भारतीय कप्तान रोहित शर्मा चाहते (Rohit Sharma) हैं कि राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं बनाने वाले खिलाड़ी खुद को घरेलू क्रिकेट के लिए उपलब्ध रखें, बशर्ते भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की मेडिकल टीम ने उन्हें ‘अनफिट’ घोषित नहीं किया हो। इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम टेस्ट से पूर्व रोहित ने स्पष्ट किया कि यह कदम सभी खिलाड़ियों पर लागू होता है और यह सिर्फ कुछ खिलाड़ियों के लिए नहीं है। उन्होंने कहा,‘‘यह सिर्फ कुछ क्रिकेटरों के लिए नहीं है, यह हर किसी के लिए है कि वे सुनिश्चित करें कि जब भी आप उपलब्ध हों, और ठीक हैं, आप घरेलू क्रिकेट खेलें।’’
एक प्रारूप पर दूसरे को प्राथमिकता देने वाले खिलाड़ियों को कड़ा संदेश देते हुए बीसीसीआई ने सभी अनुबंधित क्रिकेटरों को घरेलू क्रिकेट को ‘प्राथमिकता’ देने की सलाह दी थी और रणजी ट्रॉफी खेलने के बोर्ड के निर्देशों की अनदेखी करने पर 2023 एकदिवसीय विश्व कप टीम में शामिल खिलाड़ियों इशान किशन और श्रेयस अय्यर को केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों के पूल से बाहर कर दिया था।
रोहित धर्मशाला टेस्ट की तैयारी में व्यस्त हैं लेकिन फिर भी उन्हें रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल को देखने का समय मिला है जिसमें उनकी अपनी घरेलू टीम मुंबई ने भाग लिया था। उन्होंने कहा, ‘‘आपने इस सप्ताह खेली गई रणजी ट्रॉफी देखी। मैंने मुंबई और तमिलनाडु का मुकाबला देखा। बेशक आज भी बहुत ही दिलचस्प खेल हो रहा था, मुझे लगता है कि विदर्भ ने जीत हासिल की (उन्होंने बुधवार को ऐसा किया)।’’ कप्तान ने कहा, ‘‘जब इस तरह के मुकाबले होते हैं तो आप देखते हैं कि गुणवत्ता और हर चीज सबके सामने आ जाती है। यह महत्वपूर्ण है कि हम घरेलू क्रिकेट को महत्व दें जो भारतीय क्रिकेट का मूल है।’’
सौजन्य – पीटीआई भाषा