पटना: बीसीसीआई के रणजी ट्रॉफी के अपने पहले मुकाबले के लिए मोइनुल हक स्टेडियम, पटना पूरी तरह तैयार है। कल से इसी मैदान पर बिहार और अरुणाचल प्रदेश की टीमें आमने-सामने होंगी। दोनों टीमों ने आज अभ्यास सत्र में जमकर पसीना बहाया और अपने-अपने खिलाड़ियों की रणनीति को अंतिम रूप दिया।
बिहार टीम के खिलाड़ियों में इस मुकाबले को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। टीम के उपकप्तान वैभव सूर्यवंशी इस बार सभी के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। आईपीएल में प्रभावी प्रदर्शन करने के बाद वे पहली बार अपने घरेलू मैदान पर बिहार टीम की ओर से रणजी ट्रॉफी में उतरेंगे। अभ्यास सत्र के दौरान वैभव को नेट्स पर विशेष रूप से बल्लेबाजी और स्लिप कैचिंग पर ध्यान देते हुए देखा गया।
बिहार टीम ने इस सीजन की शुरुआत को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से अपनी तैयारी पर खास फोकस रखा है। खिलाड़ियों ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों विभागों में समन्वय बनाकर बेहतर तालमेल दिखाया। वहीं अरुणाचल प्रदेश की टीम भी अपने पहले मुकाबले को लेकर पूरी तरह तैयार नज़र आई और उन्होंने भी बल्लेबाजी क्रम में मजबूती लाने पर जोर दिया।
बिहार और अरुणाचल प्रदेश के बीच यह मुकाबला कल से शुरू होगा, जो चार दिनों तक खेला जाएगा। सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि बिहार टीम रणजी ट्रॉफी के अपने इस शुरुआती मैच में कैसा प्रदर्शन करती है। बीसीए के पदाधिकारियों ने भी टीम से मुलाकात कर खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई।


फाइनल मुकाबले के बाद आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर अतिथि बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मृत्युंजय तिवारी, हरिशंकर रवि (एनएसडी स्नातक एवं नेशनल अवार्डी), छोटे लाल सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता), विनोद कुमार सिंह (समाजसेवी), सुनील कुमार (समाजसेवी) और राकेश कुमार चंद्रवंशी (समाजसेवी) खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय उद्घोषक मृत्युंजय झा ने किया जबकि स्कोरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु ने निभाई। अंपायर राजेश रंजन और बैजनाथ प्रसाद थे। सबों का स्वागत और धन्यवाद व्यक्त आयोजक संस्था के संस्थापक सचिव संतोष तिवारी ने किया।


