दिल्ली के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज पुनीत बिष्ट (Puneet Bisht) ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। घरेलू टूर्नामेंट में पुनीत बिष्ट ने 17 साल तक धमाल मचाया है। आईपीएल में पुनीत बिष्ट ने 2012 में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में जगह बनाई थी। दिल्ली की टीम 2007-08 में जब रणजी ट्रॉफी जीती थी तब पुनीत बिष्ट भी इस टीम का हिस्सा थे।
37 वर्षीय पुनीत बिष्ट ने तीनों फार्मेट में 272 मैच खेले हैं। उन्होंने दिल्ली के अलावा जम्मू कश्मीर और मेघालय के लिए भी घरेलू क्रिकेट खेला है। इसी दौरान 13 जनवरी 2021 में भारत की सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान मेघालय से खेलते हुए मिजोरम के खिलाफ उन्होंने 51 गेंदों में 6 चौके और 17 छक्के से 146 रनों की ताबड़तोड़ नाबाद पारी खेली थी।
इस पारी के बाद टी20 क्रिकेट इतिहास की एक पारी में सबसे अधिक 17 छक्के लगाने वाले भारत के पहले विकेटकीपर बल्लेबाज जबकि दुनिया में क्रिस गेल (एक पारी में 18 छक्के) के बाद ऐसा करने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए। इस रिकॉर्ड को साल 2008 से आईपीएल खेलने वाले महेंद्र सिंह धोनी भी बतौर विकेटकीपर अपने नाम नहीं कर सके हैं।
बिष्ट ने 103 प्रथम श्रेणी मैचों में 38 से ज्यादा के औसत से 5231 रन बनाये जिसमें 10 शतक और 343 रन की व्यक्तिगत सर्वश्रष्ठ पारी भी शामिल रहे। उन्होंने 299 कैच और 19 स्टंप आउट किए। लिस्ट ए के 103 मैचों में उन्होंने 2924 रन बनाये जिसमें छह शतक और 17 अर्धशतक शामिल थे।
बिष्ट ने बुधवार को पीटीआई से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट को अलविदा कहने का सही समय है। मैंने प्रथम श्रेणी और लिस्ट ए दोनों प्रारूपों में 100 से ज्यादा मैच खेले। अब बतौर खिलाड़ी हासिल करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है और मेरा मानना है कि यह संन्यास लेने का सही समय है। ’’