इंग्लैंड के लिए अच्छे और बेहतर विकेट पर भी बल्लेबाज़ी करना बुरे सपने जैसा ही साबित हुआ और चौथे और आख़िरी टेस्ट मैच में उसकी पहली पारी पहले ही दिन चायकाल के बाद 205 रन पर सिमट गई। केवल बेन स्टोक्स 55 और डेनियल लॉरेंस 46 रन बनाकर भारतीय गेंदबाज़ों का कुछ सामना कर सके। भारत के अक्षर पटेल ने चार, आर अश्विन ने तीन और मोहम्मद सिराज ने तीन विकेट झटके।
अहमदाबाद में तीसरे टेस्ट मैच में मिली भारत की जीत से ज़्यादा चर्चा विकेट की रही। दुनिया भर के क्रिकेटरों ने स्पिनर के लिए बने बेहद मददगार विकेट की एक स्वर में आलोचना की तो कुछ खिलाड़ियों ने बल्लेबाज़ों की कमज़ोर तकनीक को भी उसका दोषी माना।
इन सबके बीच चौथे टेस्ट मैच में जब इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया तो एक नज़र में वह सही लगा क्योंकि विकेट पिछले टेस्ट मैच से बहुत बेहतर था। इसके बावजूद इंग्लैंड ने टॉस जीतने का फ़ायदा तब गँवा दिया जब भोजनकाल तक उसके तीन महत्वपूर्ण विकेट केवल 74 रन तक गिर गए।
इसके बाद जॉनी बेयरस्टो और बेन स्टोक्स ने संभलकर खेलना शुरू किया। इन दोनों बल्लेबाज़ों ने चौथे विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी भी की, और जब यह जोड़ी ख़तरनाक होती दिख रही थी तभी जॉनी बेयरस्टो 67 गेंदों का सामना करने के बाद छह चौको की मदद से बनाए गए 28 रन बनाकर मोहम्मद सिराज की गेंद पर एलबीडब्लू हो गए।
भोजनकाल के बाद बेयरस्टो के अलावा इंग्लैंड ने बेन स्टोक्स को भी खोया। बेन स्टोक्स 55 रन बनाकर वाशिंगटन सुंदर की गेंद पर एलबीडब्लू हुए। बेयरस्टो के आउट होने के बाद विकेट पर डेनियल लॉरेंस उतरे। चायकाल के समय इंग्लैंड का स्कोर पांच विकेट खोकर 144 रन था।
चायकाल के बाद इंग्लैंड के ओली पोप 29 रन बनाकर आर अश्विन की गेंद पर शुभमन गिल को कैच दे बैठे। इंग्लैंड का यह छठा विकेट 166 रन पर गिरा। आख़िरकार इंग्लैंड की पहली पारी 205 रन पर समाप्त हुई। आर अश्विन और अक्षर पटेल ने पुछल्ले बल्लेबाज़ों को निपटाने में देर नहीं की। अक्षर पटेल ने 68 रन देकर चार, आर अश्विन ने 47 रन देकर तीन और मोहम्मद सिराज ने 45 रन देकर दो विकेट हासिल किए।
जवाब में भारत की शुरूआत भी ख़राब रही और सलामी बल्लेबाज़ शुभमन गिल बिना खाता खोले जेम्स एंडरसन की तीसरी ही गेंद पर एलबीडब्लू हो गए। स्टंप के समय भारत का स्कोर एक विकेट खोकर 24 रन था। रोहित शर्मा आठ और चेतेश्वर पुजारा 15 रन बनाकर नाबाद थे।