बिहारः बिहार में खेल का माहौल पूरी तरह से बदलने वाला है। अक्टूबर से फरवरी तक राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न खेलों का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें बिहार के अलावा देश के अलग—अलग प्रांत के खिलाड़ियों को अपना जौहर दिखाने का मौका मिलेगा। वहीं पुराने वरीय खिलाड़ी या एनआईएस सर्टिफाइड प्लेयरों जिन्हें नौकरी की तलाश है। उन्हें भी नियुक्ति दी जानी है।
31 जिलों में खेलों इंडिया स्मॉल सेंटर
खेलों इंडिया के तहत स्मॉल सेटर की शुरुआत राज्य के 31 जिलों में होने जा रही है। जहां 17 खेलों की ट्रनिंग दी जाएगी। इसके लिए कोच की नियुक्ति जल्द हो जाएगी। इस बात की जानकारी प्रेस को संबोधित करते हुए प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण ने दी। उन्होंने बताया कि हर सेंटर को 5—5 लाख रुपये के उपकरण और खिलाड़ियों के किट भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
एनआइएस प्रशिक्षकों को मौका
रविंद्र्न शंकरण ने बताया कि इन सेंटरों पर बिहार के पुराने या एनआईएस सर्टिफाइड प्लेयरों को कोच के रूप में नियुक्ति दी जाएगी. इनकी नियुक्ति दो सालों की होगी। इन्हें बतौर मासिक 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। यह सेंटर डे बोडिंग होगी. प्रत्येक सेंटर पर 12 से 17 आयु वर्ग के 30 बच्चों का चयन ट्रायल के आधार पर किया जाएगा. इनका चयन स्थानीय डीएसओ और कोच करेंगे।
पहली बार पांच स्कली नेशनल गेम्स की मेजबानी
साथ ही उन्होंने बताया कि पहली बार बिहार एक साथ पांच स्कूली नेशनल गेम्स एथलेटिक्स, वेटलिफिटिंग, क्रिकेट, फुटबॉल व सेपकटाकरा की मेजबानी कर रहा है। दिसंबर से फरवरी माह तक होने वाले इन स्पर्धाओं के सफल मेजबानी के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम चल रही है। क्रिकेट पटना के उर्जा स्टेडियम, मोइनुल हक स्टेडियम में संपन्न कराई जाएगी।
वॉलीबॉल प्रीमियर लीग फरवरी में
आईपीएल, एचएसएल की तर्ज पर बिहार वॉलीबाल प्रीमियर लीग का आयोजन करने जा रहा है। इस लीग में कुल आठ टीमें खेलेंगी। इनके फ्रेंचाइजी के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है. प्रत्येक टीम में 12 खिलाड़ी होंगे जिनमें तीन खिलाड़ी इंडिया लेवल के होंगे जबकि शेष प्लेयर टीम में बिहार के होंगे. खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के लिए खिलाड़ियों को नकद राशि भी दी जाएगी। टीम का गठन टीम इंडिया के कोच श्रीधरन के देखरेख में दिसंबर माह में होगा। लीग के मैच पटना के अलावा छपरा, बेगूसराय व भागलपुर में भी होंगे।
मिट्टी में होगा मल युद्ध
बिहार का पारंपरिक खेलजिसे जिसका स्वर्णिम इतिहास रहा है। वह बिल्कुल विलुप्त होने के कगार पर है। उसे जीवंत करने का प्रयास है। वह खेल हैं दंगल यानि मल्ल युद्ध. इस खेल का शुभारंभ नवंबर में सोनपुर में होने जा रहा है। इस मल्ल युद्ध में बिहार के बाहर के महिला—पुरुष मल्लों को भी आमंत्रित किया गया है। इसमें पुरुष वर्ग के 60 से 90 किग्रा भार वर्ग तक व महिला वर्ग के 50 से 60 किग्रा भार वर्ग के पहलवानों के बीच स्पर्धा होंगी।
नेशनल गेम्स का कैंप 18 से
गोवा में होने वाले राष्ट्रीय खेल में बिहार की टीम भी प्रतिभाग करेगी. इसके लिए दो महीने का ट्रनिंग कैंप का आयोजन 18 सिंतबर से पाटलिपुत्र स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स के अलावा एनटीपीसी बाढ़, आईआईटी, पटना में होने जा रहा है. महानिदेशक ने बताया कि सेपकटाकरा, कबड्डी, रग्बी, पिटो, तीरंदाजी व हैंडबॉल की टीमें शामिल होंगी।
यहां खुलेंगे इन खेलों के सेंटर
आर्चरी—वीर कुंवर सिंह स्टेडियम, भोजपुर
एथलेटिक्स— पटेल फिल्ड, समस्तीपुर, जिला हाईस्कूल, गया, जगजीवन स्टेडियम, भभुआ, कोसी हाईस्कूल खेल मैदान, सुपौल
बैडमिंटन— कलेक्ट्रेट कैंपस, अररिया, इंडोर स्टेडियम, औरंगाबाद
साइकलिंग— न्यू स्टेडियम, फजलगंज, रोहतास
फेंसिंग— जिला खेल भवन, पूर्वी चंपारण, हाईस्कूल, पारसबिगहा,पश्चिम चंपारण
फुटबॉल— श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम,जमुई, लक्ष्मीपुर, सियोतपुर, सिवान, नेहरु स्टेडियम, लहेरियासराय, दरभंगा
हॉकी— कोसी हाईस्कूल, खगड़िया, गौरोल हॉकी ग्राउंड, वैशाली
कबड्डी— बीपी मंडल इंडोर स्टेडियम, मधेपुरा, महात्मा गांधी हाईस्कूल, बेगूसराय, ब्रहमपुरा, बक्सर
खो—खो—पुरानी बाजार सूरजगढ़, लखीसराय, इंडोर स्टेडियम, मुंगेर,
रग्बी— कपतिया गांव, नालंदा
सेपकटाकरा— पाटलिपुत्रा स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स, पटना
टेबल टेनिस— खेल भवन, मधुबनी
ताइक्वांडो— खेल भवन, शेखपुरा
वेटलिफ्टिंग— खेल भवन, जहानाबाद, जानकी भवन इंडोर स्टेडियम, सीतामढ़ी
रेसलिंग— खेल भवन, सहरसा, गोगा, भागलपुर, खेल भवन, कटिहार, गोपालगंज, खेल भवन, छपरा
वुशू— खेल भवन, मुजफ्फरपुर