भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत की घटना लोग अभी भूले भी नहीं थे कि कुछ ऐसा ही घटना भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार के साथ हुई। लेकिन इस घटना में प्रवीण कुमार और बेटा बाल-बाल बच गया। एक टैंकर ने प्रवीण कुमार के कार में टक्कर मार दी। उस कार में प्रवीण कुमार और उनका बेटा मौजूद था और दोनों सही सलामत हैं।
भारत के लिये छह टेस्ट, 68 वनडे और दस टी20 खेल चुके प्रवीण कुमार ने पीटीआई को जानकारी दी कि वह और उनका बेटा ठीक हैं । उन्होंने कहा कि यह और भयानक हो सकता था लेकिन भगवान के शुक्र से हम ठीक है। मैं अपने भतीजे को छोड़ने गया था जब एक बड़े से ट्रक ने रात 9 . 30 के करीब मेरी कार को पीछे से टक्कर मार दी । यह बड़ी कार थी तो हम बच गए । पहले मुझे लगा कि बम्पर टूटा होगा लेकिन कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है ।
पिछले साल जून में विकेटकीपर बल्लेबाज पंत दिल्ली देहरादून हाइवे पर कार चलाते समय पलक झपकने के कारण दुर्घटना का शिकार हो गए थे । उनकी कार में रोड डिवाइडर से टकराने के बाद आग लग गई थी । पंत को उस हादसे में काफी चोट आई और वह अब रिहैबिलिटेशन में हैं। यह तो अच्छा है कि प्रवीण कुमार को कोई चोट नहीं आई।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (सिविल लाइंस) अरविंद चौरसिया ने यहां बताया आरोपी टैंकर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। 


फाइनल मुकाबले के बाद आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर अतिथि बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मृत्युंजय तिवारी, हरिशंकर रवि (एनएसडी स्नातक एवं नेशनल अवार्डी), छोटे लाल सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता), विनोद कुमार सिंह (समाजसेवी), सुनील कुमार (समाजसेवी) और राकेश कुमार चंद्रवंशी (समाजसेवी) खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय उद्घोषक मृत्युंजय झा ने किया जबकि स्कोरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु ने निभाई। अंपायर राजेश रंजन और बैजनाथ प्रसाद थे। सबों का स्वागत और धन्यवाद व्यक्त आयोजक संस्था के संस्थापक सचिव संतोष तिवारी ने किया।


