हेडिंग्ले टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड ने भारत के ऊपर पूरी तरह से शिकंजा कस दिया है। दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड ने पहली पारी में 8 विकेट पर 423 रन बनाए। क्रैग ओवर्टन 24 और ओली रॉबिन्सन बिना खाता खोले क्रीज पर हैं। इंग्लैंड के पास कुल 345 रन की बढ़त है और भारत के ऊपर पारी से हार का खतरा भी है। टीम इंडिया के लिए मोहम्मद शमी ने 3 विकेट झटके। सिराज और जडेजा ने 2-2 विकेट चटकाए।
पहला सेशन
दूसरे दिन के पहले सेशन की शुरुआत में भारतीय टीम के लिए राहत की खबर आई क्योंकि मोहम्मद शमी ने ओपनर बल्लेबाज रोरी बर्न्स को बोल्ड कर पवेलियन भेज दिया। वह 61 रन बनाकर आउट हुए। उनके बाद हसीब हमीद को आउट करने का जिम्मा रविन्द्र जडेजा को मिला और उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए हमीद को 68 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया। इस समय इंग्लैंड का कुल स्कोर 159 रन था। यहाँ से डेविड मलान और जो रूट ने धीरे-धीरे पारी आगे बढ़ाई। सेशन समाप्ति तक कुल स्कोर 2 विकेट पर 182 रन था। मलान 27 और रूट 14 रन बनाकर क्रीज पर थे।
दूसरा सेशन
दूसरे सेशन में भारतीय गेंदबाज विकेट के लिए तरसते थे। रूट और मलान ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए क्रीज पर टिकने के अलावा तेजी से रन भी बनाए। दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की और खुद के अर्धशतक भी पूरे किये। चायकाल के समय की आखिरी गेंद पर सिराज ने मलान (70) को आउट कर दिया, दूसरे सेशन की समाप्ति तक इंग्लैंड का स्कोर 3 विकेट पर 298 रन था। रूट 80 रन पर खेल रहे थे।
तीसरा सेशन
तीसरे सेशन में जॉनी बेयरस्टो और जो रूट ने कुछ देर टिककर बल्लेबाजी की लेकिन बेयरस्टो 29 रन बनाकर शमी का शिकार बने। उधर रूट ने अपनी धाकड़ बैटिंग जारी रखते हुए इस सीरीज का लगातार तीसरा शतक जमा दिया। वह 121 रन के स्कोर पर बुमराह का शिकार बने लेकिन टीम को काफी आगे तक लेकर जा चुके थे। इसके बाद कुछ विकेट गिरे लेकिन निचले क्रम से क्रैग ओवर्टन ने कुछ बेहतरीन शॉट जड़ते हुए इंग्लिश टीम का स्कोर 400 पार पहुंचा दिया।





फाइनल मुकाबले के बाद आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर अतिथि बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मृत्युंजय तिवारी, हरिशंकर रवि (एनएसडी स्नातक एवं नेशनल अवार्डी), छोटे लाल सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता), विनोद कुमार सिंह (समाजसेवी), सुनील कुमार (समाजसेवी) और राकेश कुमार चंद्रवंशी (समाजसेवी) खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय उद्घोषक मृत्युंजय झा ने किया जबकि स्कोरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु ने निभाई। अंपायर राजेश रंजन और बैजनाथ प्रसाद थे। सबों का स्वागत और धन्यवाद व्यक्त आयोजक संस्था के संस्थापक सचिव संतोष तिवारी ने किया।


