शेरघाटी में स्तिथ रेयान क्रिकेट एकेडमी के एक खिलाड़ी वहाब रज़ा का खेल के माध्यम से दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दाखिला हुआ। वहाब रज़ा का नामांकन खेल कोटे से हुआ है।
वहाब का चयन गया जिला अंडर-16 क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए 2018 में हुआ। उसके बाद वो डीएवी स्कूल के टीम का कप्तान बना। 2020 में डीएवी शेरघाटी का कल्चरल टूर्नामेंट में नेतृत्व किया और वो उसी साल डीएवी को चैंपियन भी बनाया। चैंपियन बनने के बाद उसका चयन डीएवी जोनल के लिए हुए। जहाँ फिर से एक बार उसे कप्तान बनाया गया और अपने कप्तानी में वहाब ने अपने जोन को चैंपियन बनाया। उसके बाद वहाब का चयन डीएवी के नेशनल लेवल पर हुआ और वो बिहार का नेतृत्व किया।
उसके बाद वहाब ने खेल के साथ-साथ पढ़ाई भी जारी रखी और खेल कोटे से जामिया मिल्लिया इस्लामिया में दाखिला भी हो गया। दाखिला होने के बाद उसके कोच अबुजर पठान ने वहाब को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बहाब बहुत ही मेहनती है और वो खेल के साथ पढ़ाई में भी अपना पूरा योगदान देता है। उसी का नतीजा है कि आज उसका दाखिला जामिया मिल्लिया इस्लामिया जैसे बड़े विश्वविद्यालय में हुआ।
वही वहाब में अपने दाखिला का श्रेय अपने गुरु अबुजर पठान को देते हुए कहा कि आज जो भी हूँ वो अपने गुरु के वजह से हूं। मुझे याद है कि शेरघाटी में कोइ एकेडमी नही था, फिर अबुजर सर ने रेयान क्रिकेट एकेडमी के जरिये बच्चों को क्रिकेट की बारीकियों का सिखाने का काम किया। मैं जहाँ भी खेल पाया हूं डिस्ट्रिक्ट, नेशनल, सब मे इनका योगदान सबसे ऊपर है।