रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के पहले सेमीफाइनल में इंडिया लेजेंड्स ने वेस्टइंडीज लेजेंड्स को 12 रनों से हराते हुए फाइनल में जगह बना ली है। इंडिया लेजेंड्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 218-3 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज लेजेंड्स 206-6 का स्कोर ही बना पाई। इंडिया के लिए सचिन तेंदुलकर ने बेहतरीन बल्लेबाजी की, तो युवराज सिंह ने एक बार फिर छ्क्कों की बारिश की।
वेस्टइंडीज लेजेंड्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। वीरेंदर सहवाग ने सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर इंडिया लेजेंड्स को बेहतरीन शुरुआत दिलाई। सहवाग ने 17 गेंदों में 5 चौके और एक छक्के की मदद से 35 रन बनाए। कप्तान तेंदुलकर ने यहां से पहले मोहम्मद कैफ (21 गेंदों में 27 रन, 2 चौके और 2 छक्के) के साथ 53 और फिर यूसुफ पठान के साथ 31 रनों की अहम साझेदारी करते हुए इंडिया लेजेंड्स को मजबूत स्थिति में पहुंचाया और वो खुद 140 के स्कोर पर आउट हुए। सचिन ने 42 गेंदों में 6 चौके और 3 छक्कों की मदद से 65 रन बनाए। अंत में यूसुफ पठान और युवराज सिंह ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए भारत का स्कोर 218-3 तक पहुंचाया।
यूसुफ पठान ने 20 गेंदों में 2 चौके और 3 छ्क्कों की मदद से 37* रन बनाए। दूसरी तरफ युवराज सिंह ने जरूर अपने अर्धशतक से एक रन से चूक गए, लेकिन उन्होंने 20 गेंदों में 6 छक्कों और एक चौके की मदद से 49* रन बनाए। इस बीच उन्होंने 19वें ओवर में न सिर्फ छक्कों की हैट्रिक लगाई, बल्कि इस ओवर में कुल मिलाकर 4 छ्क्के लगाए।
219 रनों का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज लेजेंड्स ने दूसरे ही ओवर में 19 के स्कोर पर विलियम पर्किंस का विकेट गंवा दिया था। यहां से ड्वेन स्मिथ और नरसिंह देवनाराण ने तेजी से 99 रनों की साझेदारी करते हुए विंडीज लेजेंड्स को मैच में पिछड़ने नहीं दिया। हालांकि पहले इरफान पठान ने स्मिथ (36 गेंदों में 63 रन, 9 चौके और 2 छक्के) और प्रज्ञान ओझा ने कर्क एडवर्ड्स (0) को आउट करते हुए विंडीज का स्कोर 120-3 कर दिया था। नरसिंह देवनाराण ने शानदार बल्लेबाजी करना जारी रखा और इस बीच उन्हें कप्तान ब्रायन लारा से भी अच्छा साथ मिला। दोनों ने तेजी से रन बनाना जारी रखा और टीम को स्कोर को 19वें ओवर में 200 तक लेकर गए। इसी स्कोर पर विनय कुमार ने लारा (28 गेंदों में 46 रन, 4 चौके और 2 छक्के) को आउट किया। विनय कुमार ने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर टीनो बेस्ट (2) को भी आउट कर दिया। विंडीज को आखिरी ओवर में जीतने के लिए 16 रनों की दरकार थी, लेकिन तीसरी गेंद पर देवनाराण के आउट से टीम की उम्मीद खत्म हो गई और वो 206-6 का स्कोर ही बना पाई और इस मैच को 12 रनों से हार गई।