पटना:- आज 20 फरवरी को एलूर क्रिकेट स्टेडियम चेन्नई में बीसीसीआई द्वारा आयोजित विजय हजारे एक दिवसीय ट्रॉफी के खेले गए प्रथम मुकाबला में रेलवे ने बिहार को 10 विकेट से पराजित कर इस ट्रॉफी में पहली जीत के साथ आगाज किया।
आज सुबह टॉस रेलवे के कप्तान ने जीता और बिहार टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित कर क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया।
जिसकी जानकारी देते हुए बीसीए मीडिया कमेटी के संयोजक कृष्णा पटेल ने बताया कि रेलवे टीम के कप्तान के इस निर्णय को रेलवे के गेंदबाजों ने सही साबित करते हुए बिहार टीम के चोटी के बल्लेबाजों को जल्द ही चलता कर बिहार टीम को संकट में खड़ा कर दिया।
इससे पहले बिहार की ओर से पारी की शुरुआत करने सलामी बल्लेबाज शशीम राठौर और सकीबुल गनी आए। लेकिन इस पारी के 1.2 ओवरों में 10 रन के योग पर बिहार को पहला झटका सलामी बल्लेबाज शशीम राठौर के रूप में लगा जब वो 3 रन के निजी स्कोर पर प्रदीप पूजार का शिकार बने जिसे पुजार ने हर्ष त्यागी के हाथों कैच कराकर पवेलियन का रास्ता दिखाया। उसके बाद बल्लेबाजी करने आए बाबुल कुमार 1 रन के निजी स्कोर पर पुजार का शिकार बने जिसे पुजार ने अमित मिश्रा के हाथों कैच कराकर बिहार को दूसरा झटका 20 रन के योग पर दिया।
बिहार की उम्मीद अब मंगल मेहरूर पर टिकी थी तभी इसी ओवर की आखिरी गेंद पर 20 रन के स्कोर पर हीं पुजार ने देवधर के हाथों कैच कराकर मंगल मेहरूर को बिना खाता खोले चलता कर बिहार को तीसरा झटका दिया।
जबकि चौथा झटका 49 रन के योग पर बिहार को लगा जब एक छोर पर संभल कर बल्लेबाजी कर रहे सलामी बल्लेबाज सकीबुल गनी ने अपना संयम होते हुए 24 रन के निजी स्कोर पर पुजार का शिकार बने जिसे हर्ष त्यागी के हाथों कैच कराकर पवेलियन का रास्ता दिखाया।
इस प्रकार प्रदीप पुजार ने बिहार के छह शीर्ष बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखा कर बिहार टीम की रीढ़ तोड़ दी उस समय बिहार की टीम 14.1 ओवरों में 7 विकेट खोकर 64 रन पर संघर्ष कर रही थी तभी बिहार टीम को अनुज राज और शब्बीर खान के रूप में खेवनहार मिला जिन्होंने आठवें विकेट के लिए 120 रनों की साझेदारी कर बिहार टीम को संभालते नजर आए तभी बिहार को आठवां झटका 184 रनों के योग पर बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे अनुज राज के रूप में लगा जब 72 रन के निजी स्कोर पर करण शर्मा का शिकार बने जिसे पूजा के हाथों कैच कराकर पवेलियन का रास्ता दिखाया।
उसके बाद सारी उम्मीदें शब्बीर खान पर टिकी थी जो 46 रन बनाकर नाबाद क्रीज पर डटे हुए थे।
लेकिन उनका साथ निचले क्रम के किसी बल्लेबाज ने नहीं दी और 45.5 ओवरों में बिहार की पूरी टीम 189 रन पर पूरी टीम ढेर हो गई।
रेलवे की ओर से प्रदीप पुजार ने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में एक मैडेन ओवर के साथ कुल 43 रन खर्च कर 6 विकेट अपनी झोली में डाली जबकि अमित मिश्रा ने 7.5 ओवरों में 30 रन देकर तीन विकेट और करण शर्मा ने 9 ओवर में 30 रन देकर 1 विकेट चटकाने में सफल रहे।
जवाब में जीत के लिए 190 रनों लक्ष्य का पीछा करने उतरी रेलवे के सलामी बल्लेबाज मृणाल देवधर ने शानदार 105 रनों की नाबाद शतकीय पारी और प्रथम सिंह के नाबाद 72 रनों की अर्धशतकीय पारी के बलबूते रेलवे ने 29 ओवरों में लक्ष्य को हासिल कर 10 विकेट से बिहार को पराजित कर इस मैच को अपने नाम कर लिया।
बिहार के गेंदबाज निरंतर विकेट की तलाश में भटकते रहे लेकिन इन दोनों सलामी बल्लेबाजों ने बिहार के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।
बिहार का दूसरा मुकाबला कर्नाटक के साथ 22 फरवरी को खेला जाएगा।