भारतीय टीम ने इंग्लैंड को तीसरे और अंतिम वनडे मैच में 7 रन से हराकर सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज की। भारत की टीम 329 रन बनाकर आउट हो गई। जवाब में इंग्लिश टीम 9 विकेट पर 322 रन बना पाई।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरी भारतीय टीम को शानदार शुरुआत मिली। शिखर धवन और रोहित शर्मा ने पहले विकेट के लिए 103 रन की साझेदारी की।यहाँ से इंग्लिश टीम ने वापसी करते हुए रोहित शर्मा को 37 और शिखर धवन को 67 रन के निजी स्कोर पर चलता किया। विराट कोहली महज 7 रन बनाकर आउट हो गए और भारतीय टीम की स्थिति खराब हो गई। कुछ समय बाद केएल राहुल भी 7 रन बनाकर आउट हो गए और भारतीय टीम का स्कोर 4 विकेट पर 157 रन हो गया।
यहाँ से हार्दिक पांड्या और ऋषभ पन्त ने मोर्चा संभालते हुए रन गति कम नहीं होने दी और तेजी से बल्लेबाजी की। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 99 रन की साझेदारी की। ऋषभ पन्त 62 गेंद में 78 रन बनाकर आउट हुए और हार्दिक पांड्या 44 गेंद पर 64 रन बनाकर आउट हो गए। इस समय भारत का स्कोर 6 विकेट पर 276 रन था। शार्दुल ठाकुर और क्रुणाल पांड्या ने पारी को आगे बढ़ाते हुए स्कोर 300 से पार पहुँचाया। शार्दुल ने 21 गेंद पर 30 रन बनाए। शार्दुल ने 21 गेंद पर 30 रन बनाए। क्रुणाल पांड्या 25 रन बनाकर आउट हो गए। इस तरह से भारतीय टीम 48.2 ओवर में 329 रन बनाकर आउट हो गई। इंग्लैंड के लिए मार्क वुड ने 3 और आदिल राशिद ने 2 विकेट चटकाए।
लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही और जेसन रॉय 14 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें भुवनेश्वर कुमार ने पहले ओवर में पवेलियन भेज दिया। जॉनी बेयरस्टो को 1 रन के निजी स्कोर पर भुवनेश्वर ने पवेलियन भेजकर इंग्लैंड को एक और बड़ा झटका दिया। बेन स्टोक्स ने कुछ अच्छे शॉट जड़े लेकिन 35 रन बनाकर वह भी आउट हो गए। 95 रन के कुल स्कोर पर जोस बटलर के आउट होने के बाद इंग्लैंड के लिए डेविड मलान और लियाम लिविंगस्टोन ने अर्धशतकीय साझेदारी की और तेजी से रन बनाए। खतरनाक होती इस साझेदारी को शार्दुल ठाकुर ने तोड़ा। ठाकुर ने दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन लौटा दिया। लिविंगस्टोन ने 36 और मलान ने 50 रन बनाए। कुछ समय बाद मोईन अली भी 29 रन बनाकर चलते बने और इंग्लैंड की उम्मीदों को झटका लगा।
इसके बाद आदिल राशिद और सैम करन क्रीज पर टिक गए और रन बनाते हुए अर्धशतकीय साझेदारी कर भारत के लिए मुश्किलें पैदा की लेकिन विराट कोहली के एक शानदार कैच से इस साझेदारी का अंत हुआ। राशिद ने 19 रन बनाए। इसके बाद सैम करन ने अकेले मोर्चा संभालने हुए मार्क वुड के साथ मिलकर स्कोर को चलाते हुए लगातर रन बनाए और मैच को करीब लेकर गए। 49वें ओवर में मार्क वुड और सैम करन के कैच शार्दुल ठाकुर और टी नटराजन ने छोड़कर भारतीय टीम का काम खराब कर दिया। अंतिम ओवर में इंग्लैंड को जीतने के लिए 14 रन चाहिए थे और नटराजन ने ओवर डाला। पहली गेंद पर दो रन लेने के प्रयास में मार्क वुड 14 रन के निजी स्कोर पर रन आउट हो गए। इससे मैच में एक बार फिर से रोमांच भर गया। अंतिम 5 गेंद में 13 रन बनाने में सैम करन असफल रहे और इंग्लिश टीम 9 विकेट पर 322 रन बना पाई। भारतीय टीम ने अंत में रोमांचक मैच को 7 रन से जीत लिया। सैम करन 83 बॉल में 95 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत के लिए शार्दुल ठाकुर ने 4 और भुवनेश्वर ने 3 विकेट चटकाए।






फाइनल मुकाबले के बाद आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर अतिथि बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मृत्युंजय तिवारी, हरिशंकर रवि (एनएसडी स्नातक एवं नेशनल अवार्डी), छोटे लाल सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता), विनोद कुमार सिंह (समाजसेवी), सुनील कुमार (समाजसेवी) और राकेश कुमार चंद्रवंशी (समाजसेवी) खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय उद्घोषक मृत्युंजय झा ने किया जबकि स्कोरिंग की जिम्मेदारी हिमांशु ने निभाई। अंपायर राजेश रंजन और बैजनाथ प्रसाद थे। सबों का स्वागत और धन्यवाद व्यक्त आयोजक संस्था के संस्थापक सचिव संतोष तिवारी ने किया।


