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धनबाद क्रिकेट संघ के सीओएम की बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय

धनबाद क्रिकेट संघ की प्रबंध समिति ने रविवार को विभिन्न उपसमितियों की सूची जारी कर दी है। धनबाद क्लब में हुई प्रबंध समिति की बैठक में महासचिव उत्तम विश्वास ने इस संबंध में उपसमितियों की सूची रखी। विचार-विमर्श के बाद पदाधिकारियों से इसपर मुहर लगा दी। बैठक में नए सत्र से टीमों व खिलाड़ियों का निबंधन शुल्क बढ़ाने पर सहमति बनी।

अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया विगत छह वर्षों से निबंधन शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। मैच के आयोजन के खर्च में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसलिए निबंधन शुल्क में वृद्धि करना आवश्यक हो चुका है। कई पदाधिकारियों ने इसपर मामूली वृद्धि किए जाने की बात रखी जिससे टीमों पर अधिक दबाव नहीं पड़े।

नए सत्र के लिए टीमों एवं खिलाड़ियों का निबंधन एक सितंबर से 15 सितंबर तक किए जाने की घोषणा की गई। इसी अवधि में अंतर क्लब ट्रांसफर एवं अंतर जिला ट्रांसफर के लिए भी आवेदन लिए जाएंगे।

डीसीए की सलाहकार समिति में नारायण सिंह, डा. इश्तियाक अहमद, एसएन सिंह, जेके नैयर एवं वाईएन नरूला होंगे। सुनील कुमार को सहायक कोषाध्यक्ष और धर्मेंद्र कुमार, अभिजीत घोष, संजय कुमार और रत्नेश सिंह को सहायक सचिव बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। इसके अलावा गुरमीत सिंह डांग को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। मनीष वर्धन की चेयरमैन में बनी सीनियर चयन समिति में अभिषेक मोइत्रा, अमित राज मिश्रा, इब्ने हसन खान एवं कृषाणु चक्रवर्ती के नाम हैं।

महिला चयन समिति के चेयरमैन इम्तियाज हुसैन होंगे जबकि अरबिंद महता, प्रियंका आनंद, संजय कुमार, रितम डे एवं राजेश चौबे इसके सदस्य होंगे। टीमों का निबंधन शुल्क 1500 रुपये से बढ़ाकर दो हजार रुपये कर दिया गया है। जबकि खिलाड़ियों का निबंधन शुल्क 500 रुपये होगा। क्लब और जिला ट्रांसफर के शुल्क में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। इसके अलावा सितंबर में वार्षिक समारोह करने का निर्णय लिया गया।

बैठक में विशेष आमंत्रित में जेएससीए के कार्यकारिणी सदस्य बिनय कुमार सिंह, डीसीए के उपाध्यक्ष रविजीत सिंह डांग, मनोज कुमार सिंह, जावेद खान व शांतनु चौधरी, कोषाध्यक्ष ललित जगनानी, संयुक्त सचिव बीएच खान के अलावा डा. राजशेखर सिंह, राजन सिन्हा, सुनील कुमार, संजीव राणा, धर्मेंद्र कुमार, वेणुगोपाल एमपी, सुधीर पांडेय, दिवेन तिवारी, संतोष कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, अभिजीत घोष व अन्य उपस्थित थे।

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Khelo India Youth Games 2025 के पदक तालिका में महाराष्ट्र का दबदबा, देखें मेडल टैली की पूरी लिस्ट

Khelo India Youth Games 2025 के पदक तालिका में महाराष्ट्र का दबदबा, देखें मेडल टैली की पूरी लिस्ट

पटना: बिहार में आयोजित हो रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स (Khelo India Youth Games 2025) में अभी तक महाराष्ट्र का दबदबा है। महाराष्ट्र ने कुल 55 मेडल जीतकर पदक के लिस्ट में पहले नंबर पर है। वहीं बिहार ने भी गोल्ड में अपना खाता खोल लिया है। मेजबान बिहार की टीम 12 मेडल के साथ 17वें नंबर पर है।

बिहार के खिलाड़ियों ने पिछले दो दिन में शानदार प्रदर्शन किया है। बिहार ने अभी तक 1 गोल्ड, 5 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज अपने नाम कर चुका है। उम्मीद है कि पदक तालिका में बिहार का प्रदर्शन बेहतर होता जाएगा। बिहार में खेलो इंडिया यूथ गेम्स को पांच शहरों में आयोजित किया जा रहा है। इस खेल का आयोजन पटना, राजगीर, भागलपुर, बेगूसराय और गया में किया जा रहा है। उसके अलावा दिल्ली में भी यूथ गेम्स को आयोजित किया जा रहा है।

Khelo India Youth Games 2025 की पदक तालिका

रैंक राज्य स्वर्ण पदक रजत पदक कांस्य पदक कुल
1 महाराष्ट्र 21 18 16 55
2 राजस्थान 11 4 5 20
3 कर्नाटक 10 15 4 29
4 मध्य प्रदेश 9 4 5 18
5 हरियाणा 5 6 11 22
6 तमिलनाडु 5 5 11 21
7 तेलंगाना 5 1 6 12
8 पंजाब 4 8 8 20
9 झारखंड 4 3 3 10
10 मणिपुर 4 3 2 9
11 चंडीगढ़ 4 2 2 8
12 दिल्ली 3 3 10 16
13 केरल 3 2 1 6
14 गुजरात 2 2 4 8
15 असम 2 1 1 4
16 उत्तर प्रदेश 1 6 6 13
17 बिहार 1 5 6 12
18 आंध्र प्रदेश 1 3 7 11
19 छत्तीसगढ़ 1 1 5 7
20 जम्मू और कश्मीर 1 0 0 1
21 पश्चिम बंगाल 0 3 1 4
22 अरुणाचल प्रदेश 0 0 2 2
23 नागालैंड 0 0 2 2
24 अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह 0 0 1 1
25 मेघालय 0 0 1 1
26 पुडुचेरी 0 0 1 1
27 त्रिपुरा 0 0 1 1

राजस्थान और कर्नाटक के बीच दूसरे नंबर के लिए कड़ी टक्कर

राजस्थान और कर्नाटक के एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया है। राजस्थान 11 गोल्ड मेडल के साथ पदक तालिका में दूसरे नंबर पर हैं। वहीं 10 गोल्ड के साथ कर्नाटक तीसरे नंबर पर है। हालांकि कर्नाटक के पास पदकों की संख्या की राजस्थान से ज्यादा है। राजस्थान ने अभी तक 20 पदक जीते हैं। जबकि कर्नाटक ने अभी तक 29 पदक अपने नाम किए हैं।

कई राज्यों ने कांस्य पदक से खोला खाता

अंडमान और निकोबार द्वीपसमूद, मेघालय, पुडुचेरी और त्रिपुरा ने भी यूथ गेम्स में पदक जीतकर खाता खोल लिया है। सभी ने कांस्य पदक से अपना खोला है। वहीं नागालैंड ने 2 कांस्य पदक जीता है।

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IPL टीम से क्रिकेट अकादमी तक, प्रतीक पुरी की विजन ने बदली दिल्ली कैपिटल्स की तस्वीर

IPL टीम से क्रिकेट अकादमी तक, प्रतीक पुरी की विजन ने बदली दिल्ली कैपिटल्स की तस्वीर

नई दिल्ली: IPL में अपने प्रदर्शन के लिए मशहूर रही दिल्ली कैपिटल्स अब एक नई पहचान गढ़ रही है। दिल्ली कैपिटल्स ऐसी फ्रेंचाइजी के रूप में आगे बढ़ रही है जो भारतीय क्रिकेट के भविष्य का संवारने और तैयार करने में अहम भूमिका निभा रही है।दिल्ली कैपिटल्स अब सिर्फ एक क्रिकेट टीम नहीं, बल्कि एक क्रिकेटिंग इकोसिस्टम तैयार करने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है।

एकेडमी नेटवर्क से भविष्य के सितारों की तैयारी

2019 में रिब्रांडिंग के बाद से दिल्ली कैपिटल्स ने अपने विजन को पूरी तरह बदला है। अब यह फ्रेंचाइज़ी देशभर में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी क्रिकेट अकादमियों का मजबूत नेटवर्क तैयार कर चुकी है। दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार के अलावा यूनाइटेड किंगडम और कनाडा जैसे देशों में मौजूद इन एकेडमियों में 6 से 18 साल के हजारों बच्चे ट्रेनिंग ले रहे हैं। इन सेंटरों पर न केवल पेशेवर क्रिकेट कोचिंग दी जा रही है, बल्कि फिटनेस, न्यूट्रिशन, मेंटल हेल्थ और खेल मनोविज्ञान जैसे पहलुओं पर भी खास ध्यान दिया जाता है। इसका उद्देश्य खिलाड़ियों को एक पूर्ण एथलीट के रूप में विकसित करना है।

लंबी दूरी की सोच, जल्दबाजी नहीं

दिल्ली कैपिटल्स की यह पहल किसी तात्कालिक सफलता की कोशिश नहीं है, बल्कि यह एक दीर्घकालिक योजना का हिस्सा है। एकेडमी नेटवर्क का उद्देश्य है ऐसा टैलेंट तैयार करना जो आने वाले वर्षों में आईपीएल, घरेलू क्रिकेट और यहां तक कि भारतीय टीम का भी प्रतिनिधित्व कर सके।

अब तक कई युवा खिलाड़ी दिल्ली कैपिटल्स की एकेडमी से निकलकर स्टेट और नेशनल जूनियर टीमों में जगह बना चुके हैं। खास बात यह है कि इन एकेडमियों का सीधा जुड़ाव दिल्ली कैपिटल्स की स्काउटिंग और एनालिटिक्स टीम से है, जो उभरती प्रतिभाओं पर लगातार नजर रखती है और उन्हें आगे बढ़ने का मौका देती है।

नेतृत्व में बदलाव: प्रतीक पुरी का अहम योगदान

दिल्ली कैपिटल्स की इस बदलाव भरी यात्रा में प्रतीक पुरी की भूमिका बेहद अहम रही है। 2023 के अंत में ‘हेड ऑफ एकेडमीज़’ की ज़िम्मेदारी संभालने वाले प्रतीक खुद एक पूर्व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी और बीसीसीआई से प्रमाणित कोच हैं।

उनके नेतृत्व में दिल्ली कैपिटल्स ने न केवल नए शहरों में एकेडमियां खोली हैं, बल्कि प्रशिक्षण को डेटा-ड्रिवन और स्टैंडर्डाइज किया है। पहली अंतरराष्ट्रीय एकेडमी की शुरुआत, खिलाड़ियों के लिए परफॉर्मेंस ट्रैकिंग सिस्टम, स्कॉलरशिप प्रोग्राम और अनुभवी आईपीएल कोचों से मेंटरशिप जैसे कई इनिशिएटिव प्रतीक के कार्यकाल में शुरू हुए हैं। टीम के एक सदस्य के अनुसार, “प्रतीक सिर्फ एकेडमियों का विस्तार नहीं कर रहे — वो भारत में खेल शिक्षा की संस्कृति को बदल रहे हैं।”

मजबूत नींव, दूरदर्शी सोच

दिल्ली कैपिटल्स की यह पहल JSW और GMR जैसे प्रतिष्ठित समूहों द्वारा संचालित की जा रही है, जिनका फोकस सिर्फ CSR या मार्केटिंग तक सीमित नहीं है। उनकी दीर्घकालिक योजना है दिल्ली कैपिटल्स को एक वैश्विक क्रिकेट ब्रांड बनाना, जिसकी जड़ें भारतीय संस्कृति और क्रिकेटिंग परंपरा में गहराई से जुड़ी हों। उनकी सोच साफ है कि एक बच्चे को उसकी पहली क्रिकेट ट्रेनिंग से लेकर आईपीएल और उससे आगे तक का सफर तय करवाने वाला एक मजबूत सिस्टम खड़ा करना।

नए दौर के लिए नई तैयारी

जैसे-जैसे क्रिकेट एक तेज़, पेशेवर और वैश्विक खेल बनता जा रहा है, वैसे-वैसे ज़रूरत है ऐसे खिलाड़ियों की जो न केवल तकनीकी रूप से सक्षम हों, बल्कि मानसिक रूप से मजबूत और रणनीतिक दृष्टि से भी आगे हों। दिल्ली कैपिटल्स इस बदलाव को समझ रही है और उसी के अनुरूप अगली पीढ़ी को तैयार कर रही है।

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Khelo India Youth Games 2025 की सबसे युवा एथलीट बनी निलांजना, भारत के लिए खेलने का है सपना

Khelo India Youth Games 2025 की सबसे युवा एथलीट बनी निलांजना, भारत के लिए खेलने का है सपना

राजगीर: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 (Khelo India Youth Games 2025) में हिस्सा लेने वाले लगभग 6000 एथलीटों में एक 8 वर्षीय टेबल टेनिस खिलाड़ी भी शामिल हैं। जिसने अपनी प्रतिभा से सभी को हैरान कर दिया। बिहार की निलांजना शर्मा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में भाग लेने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बनी। महज 8 साल की उम्र में ही उन्होंने अपनी प्रतिभा से एक अलग पहचान बना ली है।

निलांजना बिहार के मुज़फ्फरपुर की निवासी हैं और यह उनका पहला मौका है जब वह खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भाग ले रही हैं। निलांजना को उनके पिता निरंजन कुमार शर्मा ने प्रशिक्षित किया है। जो मुज़फ्फरपुर के डीएवी पब्लिक स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर और पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी हैं।

निलांजना ने अपनी खेल यात्रा 3 साल की उम्र में शुरू की थी। उनके पिता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हम चाहते थे कि निलांजना लॉन टेनिस सीखे, लेकिन सुविधाओं की कमी के कारण हमने वह विचार छोड़ दिया। फिर जब हमने देखा कि वह टेबल टेनिस में रुचि रखती है, तो हमने उसे इस खेल में प्रशिक्षित करना शुरू किया। आज भी मैं ही उसे ट्रेन करता हूँ और उसने कहीं और से किसी भी प्रकार की प्रोफेशनल ट्रेनिंग नहीं ली है। उसकी सफलता केवल उसके खेल के प्रति प्यार और पैशन की वजह से है।

निलांजना ने कई उपलब्धियां हासिल की है

निलांजना ने अपनी मेहनत और समर्पण से कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। 2022 में उन्होंने बिहार स्टेट चैंपियनशिप के अंडर-11 श्रेणी में पहला स्थान प्राप्त किया। इसके बाद उसी साल अंडर-13 और अंडर-15 श्रेणियों में क्रमशः दूसरा स्थान और दूसरा स्थान प्राप्त किया। 2024 में निलांजना ने अंडर-11 श्रेणी में एक बार फिर पहला स्थान हासिल किया। वहीं अंडर-13 श्रेणी में भी उन्होंने पहला स्थान और अंडर-15 श्रेणी में दूसरा स्थान प्राप्त किया।

भारत के लिए खेलने का है सपना

खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भाग लेने वाली बिहार टेबल टेनिस टीम के कोच राहुल कुमार ने पुष्टि करते हुए कहा कि निलांजना शर्मा खेलो इंडिया 2025 में भाग लेने वाली सबसे युवा एथलीट हैं। जब निलांजना से उनके लक्ष्य के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने अपनी बड़ी सफलता की ओर इशारा करते हुए कहा कि मेरा सपना है कि मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करूं और अपने माता-पिता को गर्व महसूस कराऊं।

निलांजना की प्रेरणादायक यात्रा यह साबित करती है कि किसी भी उम्र में, यदि शौक और मेहनत में जुनून हो, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनकी खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में भागीदारी न केवल बिहार के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। यह खेलो इंडिया के मंच की ताकत को दर्शाता है, जो भारत के हर कोने से प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करता है।

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Khelo India Youth Games 2025 में बिहार को मिला पहला स्वर्ण, पदक तालिका में महाराष्ट्र का दबदबा कायम

Khelo India Youth Games 2025 में बिहार को मिला पहला स्वर्ण, पदक तालिका में महाराष्ट्र का दबदबा कायम

पटना: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 (Khelo India Youth Games 2025) के तहत गुरुवार को बिहार ने इतिहास रचते हुए अपने पहले स्वर्ण पदक का हासिल किया। राज्य की सेपक टकरा क्वाड टीम ने फाइनल में मणिपुर को सीधे गेमों में हराकर सभी को गर्वित कर दिया। बीएसएपी 5 इंडोर स्टेडियम में खेली गई इस शानदार भिड़ंत में बिहार की लड़कों की टीम ने 17-15, 15-11 के स्कोर से जीत दर्ज की और स्टेडियम में मौजूद दर्शकों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ा दी।

इससे पहले, लड़कियों की क्वाड टीम को मणिपुर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन लड़कों की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन कर बिहार को स्वर्ण दिलाया। इसके अलावा, ज्ञान भवन में आयोजित जूडो प्रतियोगिता में ऋषव सवर्ण ने कांस्य पदक जीतकर बिहार को एक और खुशी का मौका दिया। अब बिहार के खाते में 1 स्वर्ण, 5 रजत और 6 कांस्य पदक हैं, जिससे वह पदक तालिका में मजबूती से खड़ा है।

महाराष्ट्र ने किया शानदार प्रदर्शन

वहीं, महाराष्ट्र ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में अपनी दबदबा बनाए रखा है। राज्य ने गुरुवार को 19 स्वर्ण, 19 रजत और 16 कांस्य पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष स्थान पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली। अन्य राज्यों से काफी बढ़त बना ली है, लेकिन दूसरे स्थान के लिए मुकाबला अभी भी तेज़ है।

राजस्थान, कर्नाटक और हरियाणा का भी शानदार प्रदर्शन

राजस्थान ने साइक्लिंग प्रतियोगिता में अपनी ताकत का लोहा मनवाया। हर्शिता जाखड़ के शानदार प्रदर्शन से राज्य ने कुल 7 स्वर्ण पदक जीतकर साइक्लिंग में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। इस बीच, कर्नाटक ने तैराकी में तीन स्वर्ण पदक जीतकर राज्य को बढ़त दिलाई। हरियाणा ने कबड्डी में दो स्वर्ण पदक जीतते हुए शीर्ष-5 में अपनी जगह बनाई है।

कबड्डी और वालीबाल में दिलचस्प मुकाबले

पटना में कबड्डी और वालीबाल प्रतियोगिताएं भी संपन्न हुईं। हरियाणा ने कबड्डी के दोनों वर्गों में स्वर्ण पदक जीते। वहीं, वालीबाल के फाइनल में जम्मू एवं कश्मीर की लड़कों की टीम ने उत्तर प्रदेश को हराकर स्वर्ण जीता। बालिका वर्ग में तमिलनाडु ने पश्चिम बंगाल को हराकर सोना जीता।

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