पटना: बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) की विशेष आम सभा (SGM) की बैठक 25 मई को पटना के द गोल्डन सनराइज होटल में आयोजित की गई। अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में BCA के निबंधित पूर्ण सदस्यों में से 30 सदस्य तथा पदर्थ समिति के 8 में से 7 सदस्यों की उपस्थिति दर्ज की गई।
बैठक में BCA के उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव, कोषाध्यक्ष सहित राज्य के सभी जिला क्रिकेट संघों के प्रतिनिधियों और इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन (ICA) के पुरुष एवं महिला खेल प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
इस विशेष आम सभा का प्रमुख उद्देश्य वर्ष 2025 से 2028 के कार्यकाल के लिए चुनाव प्रक्रिया को लेकर प्रस्तावित रूपरेखा को अंतिम रूप देना था। निर्वाचन प्रक्रिया से संबंधित सभी प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई और निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति सहित आवश्यक निर्णय सर्वसम्मति से पारित किए गए। निर्वाचन संबंधित प्रक्रिया हेतु पूर्व की बैठकों में लिए गए निर्णय की संतुष्टि करते हुए आगामी कार्यकाल हेतु सभी निर्णय के अनुपालन का निर्णय सम्पूष्ट किया गया।
आयु संबंधी धोखाधड़ी के मामले में सख्त कार्रवाई करेगा BCA
बैठक में घरेलू क्रिकेट के आयोजन, संचालन और प्रबंधन को लेकर भी गंभीर विमर्श किया गया। खासतौर पर आयु संबंधी धोखाधड़ी के मामलों को लेकर सदस्यों ने चिंता व्यक्त की और इसे रोकने के लिए ठोस उपायों की आवश्यकता पर बल दिया। विजिटिंग टीमों से संबंधित भुगतान प्रक्रिया को भी सभा द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई, ताकि टूर्नामेंट संचालन में पारदर्शिता और सुगमता बनी रहे।
इस अवसर पर हाल ही में निर्वाचित जिला संघों के पदाधिकारियों का स्वागत और सम्मान भी किया गया। BCA की ओर से ओम प्रकाश जायसवाल ने सभी नव-निर्वाचित प्रतिनिधियों को माला पहनाकर शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल कार्यकाल की कामना की।
खिलाड़ियों को किया जाएगा सम्मानित
सभा में यह भी निर्णय लिया गया कि पिछले वर्षों में बिहार क्रिकेट को देशव्यापी स्तर पर गौरव दिलाने वाली टीमों और खिलाड़ियों को एक विशेष समारोह में सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, जिन खिलाड़ियों ने प्रतिष्ठित प्रदर्शन के पश्चात क्रिकेट से संन्यास लिया है, उन्हें भी इस समारोह में सम्मान प्रदान किया जाएगा और उनके प्रति धन्यवाद एवं सद्भावना प्रकट की जाएगी।
BCA की यह बैठक जहां संघ में चुनाव तथा संगठनात्मक मजबूती की दिशा में एक ठोस पहल थी, वहीं क्रिकेट के मैदान पर योगदान देने वाले खिलाड़ियों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता का प्रतीक भी रही।