महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की टीम इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में पिछले साल के दुस्वप्न को भुलाकर इस बार दमदार वापसी करने की कोशिश करेगी।
संयुक्त अरब अमीरात में खेले गये 2020 के टूर्नामेंट में तीन बार की चैंपियन सीएसके प्लेऑफ में जगह बनाने में असफल रही थी। यह टूर्नामेंट के इतिहास में पहला अवसर था जबकि धोनी की टीम प्लेऑफ में जगह नहीं बना पायी थी।
टीम नौ अप्रैल से शुरू होने वाले आईपीएल में नये सिरे से शुरुआत करने के लिये उतरेगी। उसका पहला मैच 10 अप्रैल को मुंबई में दिल्ली कैपिटल्स से होगा।
सीएसके का मजबूत पक्ष उसके पास अनुभवी खिलाड़ियों का होना है जो मुश्किल परिस्थितियों में टीम की नैया पार लगाते रहे हैं। धोनी का प्रेरणादायी नेतृत्व टीम का एक अन्य सकारात्मक पहलू है। सुरेश रैना की वापसी से उसकी बल्लेबाजी मजबूत हुई है। पिछले साल उसके बल्लेबाज नहीं चल पाये थे।
रैना के अलावा फाफ डुप्लेसिस, धोनी, अंबाती रायुडु, रविंद्र जडेजा, सैम करेन, मोईन अली और रुतुराज गायकवाड़ जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी में सीएसके की बल्लेबाजी मजबूत नजर आती है।
उसका गेंदबाजी आक्रमण भी अच्छा है जिसमें लुंगी एनगिडी, शार्दुल ठाकुर, सैम करेन, इमरान ताहिर, जडेजा और दीपक चहर जैसे गेंदबाज हैं।
सीएसके टीम में उम्रदराज खिलाड़ी हैं और क्रिकेट के तेजतर्रार प्रारूप टी20 में यह उसकी कमजोरी साबित हो सकती है। धोनी, रैना, रायुडु और ताहिर जैसे उसके खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और घरेलू क्रिकेट में भी नहीं खेलते। ऐसे में मैच अभ्यास की कमी टीम को भारी पड़ सकती है। इसके अलावा धोनी के फिनिशर के रूप में पहले जैसी भूमिका नहीं निभा पाने से भी टीम को नुकसान हुआ है।
आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का आईपीएल से हटने का निर्णय भी सीएसके के लिये करारा झटका है। इसके अलावा जडेजा भी चोट के कारण लंबे विश्राम के बाद वापसी कर रहे हैं और देखना होगा कि वह कितनी जल्दी लय हासिल करते हैं।
वेस्टइंडीज के अनुभवी आलराउंडर ड्वेन ब्रावो का वापसी पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना और उनकी चोट भी सीएसके के लिये चिंता का विषय होगा।
इस बार आईपीएल मैच तटस्थ स्थलों पर खेले जाएंगे। सीएसके अपने स्पिन विभाग पर काफी निर्भर रहा है और ऐसे में उसे अपनी रणनीति बदलनी होगी। विशेषकर मुंबई के विकेटों पर जहां तेज गेंदबाजों को भी मदद मिलती है।
सीएसके पिछले सत्र की असफलता से वापसी करने के लिये प्रतिबद्ध है लेकिन इसके लिये उसे शुरू से ही अच्छा प्रदर्शन करना होगा। जल्द से जल्द से अच्छा टीम संयोजन तैयार करना भी उसके लिये महत्वपूर्ण होगा।
सीएसके को पिछले साल अपनी कमजोर बल्लेबाजी के कारण नुकसान उठाना पड़ा था। यदि इस विभाग में उसने सुधार नहीं किया तो फिर उसकी वापसी की संभावना कम हो जाएगी। यही नहीं टीम को जीत दिलाने के लिये उसके तेज गेंदबाजों को भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
चेन्नई सुपर किंग्स की टीम इस प्रकार है :
महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सुरेश रैना, अंबाती रायुडु, केएम आसिफ, दीपक चहर, ड्वेन ब्रावो, फाफ डुप्लेसिस, इमरान ताहिर, एन जगदीसन, कर्ण शर्मा, लुंगी एनगिडी, मिशेल सेंटनर, रविंद्र जडेजा, रुतुराज गायकवाड़, शार्दुल ठाकुर, सैम करेन, आर साई किशोर, मोइन अली, के गौतम, चेतेश्वर पुजारा, हरिशंकर रेड्डी, भगत वर्मा, सी हरि निशांत।