विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में मुंबई ने उत्तर प्रदेश को 6 विकेट से हराकर चौथी बार खिताबी हासिल कर लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए उत्तर प्रदेश की टीम ने 4 विकेट के नुकसान पर 312 रन का स्कोर बनाया। जवाब में खेलते हुए मुंबई की टीम ने 42वें ओवर में 4 विकेट पर 315 रन बनाकर मुकाबला जीत लिया। आदित्य तरे को शतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुने गए।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरी उत्तर प्रदेश की टीम को बेहतरीन शुरुआत मिली। माधव कौशिक और समर्थ सिंह ने पहले विकेट के लिए 122 रन जोड़े। समर्थ सिंह 55 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन माधव कौशिक शतकीय पारी के बाद भी क्रीज पर बने रहे। अक्षदीप नाथ ने 40 गेंदों पर 55 रन की तेज पारी खेली। माधव कौशिक 158 रन बनाकर नाबाद रहे और उत्तर प्रदेश ने बोर्ड पर 4 विकेट खोकर 312 रन का स्कोर लगा दिया। मुंबई के लिए तनुश कोटियान ने सबसे ज्यादा 2 विकेट प्राप्त किये।
जवाब में खेलते हुए मुंबई ने भी तेज शुरुआत की। पृथ्वी शॉ और यशस्वी जायसवाल ने पहले विकेट के लिए 89 रन की साझेदारी की। पृथ्वी शॉ 39 गेंद पर 73 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद आदित्य तरे ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। इस बीच यशस्वी जायसवाल 29 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन आदित्य तरे ने धाकड़ बल्लेबाजी करते हुए अंत तक टिके रहे और नाबाद 118 रन बनाए। शिवम दुबे ने 42 और शम्स मुलानी ने 36 रन की पारियां खेली और मुंबई ने 42वें ओवर की तीसरी गेंद पर 4 विकेट के नुकसान पर 315 रन बनाते हुए मैच जीत लिया। मुंबई की टीम ने चौथी बार विजय हजारे ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। पूरे टूर्नामेंट के दौरान पृथ्वी शॉ का बल्ला चला और फाइनल में भी वह बेहतरीन खेल दिखाने में सफल रहे लेकिन इस बार शतक से पहले आउट हो गए।