बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) के मुख्य प्रवक्ता संजीव कुमार मिश्र द्वारा दिए गए बयान के बाद पूर्व क्रिकेटर एवं समाजसेवी अमित यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। संजीव कुमार मिश्र ने बयान देते हुए कहा कि ‘कोई पूर्व क्रिकेटर नहीं, बल्कि आपराधिक चरित्र के लोगों के द्वारा यह कृत किया गया है। उनके इस बयान के बाद अमित यादव ने कहा कि परम आदरणीय, परम परम आदरणीय परम ज्ञानी गीता वाले बाबा भी कल तक बीसीए को गीता,गायत्री और गंगाजल से मुक्त करने की बात करते थे और आज क्या हो गया। क्या बीसीए पवित्र हो गया।
अमित यादव ने कहा कि मुख्य प्रवक्ता को खुली चुनौती है बिहार क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा गतिविधियां चल रही हैं उस पर आमने-सामने बैठक शास्तार्थ कर ले। उन्होंने कहा कि बीसीए में क्या हो रहा है यह न तो आप से छुपा है और बिहार क्रिकेट जगत से। उन्होंने कहा कि आज तक अंडर-19 बालक वर्ग की टीम नहीं घोषित हुई है आखिर क्यों। क्या सीधे स्टेडियम में लैंड करेगी।
अमित यादव ने कहा कि हमको असामाजिक तत्व बता रहे हैं, मुख्य प्रवक्ता समेत उन तमाम लोगों से कहता हूं खाए अपने बच्चो की शपथ और कहे बीसीए में सब सही हो रहा है, यहां खिलाड़ियों की कोई उपेक्षा नहीं हो रही है। प्रतिभाओं का सम्मान हो रहा है। इनकी आंखों पर कौन सा पर्दा पड़ा हुआ है जो दिखाई नहीं दे रहा है। इन्हें खिलाड़ियों का दर्द नही दिख रहा है। इनको खिलाड़ियों का दर्द समझने वाला अमित यादव असामाजिक तत्व लग रहा है।
मुख्य प्रवक्ता महोदय आपका खिलाड़ी आत्महत्या करने की सोच रहा है, उसका फ्रस्ट्रेशन अपने चरम पर पर, साल भर खेलने के बाद जब प्रतिभा के आधार पर चयन की जगह पैसा पर चयन होता है तो उस पर क्या बितती है। सिर्फ गीता बाटने से पाप नही धुलेगा ,पाप धुलेगा खिलाड़ियों को न्याय दिलवाने से।
हमने खुलेआम चैलेंज किया है बीसीए को पाप मुक्त करके ही मानूंगा चाहे कुछ भी हो जाय। अब मेरे कदम को कोई रोक नहीं सकता। महात्मा गांधी ने एक लड़ाई लड़ी थी देश की आजादी के लिए और एक लड़ाई मैं लडूंगा बीसीए की आजादी के लिए। पूरे बिहार में मेरा दौरा होगा और पूरे बिहार के खिलाड़ियों को संगठित करके उनको न्याय दिलवाने का काम मैं करूंगा।