इंग्लैंड के हरफनमौला डेविड विली (David Willey) ने बुधवार को कहा कि वह विश्व कप के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। इंग्लैंड लगभग वर्ल्ड कप से बाहर हो गई है। इसी के साथ डेविड विली ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ने का ऐलान कर दिया है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस फैसला से वर्ल्ड कप में मिली हार का कोई लेना देना नहीं है। 
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने एक सप्ताह पहले उन्हें 2023-24 के केंद्रीय अनुबंध से बाहर रखा था। शायद यह भी वजह हो सकता है कि उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया है। विली ने इंस्टाग्राम पर कहा ,‘‘ मैं नहीं चाहता था कि यह दिन आये। बचपन से मैने सिर्फ इंग्लैंड के लिये क्रिकेट खेलने का ही सपना देखा था । काफी सोच विचारकर और बड़े खेद के साथ मुझे लग रहा है कि वह समय आ गया है कि विश्व कप के बाद क्रिकेट के हर प्रारूप को अलविदा कह दूं ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मैने हमेशा इंग्लैंड के लिये खेलने में गर्व अनुभव किया है । मैं खुशकिस्मत हूं कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों के साथ खेल सका।’’ आपको बता दें कि डेविड विली ने इस विश्व कप में 3 मैच खेले हैं और इस दौरान उन्होंने 6 विकेट चटकाए हैं। इसके अलावा उन्होंने साउथ आफ्रीका के खिलाफ अपने पहले मैच में 1 और श्रीलंका के खिलाफ 2 विकेट लिए थे।
विली ने 2015 में डबलिन में आयरलैंड के खिलाफ पहला मैच खेला। वह अब तक 70 वनडे में 94 विकेट और 43 टी20 में 51 विकेट ले चुके हैं। वर्ल्ड कप में इंग्लैंड अपना आखिरी मुकाबला 11 नवंबर को पाकिस्तान के खिलाफ खेलेंगे। विली का अंतिम मैच भी 11 को ही होगा।


फाइनल मुकाबले के बाद आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर अतिथि बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मृत्युंजय तिवारी, हरिशंकर रवि (एनएसडी स्नातक एवं नेशनल अवार्डी), छोटे लाल सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता), विनोद कुमार सिंह (समाजसेवी), सुनील कुमार (समाजसेवी) और राकेश कुमार चंद्रवंशी (समाजसेवी) खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय उद्घोषक मृत्युंजय झा ने किया जबकि स्कोरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु ने निभाई। अंपायर राजेश रंजन और बैजनाथ प्रसाद थे। सबों का स्वागत और धन्यवाद व्यक्त आयोजक संस्था के संस्थापक सचिव संतोष तिवारी ने किया।


