श्रीलंका ने अंतिम टी20 मैच में भारतीय टीम को 7 विकेट से हराकार सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमा लिया। भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 20 ओवरों में 8 विकेट पर 81 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका ने 15वें ओवर में 3 विकेट 82 रन बनाते हुए लक्ष्य हासिल कर लिया। 12 सालों में श्रीलंका ने पहली बार भारत को टी20 सीरीज में हराया है। इससे पहले 2009 में दो मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर रही थी।
टॉस जीतकर बैटिंग करते हुए भारत की शुरुआत खराब रही। शिखर धवन खाता खोले बगैर आउट हो गए। इसके बाद देवदत्त पडीक्कल 9 और संजू सैमसन बिना खाता खोले आउट हो गए। भारतीय टीम के बल्लेबाज लगातार आउट होते रहे और पवेलियन लौटते रहे। रुतुराज गायकवाड़ 24 और नितीश राणा 6 रन बनाकर चलते बने। भारतीय टीम के 5 विकेट महज 36 रन पर गिर गए। भुवनेश्वर कुमार ने जरुर टिकने की कोशिश की लेकिन वह भी 16 रन बनाकर आउट हो गए।इस तरह भारतीय टीम ने 8 विकेट पर 81 रन बनाए। कुलदीप यादव 23 रन बनाकर नाबाद रहे। हसारंगा ने श्रीलंका के लिए 9 रन देकर 4 विकेट झटके।
लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंका का पहला विकेट अविष्का फर्नान्डो के रूप में गिरा, जो 12 रन बनाकर आउट हुए। उनके बाद मिनोद भानुका भी 18 रन बनाकर आउट हुए। तीसरा विकेट 56 के कुल स्कोर पर समरविक्रमा (6) के रूप में गिरा लेकिन इससे श्रीलंकाई टीम के ऊपर असर नहीं पड़ना था क्योंकि स्कोर काफी कम था। अंत में धनंजय डी सिल्वा ने नाबाद 23 और हसारंगा ने नाबाद 14 रन बनाकर श्रीलंका को पन्द्रहवें ओवर में 7 विकेट से जीत दिलाई। भारत के लिए राहुल चाहर ने 15 रन देकर 3 विकेट चटकाए।
भारतीय टीम में इस बार भी महज 5 बल्लेबाज खेल रहे थे और सभी फ्लॉप हो गए। इसलिए टीम 81 रनों के मामूली स्कोर तक पहुँच पाई थी। पिछले दो मैचों में भारतीय टीम के पास पांच बल्लेबाज ही थे। अन्य खिलाड़ी क्रुणाल पांड्या के निकट सम्पर्क में आए थे इसलिए वे आइसोलेशन में हैं।