पटना, 6 सितंबर 2024: आज पटना के होटल ऑरविड में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव और याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने बीसीए के अंदर चल रहे भ्रष्टाचार और उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना के मुद्दे पर कहा कि बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी को किसी का डर नहीं है।
आदित्य वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि माननीय पटना उच्च न्यायालय द्वारा 5 अगस्त 2024 को पारित आदेश के बावजूद बीसीए के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी और उनके सहयोगी लगातार आदेश की अवहेलना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीसीए के कोषाध्यक्ष स्वर्गीय आशुतोष नंदन के निधन के बाद भी उनके निधन के दिन शाम को बीसीए द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई, लेकिन 26 से 28 जून 2024 के बीच बीसीए के खाते से 35 लाख रुपये से अधिक की निकासी की गई।
वर्मा ने बताया कि इस मुद्दे की शिकायत तुरंत बैंक को की गई, जिसके बाद बैंक ने आंतरिक जांच शुरू करते हुए खाते के संचालन पर रोक लगा दी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पटना उच्च न्यायालय के आदेश के उल्लंघन की ओर भी इशारा किया। उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि राज्य क्रिकेट टीम के चयन में नियमों की अनदेखी की गई है और चयनकर्ताओं की नियुक्ति को नियमों के अनुसार किया जाना चाहिए। बावजूद इसके, बीसीए ने उन ही चयनकर्ताओं को आगामी सत्र के लिए नियुक्त किया, जो न्यायालय के आदेश की अवहेलना है।
आदित्य वर्मा ने बीसीसीआई और लोकपाल न्यायाधीश शैलेश कुमार सिन्हा को इस मामले की शिकायत दी है और बीसीए में चल रहे भ्रष्टाचार पर त्वरित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि न्यायालय और बीसीसीआई इस मुद्दे पर जल्द कार्रवाई करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व सचिव रवि शंकर प्र० सिंह, भागलपुर से जुल्फी सैम्स, सारण से सत्य प्रकाश, पटना से संजय कुमार मंटु, प्रेम रंजन पटेल और बिहार के कई पूर्व और वर्तमान क्रिकेट खिलाड़ी मौजूद थे।