बड़ी हुईं और 1940 और 1950 के दशक के अपने करियर में 300 से अधिक प्रतियोगिताओं में जीत दर्ज की। इस दौरान उन्होंने अनेक उपलब्धियां हासिल की।

पति ने हाथ-पैर तोड़ दिया
हमीदा के कोच सलाम पहलवान को यूरोप जाकर कुश्ती लड़ने वाला आइडिया पसंद नहीं आया। दोनों ने शादी कर ली और फिर मुंबई के नजदीक कल्याण में डेरी बिज़नेस डाला। हालांकि हमीदा ने यूरोप जाकर कुश्ती लड़ने की जिद नहीं छोड़ी। बीबीसी, हमीदा बानो के पोते फिरोज शेख के हवाले से लिखता है कि सलाम पहलवान ने हमीदा बानो की इतनी पिटाई की कि उनका हाथ टूट गया। पैर में भी गंभीर चोट आई। इसके बाद कई सालों तक वह लाठी के सहारे चलती रहीं।

गुमनामी में मौत
कुछ साल बाद सलाम पहलवान अलीगढ़ लौट आए और हमीदा बानो कल्याण में ही रहीं और अपना दूध का व्यवसाय करती रहीं। बाद के दिनों उन्होंने सड़क किनारे खाने का सामान भी बेचा। साल 1986 में उनकी गुमनामी में मौत हो गई।

Read More

जेएससीए अंतर जिला अंडर-15 में धनबाद की लड़कियों ने कोडरमा को करारी शिकस्त दी, 197 रनों से हराया

धनबाद की लड़कियों ने जेएससीए अंतर जिला अंडर-15 के ग्रुप ए के एक मुकाबले में कोडरमा को 197 रनों के विशाल अंतर से हरा दिया। पाकुड़ में खेले गए इस मैच में धनबाद की अंकिता कुमारी मौर्य ने पहले तो 150 रनों के बेहतरीन नाबाद पारी खेली, जिससे धनबाद टीम ने निर्धारित बीस ओवरों में पांच विकेट पर 275 रनों का पहाड़ सा स्कोर खड़ा कर लिया। इसके बाद 15 रनों पर तीन विकेट झटकते हुए अंकिता ने कोडरमा की पारी बीस ओवर में पांच विकेट पर 78 रनों पर सीमित कर दी। इस प्रदर्शन से अंकिता को प्लेयर आफ द मैच चुना गया।

टॉस धनबाद ने जीता और पहले बल्लेबाजी की। अंकिता ने अपनी 87 गेंदों की नाबाद पारी में 29 चौके लगाए। अन्नु कुमारी यादव ने 25, आरती सोरेन ने नाबाद 14 और आनंदी कुमारी ने 10 रन बनाए। कोडरमा की सृष्टि सिन्हा ने 43 पर तीन विकेट लिए। इसके अलावा करीना कुमारी और सुमन कुमारी को एक-एक विकेट मिला। सृष्टि (23 नाबाद) ही कोडरमा की ऐसी एकमात्र बल्लेबाज रहीं जिन्होंने दहाई का आंकड़ा पार किया। धनबाद के लिए अन्नु कुमारी यादव और समृद्धि कुमारी को एक-एक विकेट मिला।

Recent Articles

Subscribe Now
Do you want to subscribe to our newsletter?

Fill this form to get mails from us.