भारत ने विश्व विश्वविद्यालय खेलों में मंगलवार को अपने अभियान का अंत अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए रिकॉर्ड 26 पदक के साथ किया जिसमें 11 स्वर्ण भी शामिल हैं। भारत 11 स्वर्ण, पांच रजत और 10 कांस्य पदक के साथ सातवें स्थान पर रहा जो पदक तालिका में उसका सर्वश्रेष्ठ स्थान है।
भारत ने विश्व विश्वविद्यालय खेलों के इस सत्र में पिछले सभी खेलों से अधिक पदक जीते। विश्व विश्वविद्यालय खेल 2023 से पहले भारत ने इन खेलों में सिर्फ 21 पदक (छह स्वर्ण, छह रजत और नौ कांस्य) जीते थे। भारत ने इस बार इन खेलों के लिए 256 खिलाड़ियों का दल भेजा था।
इक्कीस सदस्यीय निशानेबाजी टीम ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए आठ स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य पदक जीते जबकि तीरंदाजी में भारत को तीन स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक मिले। एक कांस्य पदक जूडो में मिला। सबसे अधिक निराश हालांकि ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ियों ने किया। ट्रैक एवं फील्ड में भारत ने अपने सबसे अधिक 82 प्रतिभागियों को उतारा था लेकिन वे सिर्फ चार कांस्य पदक जीत पाए।
मेजबान चीन 103 स्वर्ण, 40 रजत और 35 कांस्य पदक सहित कुल 178 पदक के साथ शीर्ष पर रहा। जापान ने 21 स्वर्ण, 29 रजत और 43 कांस्य पदक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। कोरिया 17 स्वर्ण, 18 रजत और 23 कांस्य पदक के साथ तीसरे स्थान पर रहा।



महिला वर्ग: श्रेया रमेश (कप्तान), नेहा यादव (उपकप्तान), श्रुति प्रिया (मुजफ्फरपुर), जूही (मुजफ्फरपुर), दिव्या (पटना), स्नेहा (पटना), सोनाल्या राज (नालंदा), आराध्या नारायण (पटना), पीहू सिंह (पटना), ईशा नंदिनी (पटना), ज्योति कुमारी सिंह (पटना), प्रिया वर्मा (पटना), बीबीयाना बेक (भोजपुर), नीलू कुमारी (पटना), नंदिनी (पटना), श्रेया कुमारी (पटना)। सुरक्षित खिलाड़ी: सारा अंजलि (पटना), ईशा कुमारी (पटना), अनम मेहता (पटना), अनन्या (पटना)। कोच: राजेश कुमार और मैनेजर: तनु प्रिया।

