लोकपाल की नजर में भले ही पटना जिला क्रिकेट संघ की दोनों कमेटियां अवैध है लेकिन क्रिकेट की गतिविधियां जिले में बंद नहीं होगी। तय समय पर पटना जिला क्रिकेट संघ प्राणवीर गुट के द्वारा संचालित जूनियर व सीनियर डिवीजन क्रिकेट लीग संपन्न होगी।
निर्धारित तिथि को पुरस्कार सम्मान समारोह भी संपन्न होगा। उक्त बातें जिला क्रिकेट संघ के सचिव सुनील कुमार उर्फ सुनील रोहित ने बिहार क्रिकेट संघ के लोकपाल द्वारा शनिवार की शाम दिए गए फैसले पर कहीं।
लोकपाल के फैसले की जानकारी देते हुए सुनील कुमार ने कहा कि भले ही लोकपाल ने हमारी कमेटी एवं अध्यक्ष प्रवीन कुमार प्राणवीर की नियुक्ति को अवैध बताया है। परंतु लोकपाल का फैसला विचारणीय है। प्राणवीर गुट क्रिकेट की हित में कोर्ट जाएगा।
सुनील रोहित का कहना है कि पिछला चुनाव 13 जुलाई 2008 को 2 वर्षों की अवधि के लिए हुआ था। लगभग 13 वर्षों से अधिक बीत जाने के बाद यह चुनाव संपन्न हुआ है। संघ के लगभग 57 पूर्ण सदस्यों क्लबों में से लगभग 45 सदस्यों ने 30 सितंबर 2021 को संपन्न विशेष आम बैठक में अध्यक्ष को अधिकृत किया कि वे जल्द से जल्द चुनाव करायें। इसी को ध्यान में रखते हुए पीडीसीए के सीओएम के भंग हो जाने के 45 दिनों में चुनाव संपन्न कराया गया था।
यह चुनाव सुनील कुमार एवं अरूण सिंह के द्वारा पटना हाई कोर्ट में दर्ज केस वापस लेने के बाद कराया गया। अजय नारायण शर्मा और राजेश कुमार द्वारा संचालित कमेटी क्रिकेट के संविधान की अवहेलना लंबे समय से करते हुए सिर्फ अपने स्वार्थ को साधने में लगी है। इनका क्रिकेट से और क्रिकेटरों के विकास से कोई लेना देना नहीं है। लोकपाल को बीसीसीआई के संविधान पर गौर करते हुए जिले में क्रिकेट के हित के बारे में पुनर्विचार करने की जरुरत है।




लक्ष्य का पीछा करते हुए बी.आई.ओ.सी की टीम ने कप्तान और विकेटकीपर प्रियांशु कुमार की उम्दा बल्लेबाजी के दम पर 18.2 ओवर में छह विकेट खोकर 90 रन बनाकर जीत दर्ज की। प्रियांशु ने 44 गेंदों में नौ चौकों की मदद से 43 रन की कप्तानी पारी खेली। टीम के लिए अतिरिक्त रनों से 21 रन मिले, जबकि हिमांशु ने 33 गेंदों पर नाबाद 12 रन बनाए। लर्निंग स्कूल ऑफ क्रिकेट की ओर से आशीष कुमार ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 2.2 ओवर में 12 रन देकर तीन विकेट झटके। विनय कुमार और कनहा ने एक-एक विकेट लिया। विजेता टीम के कुंदन को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।


