दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा संचालित भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम बांग्लादेश की यात्रा पर रवाना हुई। भारतीय दिव्यांग टीम बांग्लादेश में बंगाबंधु फोर नेशन क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेगी। टूर्नामेंट में भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल की दिव्यांग क्रिकेट टीमें भाग ले रही हैं।
भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों की रवानगी से पूर्व ईडन गार्डन स्टेडियम कोलकाता में खिलाड़ियों की ड्रेस का अनावरण कार्यक्रम रखा गया। इसमें बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष *अभिषेक डालमिया* की उपस्थिति में खिलाड़ियों की यात्रा एवं मैच में खेलने वाली ड्रेस का अनावरण किया गया।
इस अवसर पर दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया के सीईओ ग़ज़ल खान ने बताया कि अभी तक दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा संचालित भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीमें 31 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों के अंतर्गत 96 मैच खेल चुकी है। बांग्लादेश में होने वाले टूर्नामेंट में सभी टीमों के खिलाफ एक एक मैच खेलना है।
भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम टीम के मैचों की संख्या 99 हो जाइएगी। यदि भारतीय टीम फाइनल में पहुंचती है तो यह भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम का 100 वा ऐतिहासिक मैच होगा। *अभिषेक डालमिया* ने भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के 100वें मैच उन्हें खेलने की तथा जीतने की शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर टीम के कप्तान कैलाश प्रसाद उप कप्तान चिराग गांधी, सचिन शिवा, बृजेश द्विवेदी, महंतेश चालूवादी, सन्नामारेसा मोहम्मद जावेद इमरान मलिक, महमूद पटेल, टिक्का सिंह, गुलामदीन, रितेश वालिया, शौकत अली, मुकेश कंचन एवं भारतीय टीम के प्रशिक्षक अब्बास अली तथा दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया के महासचिव हारून रशीद मौजूद रहे।




फाइनल मुकाबले के बाद आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर अतिथि बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मृत्युंजय तिवारी, हरिशंकर रवि (एनएसडी स्नातक एवं नेशनल अवार्डी), छोटे लाल सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता), विनोद कुमार सिंह (समाजसेवी), सुनील कुमार (समाजसेवी) और राकेश कुमार चंद्रवंशी (समाजसेवी) खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय उद्घोषक मृत्युंजय झा ने किया जबकि स्कोरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु ने निभाई। अंपायर राजेश रंजन और बैजनाथ प्रसाद थे। सबों का स्वागत और धन्यवाद व्यक्त आयोजक संस्था के संस्थापक सचिव संतोष तिवारी ने किया।


