नेशनल टी10 टेनिस बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट में बड़े पैमाने पर धांधली का मामला सामने आया है, जिससे खिलाड़ियों में हड़कंप मचा हुआ है। कुल्लू-मनाली में चल रहे इस टूर्नामेंट में आयोजकों द्वारा जानबूझकर कई गड़बड़ियां की जा रही हैं।
टूर्नामेंट में खिलाड़ियों की उम्र की जांच किए बिना उन्हें ओवरएज घोषित कर दिया जा रहा है। इसके अलावा, टीमों को बिना उचित प्रोटेस्ट के ही टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया है। बिहार की तीन टीमों को इस टूर्नामेंट में भाग लेने का निमंत्रण मिला था, लेकिन इसमें भी गड़बड़ी की गई है। एक बिहार की टीम को दिल्ली के नाम से खेलाया गया, जबकि दूसरी को ओडिशा के नाम पर रखा गया।
इस धांधली के चलते खिलाड़ियों को मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। कई खिलाड़ी इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक आयोजकों की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिली है। यह स्थिति टूर्नामेंट की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगाती है और आयोजकों की ईमानदारी पर भी संदेह उत्पन्न करती है।
खिलाड़ियों और उनकी टीमों के साथ होने वाली इस तरह की अन्यायपूर्ण घटनाओं के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में किसी भी टूर्नामेंट में इस प्रकार की गड़बड़ी की संभावना कम हो।


भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सतीश राजू ने बताया कि ट्रायल के प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा। चयनित खिलाड़ी 20 से 25 दिसंबर 2025 तक मोइनुलहक स्टेडियम में आयोजित महिला क्रिकेट चैंपियनशिप में भाग लेंगी। उन्होंने कहा कि इस ट्रायल में पूरे बिहार से सैकड़ों महिला खिलाड़ी शामिल होंगी। ट्रायल के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को चुनकर टीम का गठन किया जाएगा, जिससे राज्य की महिला क्रिकेट प्रतिभाओं को एक सशक्त मंच मिल सके।आयोजकों ने इच्छुक खिलाड़ियों से समय पर पहुंचकर ट्रायल में भाग लेने की अपील की है।


