बिहार:- बिहार में क्रिकेट की बात हो और विवाद न हो ऐसा हो ही नही सकता। बिहार क्रिकेट का विवादों से बहुत पुराना नाता है जो कई वर्षों से चला आ रहा है और खत्म होने का नाम ही नही ले रहा है। अभी हाल में ही बिहार क्रिकेट लीग में खिलाड़ियों की बोली लगी थी, लेकिन उसके बाद खबर आने लगी कि बीसीसीआई ने इस टूर्नामेंट को लेकर स्वीकृति नही दी है।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा, ‘हमने बीसीसीआई से अनुमति मांगी थी लेकिन अब तक हमें कोई जवाब नहीं मिला है।’ टूर्नामेंट के आयोजन में बीसीए की मदद करने वाले एलीट स्पोर्ट्स के निशांत दयाल ने कहा कि उन्हें बताया गया कि राज्य संघ ने बीसीसीआई से 22 जनवरी को मंजूरी देने के लिए कहा था।
निशांत दयाल ने कहा, ‘बीसीसीआई के नियमों के अनुसार बिहार क्रिकेट संघ ने 22 जनवरी को पत्र भेज दिया था। हमने बीसीसीआई एसीयू को टूर्नामेंट के सहज आयोजन में मदद करने के लिए भी पत्र लिखा था।’
हालाकि एक खिलाड़ी ने गोपनीयता के शर्त पर क्रीड़ा न्यूज़ को बताया कि बिहार क्रिकेट लीग को रोकने का काम वो लोग कर रहे है जिनके करीबियों की बोली इस लीग में नही लगी। बिहार में कुछ ऐसे भी लोग है जो अपने करीबियों के चलते ही राज्य में क्रिकेट को सुचारू रूप से होने नही दे रहे है। खैर इस बात में कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि क्रीड़ा न्यूज़ नही करता है।
यह टूर्नामेंट कार्यक्रम के अनुसार 21 से 27 मार्च के बीच पटना में होना है जिसमें पांच फ्रैंचाइजीज की टीमें अंगिका एवेंजर्स, भागलपुर बुल्स, दरभंगा डायमंड्स, गया ग्लैडिएटर्स और पटना पायलट्स हिस्सा ले रही हैं। मैचों का एक निजी खेल चैनल पर प्रसारण किया जाएगा।