राजस्थान रॉयल्स के बेहतरीन तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर आईपीएल से पूरी तरह बाहर हो गए। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इसकी पुष्टि की। आर्चर ने अपनी मध्य उंगली पर सर्जरी करवाई और केवल इस सप्ताह ससेक्स के साथ उच्च तीव्रता के साथ गेंदबाजी करते हुए लौटे, और ईसीबी और ससेक्स की मेडिकल टीमों ने उनकी प्रगति की निगरानी करना जारी रखा।
ईसीबी ने कहा है कि आर्चर ससेक्स के साथ ही अपनी पूरी ट्रेनिंग करेंगे। अगर वह दर्द के बिना तैयारी करते हुए गेंदबाजी जारी रखते हैं तो उम्मीद की जा रही है कि अगले पखवाड़े में क्रिकेट में लौटेंगे।
यह राजस्थान रॉयल्स के लिए एक बहुत बड़ा झटका होगा, जिसके लिए आर्चर पिछले सीजन में स्टेलर थे। राजस्थान रॉयल्स के खराब खेल के बाद भी पिछले सीजन आर्चर का प्रदर्शन बेहतरीन रहा था। उन्होंने 14 मैच खेलकर कुल 20 विकेट अपने नाम किये थे। इसके अलावा 113 रन बनाने में भी वह कामयाब रहे थे।
अगर आर्चर को आईपीएल में आना होता, तो उन्हें आठ दिन की एक अनिवार्य क्वारंटीन अवधि की सेवा देनी होती, जो उनकी तैयारी में बाधा डालती और गेंदबाजी में बाधा उत्पन्न करती। यह प्रतियोगिता में उनकी वापसी के लिए आदर्श स्थिति नहीं थी। रॉयल्स और आर्चर दोनों ने मिलकर आपसी सहमति से यह निर्णय लिया है।
आर्चर कब क्रिकेट में वापस आएँगे, यह इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड सुनिश्चित करेगा। उम्मीद है कि चोट का असेसमेंट करने के लिए वह अगले पखवाड़े में दूसरा इलेवन मैच खेलेंगे। अगर सब कुछ सही रहता है, तो वह मई के बीच में ससेक्स के लिए चैम्पियनशिप में खेलेंगे।
आर्चर से पहले बेन स्टोक्स भी ऊँगली की चोट के कारण इंग्लैंड वापस जा चुके हैं। राजस्थान रॉयल्स के लिए यह भी एक बड़ा झटका था। दोनों इंग्लिश खिलाड़ी रॉयल्स के लिए रीढ़ की हड्डी माने जाते थे।





फाइनल मुकाबले के बाद आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर अतिथि बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मृत्युंजय तिवारी, हरिशंकर रवि (एनएसडी स्नातक एवं नेशनल अवार्डी), छोटे लाल सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता), विनोद कुमार सिंह (समाजसेवी), सुनील कुमार (समाजसेवी) और राकेश कुमार चंद्रवंशी (समाजसेवी) खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय उद्घोषक मृत्युंजय झा ने किया जबकि स्कोरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु ने निभाई। अंपायर राजेश रंजन और बैजनाथ प्रसाद थे। सबों का स्वागत और धन्यवाद व्यक्त आयोजक संस्था के संस्थापक सचिव संतोष तिवारी ने किया।


