November 10, 2024
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पटना, 9 नवंबर। रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के अंतर्गत स्थानीय मोइनुल हक स्टेडियम में मध्यप्रदेश के खिलाफ खेले गए मुकाबले में सकीबुल गणि, वैभव सूर्यवंशी और सचिन कुमार सिंह को छोड़ बाकी बैटरों ने दूसरी पारी में धैर्य नहीं दिखाया और आया राम गया राम की तर्ज पर पवेलियन लौटते गए और अंतत: बिहार के खाते में आयी पारी की हार। मध्यप्रदेश ने बिहार को पारी व 108 रन से पराजित कर पूरे अंक अर्जित किये। 240 रन की शानदार पारी खेलने वाले मध्यप्रदेश के कप्तान शुभम शर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।
इस मैच में मध्यप्रदेश ने अपनी पहली पारी में 616 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। बिहार ने अपनी पहली पारी में 347 रन बनाये जबकि दूसरी पारी में बिहार की टीम 161 रन पर ऑल आउट हो गई।
मैच के अंतिम व चौथे दिन बिहार ने अपनी पहली पारी की शुरुआत तीसरे दिन के 8 विकेट पर 331 रन से आगे शुरू किया। तीसरे दिन के अविजित कप्तान वीर प्रताप सिंह का साथ देने शब्बीर खान उतरे। दोनों के बीच 15 रन की साझेदारी हुई और चौथे दिन बिहार को पहला झटका शब्बीर खान के रूप में लगा जो सारांश जैन की गेंद पर विकेटकीपर हिमांशु मंत्री द्वारा विकेट के पीछे लपके गए। शब्बीर खान ने 5 रन बनाये। अभी टीम के स्कोर में 1 रन ही जुटा था कि कप्तान वीर प्रताप सिंह को सारांश जैन ने बोल्ड आउट कर बिहार की पहली पारी को 347 रन पर समेट दिया और मेजबान टीम को फॉलोऑन खेलने के लिए मजबूर किया।
पहली पारी में बिहार की ओर से पीयूष कुमार सिंह ने 37, वैभव सूर्यवंशी ने 5, बाबुल कुमार ने 47, सकीबुल गणि ने 3, विपिन सौरभ ने 71, आयुष लोहारुका ने 76, सरमन निगरोध ने 34,वीर प्रताप सिंह ने 14, शब्बीर खान ने 5 रन बनाये। हिमांशु सिंह बिना खाता खोले नाबाद रहे।
मध्यप्रदेश की ओर से पहली पारी में सारांश जैन ने 108 रन देकर 5, कुमार कार्तिकेय सिंह ने 90 रन देकर 2, आर्यन पांडेय ने 44 रन देकर 2, वेंकटेश अय्यर ने 19 रन देकर 1 विकेट चटकाये।
फॉलोऑन खेलने उतरी मेजबान टीम की शुरुआत खराब रही। 4 रन के योग पर पीयूष कुमार सिंह के रूप में पहला झटका लगा। पीयूष कुमार सिंह बिना खाता खोले पवेलियन लौटे। इसके बाद सलामी बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी का साथ देने बाबुल कुमार आये पर पहली पारी जैसा विकेट पर बाबुल नहीं टिक पाये। 9वें ओवर में वेंकटेश अय्यर ने अपनी ही गेंद पर उन्हें कैच पकड़ा और बिहार को दूसरा झटका दे डाला। इस समय टीम का स्कोर 38 रन था।
इधर वैभव सूर्यवंशी पिछले रणजी मुकाबले से बेहतर करते हुए अपने पहले अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे पर कुमार कार्तिकेय सिंह ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया। 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर कार्तिकेय सिंह की गेंद पर सुब्रांशु सेनापति ने लपक लिया। वैभव सूर्यवंशी ने 43 गेंद में 6 चौका व 1 छक्का की मदद से 41 रन बनाये। यह उनका रणजी ट्रॉफी में सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
इसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। विपिन सौरभ (3 रन), आयुष लोहरुका (1 रन) और सरमन निगरोध (8 रन) सस्ते में पवेलियन लौट गए पर इस ढहती पारी को रोकने के लिए सकीबुल गणि को सचिन कुमार सिंह का साथ मिला। सकीबुल व सचिन के बीच 182 गेंद की साझेदारी हुई और 67 रन बने। चाय काल तक लग रहा था कि यह जोड़ी अगर जमीं रही बिहार मैच बचाने में सफल हो जायेगा।
इस जमी जोड़ी को दूसरी पारी के 53.1 ओवर में कुलवंत खेजरोलिया की गेंद पर हिमांशु मंत्री ने सचिन कुमार सिंह कैच पकड़ कर तोड़ दी। इस समय टीम का स्कोर 138 रन था। इस स्कोर पर वीर प्रताप सिंह का विकेट गिर गया। शब्बीर खान ने कुछ देर तक सकीबुल गणि का साथ दिया और इन दोनों के बीच 23 रन की साझेदारी हुई। 161 रन के टीम स्कोर बिहार का नौवां विकेट शब्बीर खान और दसवां विकेट हिमांशु सिंह के रूप गिरा और बिहार की दूसरी पारी 161 रन पर सिमट गई। सकीबुल गणि ने 151 गेंद में 10 चौका व 3 छक्का की मदद से नाबाद 76 रन की पारी खेली।
बिहार की दूसरी पारी में पीयूष कुमार सिंह, वैभव सूर्यवंशी ने 41, बाबुल कुमार ने 5, सकीबुल गणि ने नाबाद 76, विपिन सौरभ ने 3, आयुष लोहरुका ने 1, सरमन निगरोध ने 8, सचिन कुमार सिंह ने 15, वीर प्रताप सिंह ने 0, शब्बीर खान ने 7 रन बनाये।
मध्यप्रदेश की ओर से कार्तिकेय सिंह ने 40 रन देकर 4, कुलवंत खेज्रोरिया ने 33 रन देकर 3,आर्यन पांडेय ने 23 रन देकर 1, सारांश जैन ने 40 रन देकर 1, वेंकटेश अय्यर ने 12 रन देकर 1 विकेट चटकाये।