भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है। कोरोना वायरस की मार भारतीय क्रिकेट कैलेंडर पर भी पड़ी है, जो कोई घरेलू टूर्नामेंट आयोजित नहीं करा पा रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 के मामलों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और इसी के कारण मृत्यु दर में भी बढ़ोतरी हुई है। आईपीएल 2021 (IPL 2021) बबल में विभिन्न कोविड-19 मामले सामने आने के बाद बीसीसीआई (BCCI) ने तत्काल प्रभाव से टी20 लीग को अनिश्चितकालीन समय तक स्थगित करने का फैसला किया।
बीसीसीआई अब शेष टूर्नामेंट पूरा कराने के लिए विंडो और स्थान की तलाश कर रहा है। वहीं घरेलू क्रिकेट पर एक बार फिर प्रभाव पड़ा है। 2020-21 एडिशन में रणजी ट्रॉफी आयोजित नहीं हो सका था जबकि बोर्ड ने 2021 की शुरूआत में कुछ घरेलू मुकाबले आयोजित कराए थे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के अलावा पुरुषों और महिलाओं के 50 ओवर के मुकाबले बोर्ड ने आयोजित कराए।
इतनी कठिनाइयों के बीच सौरव गांगुली की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई अपने घरेलू खिलाड़ियों को लगातार सेवा देना चाह रही है और बोर्ड अध्यक्ष ने स्पष्ट कर दिया है कि वह जून-जुलाई में खिलाड़ियों को मुआवजा देगा।
सौरव गांगुली ने स्पोर्ट्स्टार से बातचीत करते हुए कहा, ‘उम्मीद है कि अक्टूबर तक चीजें ठीक हो जाएं। कोविड ने खेल और जिंदगी को काफी बर्बाद कर दिया। हम सभी घरेलू खिलाड़ियों को जून-जुलाई में मुआवजा देंगे। जूनियर खिलाड़ी, अंपायर्स और स्कोरर्स सभी को उनकी फीस मिलेगी।’
जूनियर क्रिकेटरों की जान जोखिम में नहीं डालेंगे: सौरव गांगुली
सौरव गांगुली ने आगे ध्यान दिलाया कि इस साल जूनियर क्रिकेट के साथ आगे बढ़ना काफी जोखिमभरा फैसला होगा। उन्होंने कहा, ‘हम किसी युवा लड़के को इस कोविड माहौल में कैसे सामने लाएं? कल्पना कीजिए कि 16 साल का लड़का घर से दूर अपने मां-पिता को छोड़कर लंबे समय तक कैसे होटल में रुकेगा। यह वायरल बहुत खतरनाक है। हमने संघों को लिखा है। हमारा सीधे व्यक्तिगत रूप से खिलाड़ियों से बात करना मुश्किल है। हम उनके संघों से बातचीत करके खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं।’
पूर्व भारतीय कप्तान ने स्पष्ट किया है कि भारतीय टीम जुलाई में सीमित ओवर सीरीज खेलने के लिए श्रीलंका जाएगी, जिसमें सफेंद गेंद विशेषज्ञ खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही गांगुली ने साफ कर दिया कि शेष आईपीएल 2021 भारत में आयोजित नहीं होगा।