ओडिशा एफसी (Odisha FC) ने सुपर कप फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में मंगलवार को यहां बेंगलुरु एफसी को 2-1 से हराकर पहली बार इस खिताब को अपने नाम किया। बेंगलुरू एफसी एक बार फिर फाइनल का खिताब जीतने में नाकाम रही। सुनील छेत्री की अगुवाई वाली टीम बेंगलुरू एफसी ने 2018 में खिताब पर कब्जा जमाया था। उसके बाद से यह टीम फाइनल नहीं जीत पाई है। 
बारिश के बीच खेले गये इस मुकाबले में ब्राजील के डिएगो मौरिसियो ने पहले हाफ में ओडिशा के लिए दो गोल दागे। बेंगलुरु के लिए सुनील छेत्री ने 84वें मिनट में पेनल्टी को गोल में बदला। 2018 की विजेता बेंगलुरू एफसी की टीम इस गोल से हालांकि हार के अंतर को ही कम कर पायी।
ओडिशा की जीत के साथ उसके कोच क्लिफोर्ड मिरांडा ने भी इतिहास रचा दिया। वह सुपर कप जीतने वाले पहले भारतीय कोच बने। बेंगलुरू एफसी की टीम सत्र का तीसरा फाइनल खेल रही थी लेकिन डूरंड कप के विजेता को इंडियन सुपर लीग के फाइनल की तरह यहां भी निराशा हाथ लगी।


भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सतीश राजू ने बताया कि ट्रायल के प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा। चयनित खिलाड़ी 20 से 25 दिसंबर 2025 तक मोइनुलहक स्टेडियम में आयोजित महिला क्रिकेट चैंपियनशिप में भाग लेंगी। उन्होंने कहा कि इस ट्रायल में पूरे बिहार से सैकड़ों महिला खिलाड़ी शामिल होंगी। ट्रायल के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को चुनकर टीम का गठन किया जाएगा, जिससे राज्य की महिला क्रिकेट प्रतिभाओं को एक सशक्त मंच मिल सके।आयोजकों ने इच्छुक खिलाड़ियों से समय पर पहुंचकर ट्रायल में भाग लेने की अपील की है।


