एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी (Asian Champions Trophy) हॉकी टूर्नामेंट की मेजबानी भारत करेगा। यह टूर्नामेंट 3 से 12 अगस्त तक पहली बार भारत के चेन्नई में होने जा रहा है। यह टूर्नामेंट भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। सितंबर में चीन के हांगझोऊ में होने वाले एशियाई खेलों के लिए तैयारी करने का अच्छा मौका है।
तमिलनाडु के खेल मंत्री उधयनिधि स्टालिन ने यह घोषणा करते हुए कहा कि यह अच्छा है कि हॉकी उस शहर में वापसी कर रहा है जो कभी दक्षिण भारत में खेल की राजधानी हुआ करता था। उन्होंने कहा, ‘‘ हीरो एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2023 की चेन्नई में मेजबानी करना बेहद खुशी और सम्मान की बात है। यह शहर कभी दक्षिण भारत में हॉकी की राजधानी हुआ करता था और यहाँ कई प्रतिष्ठित घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती थीं।’’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यहां हीरो एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी से इस क्षेत्र में खेल की लोकप्रियता बढ़ेगी और एशिया में शीर्ष टीमों को देखने से युवा पीढ़ी भी हॉकी को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित होगी।’’
चेन्नई ने पिछली बार 2007 में अंतरराष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता की मेजबानी एशिया कप के रूप में की थी। उस समय यहां का मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम भारतीय टीम के लिए भाग्यशाली साबित हुआ जिसने फाइनल में कोरिया को 7-2 से हराकर खिताब जीता था।
एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में तीन बार की चैम्पियन भारत के अलावा गत चैम्पियन दक्षिण कोरिया, मलेशिया, पाकिस्तान, जापान और चीन हिस्सा लेंगे। भाषा के खबर के अनुसार आयोजकों ने कहा कि पाकिस्तान ने अभी तक अपनी भागीदारी की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में भाग लेता है तो उसे पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान 25 अप्रैल तक अपनी भागीदारी की पुष्टि करेंगे।
हॉकी इंडिया (एचआई) के महासचिव भोलानाथ सिंह ने कहा कि हॉकी इंडिया के अधिकारियों ने पहले ही चेन्नई में आयोजन स्थल का दौरा कर लिया है और टूर्नामेंट की तैयारियों का जायजा लिया है।