पटना: बिहार क्रिकेट संघ (बीसीए) द्वारा पटना जिला क्रिकेट संघ (PDCA) की निर्वाचित कार्यसमिति को मान्यता न देने और मनमाने तरीके से एक अवैध समिति गठित कर क्रिकेट संचालन किए जाने के विरोध में PDCA ने 21 अप्रैल 2025 को पटना स्थित गर्दनीबाग धरना स्थल पर महा धरना-प्रदर्शन का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इसकी जानकारी संघ के सचिव सुनील रोहित ने दी।
संघ के अध्यक्ष प्रवीण कुमार प्रणवीर ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पटना जिले के कई रजिस्टर्ड क्लब, जो अवैध समिति से जुड़ने को तैयार नहीं हैं, उन्हें जबरन शामिल कर मैच खिलवाया जा रहा है। उन्होंने इसे पूरी तरह गैरकानूनी बताते हुए ऐसे सभी गतिविधियों पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है।
PDCA ने अपनी प्रमुख मांगों में निम्नलिखित बिंदुओं को शामिल किया है:
- वर्ष 2023 में निर्वाचित पटना जिला क्रिकेट संघ की कार्यसमिति को अविलंब मान्यता प्रदान की जाए।
- क्रिकेट संचालन का जिम्मा केवल वैध रूप से निर्वाचित समिति को सौंपा जाए।
- पैसे लेकर बाहरी राज्यों के खिलाड़ियों को बिहार टीम में शामिल करने की प्रथा तत्काल बंद हो।
- बीसीए द्वारा अपने संविधान के विरुद्ध किए जा रहे सभी कार्यों पर रोक लगे।
- बीसीसीआई से प्राप्त ग्रांट का किसी भी प्रकार से दुरुपयोग न हो।
- जिला क्रिकेट संघों के आंतरिक मामलों में बीसीए का हस्तक्षेप बंद किया जाए।
संघ ने कहा कि ये सिर्फ कुछ प्रमुख मुद्दे हैं, इसके अलावा भी कई अन्य गंभीर अनियमितताओं के विरोध में यह महा धरना आयोजित किया जा रहा है। इस महा प्रदर्शन में पटना जिले के रजिस्टर्ड क्लबों के पदाधिकारी, खिलाड़ी, कोच और क्रिकेट प्रेमी बड़ी संख्या में शामिल होंगे।


बिहार ग्रामीण क्रिकेट लीग गवर्निंग काउंसिल के कन्वेनर ज्ञानेश्वर गौतम ने बताया कि यह लीग ग्रामीण क्षेत्र की छिपी हुई प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें क्रिकेट की मुख्यधारा तक पहुँचाने की दिशा में बीसीए का एक ऐतिहासिक प्रयास है। मीडिया प्रभारी रूपक कुमार और पूर्वी चंपारण मीडिया प्रभारी प्रीतेश रंजन ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रत्येक जिले में आयोजित ट्रायल के आधार पर 16 टीमों का गठन किया जाएगा, जो नॉकआउट प्रारूप में एक-दूसरे से मुकाबला करेंगी।


