ICC ने बांग्लादेश के ऑलराउंडर नासिर हुसैन को अमीरात क्रिकेट बोर्ड की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के तीन आरोपों को स्वीकार करने के बाद मंगलवार को दो साल के लिए सभी तरह की क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया जिसे छह महीने का निलंबित प्रतिबंध भी शामिल है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अमीरात क्रिकेट बोर्ड की संहिता के तहत नामित भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारी के रूप में हुसैन पर सितंबर 2023 में आरोप लगाए थे। इस क्रिकेटर ने इनमें से तीन आरोप स्वीकार किए थे।
आईसीसी के अनुसार हुसैन ने उन्हें मिले उपहार का खुलासा नहीं किया था। इसके अलावा इस क्रिकेटर ने भ्रष्ट कार्यों में शामिल होने के लिए की गई पेशकश के बारे में भी भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी को जानकारी नहीं दी थी। यही नहीं उन्होंने जांच में सहयोग भी नहीं किया था। बयान के अनुसार इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने आरोपों को स्वीकार कर लिया है और प्रतिबंध पर अपनी सहमति जताई है। वह 7 अप्रैल 2025 के बाद क्रिकेट की गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
हुसैन पुणे डेविल्स फ्रेंचाइजी से जुड़े उन आठ लोगों में शामिल थे जिन पर 2020-21 में अबूधाबी टी10 में कथित भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। हुसैन ने बांग्लादेश की तरफ से 19 टेस्ट, 65 वनडे और 31 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने आखिरी बार 2018 में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया था।


फाइनल मुकाबले के बाद आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर अतिथि बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मृत्युंजय तिवारी, हरिशंकर रवि (एनएसडी स्नातक एवं नेशनल अवार्डी), छोटे लाल सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता), विनोद कुमार सिंह (समाजसेवी), सुनील कुमार (समाजसेवी) और राकेश कुमार चंद्रवंशी (समाजसेवी) खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय उद्घोषक मृत्युंजय झा ने किया जबकि स्कोरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु ने निभाई। अंपायर राजेश रंजन और बैजनाथ प्रसाद थे। सबों का स्वागत और धन्यवाद व्यक्त आयोजक संस्था के संस्थापक सचिव संतोष तिवारी ने किया।


